संभागीय बालभवन की नवगठित
सलाहकार एवम समिति की प्रथम बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए समिति
अध्यक्ष श्री सुशील शुक्ला ने कहा - विगत 3 वर्षों में बालभवन जबलपुर में सतत
सांस्कृतिक साहित्यिक एवम सृजनात्मक गतिविधियों से अपना स्थान बनाया है वो अपने आप
में उल्लेखनीय है । बच्चों में खासकर मध्यम एवम निम्न आय वर्ग के बच्चों के लिए यह
केंद्र एक आदर्श प्रशिक्षण केंद्र बन चुका है , अब समिति की जिम्मेदारी है कि हम इसे और
अधिक सुविधा संपन्न बनाएंगे । वरिष्ठ रंगकर्मी श्री अरुण पांडेय ने कहा कि - हम
संसाधन जुटाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे यह एक जरूरी संस्था है । जिसके कार्यों
से सारा शहर खासकर बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं ।
वरिष्ट स्वर साधिका श्रीमती तापसी नागराज, वरिष्ठ कलाकार श्री अरुणकान्त पांडे ने बाल कलाकारों की प्रशंसा करते हुए बालभवन में जनभागीदारी बढ़ाने का आश्वासन दिया । समाज सेवी दंपत्ति श्रीमती श्रद्धा शर्मा एवम विशेष आमंत्रित सदस्य श्री सत्येंद्र शर्मा ने अवगत कराया कि - सीमित साधनों में असीमित कोशिश कर बालभवन जबलपुर ने राष्ट्रीय स्तर पर जबलपुर का नाम रोशन किया है तो संस्कारधानी की जिम्मेदारी है कि ऐसी संस्था को हर संभव मदद की जावे ।
स्मार्ट सिटी परियोजना में बालभवन के प्रस्ताव को लाने के लिए संबंधित विभागों से समिति चर्चा करेगी ।
डॉ संध्या जैन श्रुति ने बताया कि - जबलपुर बालभवन ने साहित्यिक गतिविधियों को शामिल कर जो सफलता हासिल की वह उल्लेखनीय है । उन्होंने बालश्री एवार्ड के लिये नॉमिनेशन का उल्लेख करते हुए बताया कि - जबलपुर से 8 बच्चे राष्ट्रीय बालश्री एवार्ड के लिए चयनित हैं उनमें 3 बाल साहित्यकार हैं जबलपुर के लिए गौरव का विषय है। अतः साहित्य समुदाय से अनुरोध है कि वे बिना किसी आमंत्रण की प्रतीक्षा कर बाल साहित्य के विकास के लिए बालभवन को सहयोग कर सकते हैं । मध्यप्रदेश लेखिका संघ इस दिशा में सहयोगी होगी । वरिष्ठ नृत्य गुरु श्रीमती उपासना देव, नाट्य निर्देशक श्री संजय गर्ग इंद्र पांडे आदि ने भी बालभवन के विकास के लिये आश्वस्त किया ।
बैठक में डॉ शिप्रा सुल्लेरे श्रीमती रेणु पांडे शैलजा सुल्लेरे भी मौज़ूद थे ।