बुधवार, 31 दिसंबर 2014

अब के नव प्रभात में भोर की उजास में ...

अब के नव प्रभात में भोर की उजास में ...
हम लगें रहें सदा शांति के प्रयास में .....!

शांति पथ वास्ते ,गीत होने चाहिए 
प्रभावयुक्त गीत को सुर का साथ चाहिए ।
गूँजते रहें ये गीत , हम हों इस प्रयास में .॥

क्रोध और कुंठा के कारणों को मत सींचो
शांति के पथिकों के पाँव आप मत खींचो
प्रेम नींव विश्व की , मत जियो कयास में ॥ 





श्रीमती प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव ने , निर्भया ब्रिगेड की कमान कुमारी सृष्टि गुप्ता ,वीर नारायण ब्रिगेड की कमान मास्टर व्योम गर्ग को सौंपी

               संभागीय बाल भवन जबलपुर द्वारा निर्भया  दिवस  दिनांक  16 दिसंबर 2014 से प्रारम्भ  मार्शल आर्ट प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन  31 दिसंबर 2014 को बाल भवन परिसर में श्रीमती प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव, आईपीएस, आईजी-महिला सेल,जबलपुर के मुख्यआतिथ्य में सम्पन्न । प्रशिक्षक नरेन्द्र गुप्ता  एवं सपन धर गुप्ता को शाल-श्रीफल से श्रीमती प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव, आईपीएस, आईजी-महिला सेल,जबलपुर द्वारा सम्मानित किया गया  ।
          अपने उद्बोधन में श्रीमती प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव ने बच्चों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि जो बच्चों ने मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्राप्त किया हैं वो किसी भी स्थिति में जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है  खासकर तब और आवश्यक है जब कि सामाजिक परिस्थितियाँ सामान्य नहीं हैं । किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि किसी अन्य व्यक्ति खासकर बालिकाओं,  बच्चों , महिलाओं , के विरुद्ध हिंसक हो । बच्चे देश का  भविष्य हैं हमारी कोशिशें ये होनी चाहिए कि हम खुद बेहतर तरीके से जिएं  और समूचे समाज को सुख से जीनें दें । बाल भवन के इस प्रयास से मैं बेहद उत्साहित हूँ । मेरा सुझाव है कि प्रशिक्षण निरंतर जारी रहे इस हेतु जो भी सहयोग अपेक्षित हो उसके लिए सदैव तत्पर हूँ ।   
          
 कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन एवं अतिथियों के  स्वागत से हुआ श्री पीयूष खरे एवं कुमारी सृष्टि गुप्ता द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया  । कार्यशाला में शामिल 65 बालक-बालिकाओं ने मार्शल आर्ट  का प्रदर्शन किया भी किया गया ।

                    खेलकूद प्रशिक्षक देवेन्द्र यादव एवं अनुदेशिका रेणु पांडे का संयोजन में संयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला के महत्व पर श्री नरेंद्र गुप्ता द्वारा प्रकाश डाला  ।
          संभागीय बालभवन जबलपुर की गतिविधियों एवं 2015 के प्रस्तावित कार्यक्रमों की रूप रेखा पर संचालक गिरीश बिल्लोरे ने प्रकाश डाला ।
             मुख्यअतिथि श्रीमती श्रीवास्तव के करकमलों से  “बालभवन  निर्भया ब्रिगेड की कमान कुमारी सृष्टि गुप्ता , बाल भवन वीर नारायण ब्रिगेड की कमान मास्टर व्योम गर्ग को सौंपी गई  ”  
          इस अवसर पर बाल भवन के बच्चों ने शिप्रा सुल्लेरे सोमनाथ सोनी के संगीत  निर्देशन में ओजस्वी गीत प्रस्तुत किए गए ।

          इस संपूर्ण कार्यक्रम में इन्द्र पांडे , टेकराम डेहरीया श्रीमती देवकी वरकड़ें एवं संपूर्ण बाल भवन के स्टाफ का सहयेाग रहा। कार्यक्रम का संचालन मास्टर स्वमेव सूर्यवंशी ने किया ।
You Tube Link 
http://youtu.be/wJifb6WwOqA 
फोटो एलबम : "फेसबुक पर "

शुक्रवार, 26 दिसंबर 2014

वक्त का प्रवाह रोक वक्त ही उधार लें

आओ मीत लौट चलें  गीत को संवारने
अर्चना का वक्त है आ बतिया सुधार लें

कुछ अगर जो शेष है ,शेष जो विशेष है 
वक्त का प्रवाह रोक वक्त ही उधार लें।  

उधार लिए वक्त से ज़िंदगी सुधार लें
और  भूले बिसरों को आज हम पुकार लें

पंच  फैसले हमारी आदिम परिभाषा है
तरु तट चौपाल की पत्तियां बुहार दें।


बुधवार, 24 दिसंबर 2014

संभागीय बाल भवन जबलपुर क्रिसमस कार्यशाला का सम्पन्न

जवाहर बाल भवन भोपाल द्वारा निर्धारित वार्षिक कैलेंडर 2014 के परिपालन में  संभागीय बाल भवन जबलपुर में पूरे माह “क्रिसमस कार्यशाला” का आयोजन किया गया यह कार्यशाला दिनांक 1 दिसंबर 2014 से 24 दिसंबर 2014 तक की अवधि तक जारी रही । कार्यशाला के दौरान संगीत विभाग के अनुदेशकों  द्वारा ऐंजिल्स द्वारा गाए जाने वाले कोरल के गायन की तकनीकी, से संगीत के छात्र- छात्राओं को बताई गई तथा कोरल एवं शांति सेवा पर आधारित गीतों की कम्पोजिंग कराई गई एवं उसके गाने का अभ्यास कराया गया ।  
          कला एवं क्राफ्ट विभाग की अनुदेशिका द्वारा प्रभू ईशु के जन्म के समय के दृश्य का निर्माण पेंटिंग एवं आर्ट क्राफ्ट के जरिये तैयार कराया गया ।
                
    कार्यशाला का समापन दिनांक 24 दिसंबर 2014 को फादर रिजवी के मुख्य आतिथ्य में विशिष्ट अतिथि श्री मनीष शर्मा, सहायक संचालक  एवं श्रीमती ज्योति उपाध्याय परियोजना अधिकारी उपस्थिति में हुआ । संभागीय बाल भवन के सेन्टा क्लाज़  बच्चों द्वारा एक ओर  अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट किये गये साथ ही साथ बच्चों पर टाफ़ियाँ बरसा कर आयोजन को कौतूहल पूर्ण बना दिया ।
          प्रभू ईशु के जन्म दिन के अवसर पर बालभवन की पूर्व निर्देशिका सुश्री शैलजा सुल्लेरे द्वारा भेजा गया केक अतिथियों द्वारा काटा गया ।    
          इस अवसर पर बोलते हुए फादर रिजवी ने कहा कि –“बच्चों के प्रति प्रभू ईशु का अगाध प्रेम था उन्हौने कहा था – बच्चे ही स्वर्ग बनाएँगे । बच्चे निर्दोष होते हैं बच्चे  ही  प्रेम एवं शांति के संदेशों को सबसे पहले जगह देते हैं । भगवान  श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए फादर रिजवी ने कहा कि – स्वयम भगवान श्रीकृष्ण ने मानवता की रक्षा के महत्व को बाल्यरूप में ही बता दिया    सभी धर्मों का सारांश भी मानवता ही है और जब जब मानवता के खिलाफ काम बढ़ जाते हैं तो स्वयं प्रभू अवतरित होते हैं दशावतार , प्रभू ईशु , ऐसे ही अवतारी है । फादर रिजवी ने मानवता की रक्षा को जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य बताया ।”   
          इस अवसर विशिष्ट अतिथि श्री मनीष शर्मा, सहायक संचालक  ने बच्चों को उमंग और उत्साह के साथ कला साधना एवं शिक्षा के क्षेत्र में कीर्तीमान बनाने के लिए शुभकामनाएँ दी साथ ही  श्रीमती ज्योति उपाध्याय बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बच्चों को टाफ़ियाँ भेंट की गईं  । बाल भवन के बच्चों द्वारा कु0 शिप्रा सुल्लरे के निर्देशन में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियॉ एवं केरोल गीत  -‘‘ तेरी है जमी, तेरा आसमा, ये वो तराना है, जैसे गीतों को आयुष रजक, नयन सोनी, मनीषा तिवारी, सूर्यभान सिंह, हर्ष सौंधिया, प्रिया सौंधिया, सजल सोनी, श्रुति जैन, श्रेया ठाकुर को प्रस्तुत किया एवं संचालन शालिनी अहिरवार ने किया।
          क्रिसमस पर्व पर चित्रकला, हस्तकला एवं मूर्तिकला के बच्चों द्वारा सुंदर  झांकी लगाई गई ।  झांकी प्रभू ईसा मसीह के जन्म को दर्शा रही थी ।
          इस अवसर पर बाल भवन के बच्चों ने मदर मेरी एवं जीजस की पेंटिंग  भी बनाईं थीं जिनका प्रदर्शन किया गया था ।

          हस्तकला में क्रिसमस ट्री, जंगल-बेल , रथ पर सवार सेन्टा क्लाज़  एवं मूर्तिकला में तैयार मिट्टी से सेन्टा क्लाज़  , क्रिसमस ट्री आदि प्रदर्शित किए गए थे ।  शुभम राज, तान्या बडकुल, रेशम ठाकुर, यशी पचौरी, अभय सौंधिया, अक्षत गुप्ता, रौनक गोपचे आदि बच्चों ने कला निर्देशिका श्रीमती ‘‘रेणु पाण्डे’’ के मार्गदर्शक में कलाकृतियॉं बनाई । आभार प्रदर्शन श्री  पियूष खरे के द्वारा किया गया।

बालभवन कप वालीबाल टूर्नामेंट 2014


कार्यालय संचालक, सम्भागीय बाल भवन जबलपुर म. प्र.
बालभवन कप वालीबाल टूर्नामेंट 2014 
दिनांक :- 02.01.2015 से 03 .01.2015
बेस्ट आफ फाइव प्रणाली
            
             ग्रुप ए मैच


बाल भवन सीनियर एकादश
विरुद्ध
डी. एन. जैन स्कूल जबलपुर

                     ग्रुप बी मैच         
                       
        बाल भवन जूनियर एकादश   
विरुद्ध 

साई एकादश, जबलपुर 


 फाइनल  दिनांक 03.01.2015
ग्रुप ए विजेता विरुद्ध ग्रुप बी

शुक्रवार, 19 दिसंबर 2014

पेशावर त्रासदी पर बनाई पेंटिंग देख भावुक हुए माननीय मुख्यमंत्री


माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज चौहान को  
श्रीमती रेणु पांडे बाल भवन के बच्चों की
बनाई पेंटिंग की
के बारे में  जानकारी देते हुए 
संभागीय बालभवन जबलपुर के बच्चे  पाकिस्तान
 के पेशावर में 16 दिसंबर 2014 को स्कूली बच्चों पर हुए आतंकी हमले से बेहद दु:खी थे । सामूहिक प्रार्थना के उपरांत बच्चों ने विश्व में आतंक के खात्मे पर खुला के बातचीत की । सभी बच्चों  के मन में आक्रोश था ।  सभी दु:खी थे कुछ बच्चे भावुक भी थे आंखों में नमी लिए हमसे पूछा – “आतंक का अंत क्या है ?
      बच्चों को हमने बताया कि जितना अधिक से अधिक सकारात्मकता एवं तेजी से  को बढ़ावा दिया जाएगा उतना तीव्रता से आतंक का अंत होगा । हम एक महान देश के नागरिक हैं हमें विश्व को शांति का संदेश देते रहना होगा । अगर हम कलाकार हैं तो कला के जरिये, कवि हैं तो हमारी कविताएं सकारात्मक होनी चाहिए । सबसे पहले हम मन से कुंठा निकालें और विश्व को शांति का संदेश देने की कोशिश करें चित्रों से गीतों से कविताओं से साहित्य से ......... !!
पेंटिंग पर हस्ताक्षर करते हुए मान मुख्यमंत्री जी 

   बस फिर क्या था किसी  ने कलम उठाई तो किसी ने ब्रश ......... रात आठ बजे जब मैं माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रवास दिनांक 18 दिसंबर 2014  के लिए मिली ज़िम्मेदारी पूरी कर  वापस बालभवन पहुंचा तो कला-कक्ष में बच्चों और उनकी निर्देशिका को पेशावर-त्रासदी पर बनाई पेंटिंग को अंतिम रूप देते पाया । सारे अनुदेशक एवं समस्त स्टाफ उनके साथ था । यह पूछे जाने पर कि – आप लोग क्यों इतना कर रहे हो ..... बच्चे ज़रा झिझके पर फिर दृढ़ता से बोले- सर, जब कल हमें बाक़ी सारी पेंटिंग लगानी ही है तो हमने सोचा कि पेशावर ट्रेजेडी पर क्यों न संदेश दिया जाए । मैडम से हमने ज़िद कर इसे पूरा करवाने को कहा । बच्चों  के अभिभावक भी बालाभवन में मौजूद थे । उन अभिभावकों का मानना था कि- नेक काम है आप नाराज़ न हों हमने काम करने की अनुमति दी है ।
बाल चित्रकार टोली की सदस्य रिंकी राय को स्नेह से दुलारते
माननीय मुख्यमंत्री जी 

            पेंटिंग अगले दिन यानी 18 दिसंबर 2014 को  माननीय मुख्यमंत्री जी के जबलपुर प्रवास के समय मानसभवन प्रेक्षागार के कारीडोर में प्रदर्शित हुई । माननीय मुख्यमंत्री जी पेंटिंग देखकर द्रवित हुए उन्हौने अनुदेशिका श्रीमती रेणु पांडे से पेंटिंग एवं बालभवन जबलपुर की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की । साथ सी पेंटिंग पर अपने हस्ताक्षर भी किए । इस अवसर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री शरद जैन सांसद राकेश सिंह,  जबलपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्माश्री विनोद गोंटिया सहित अधिकारी गण उपस्थित थे ।  


मुख्यमंत्री को भेंट की गई बाल भवन, जबलपुर के बच्चों द्वारा बनाई पेंटिंग शक्तिरूपा

जबलपुर में आयोजित इन्द्रधनुष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को बाल कलाकारों  द्वारा बनाई गई  पेंटिंग “शक्तिरूपा”  भेंट  की  गई । 
दैनिक भास्कर 

नई दुनिया  


यह पेंटिंग  संभागीय बाल भवन जबलपुर के बाल कलाकारों  तान्या बड़कुल, रेशम ठाकुर, शुभमराज अहिरवार एवं रिंकी राय द्वारा कला निर्देशिका  श्रीमती रेणु पाण्डे  के  मार्गदर्शन  में एक माह पूर्व  तैयार की गई   ।   नारी  को  “शक्तिरूपा”  के  रूप में  प्रदर्शित किया गया है ।  स्वास्थ्य राज्य मंत्री शरद जैन, महापौर प्रभात साहू, सांसद राकेश सिंह, विधायक अंचल सोनकर, श्रीमती प्रतिभा सिंह, 
श्रीमती नंदिनी मरावी,अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदू, पूर्व मंत्री अजय विश्नाई, पूर्व मंत्री श्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू,मनोनीत विधायक श्रीमती लारेन बी. लोबो,  जबलपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा, श्री विनोद गोंटिया, डॉ. विनोद मिश्रा, श्री आशीष दुबे,   सोनू बचवानी,  संभागायुक्त श्री  दीपक खाण्डेकर , पुलिस महानिरीक्षक डी. श्रीनिवास राव,आई जी श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव,   कलेक्टर श्री शिवनारायण रूपला,पुलिस अधीक्षक हरिनारायणचारी मिश्रा भी मौजूद थे ।

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