गुरुवार, 26 सितंबर 2019

महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित पोषण सभा में पहुंचे माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथ जी

दिनांक 21 सितंबर 2019 को मध्य पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तरंग सभागार में आयोजित पोषण सभा में 👉 उपस्थित हुए जहां माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा महिला बाल विकास द्वारा लगाई गई पोषण व्यंजनों की प्रदर्शनी तथा श्री एन एस तोमर संयुक्त संचालक महिला बाल विकास के मार्गदर्शन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर केंद्रित प्रदर्शनों का अवलोकन किया , बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के संकल्प पत्र पर भी हस्ताक्षर किए गए  माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा इस अवसर पर कुमारी मुस्कान किरार आत्मजा श्रीमती माला किरार एवम श्री वीरेंद्र किरार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के ब्रांड एंबेसडर के रूप में तथा कुमारी उन्नति तिवारी आत्मजा श्रीमती शोभना श्री गौरी शंकर तिवारी को पॉक्सो ब्रांड एंबेसडर के रूप में क्राउन पहनाकर सम्मानित किया गया । क्रम के अंतर्गत ई सी ई केंद्रों के कार्यों से संबंधित सारेगामा गायन प्रतियोगिता में सम्पूर्ण देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली और लाडो अभियान की पूर्व ब्रांड एम्बेसेडर इशिता विश्वकर्मा को भी सम्मानित किया । 
वृत्तचित्र का विमोचन ईसीई गतिविधियों पर केंद्रित वृतचित्र ( निर्देशक एवं निर्माण सीडीपीओ श्री गौरीशंकर लववंशी ) विमोचन भी इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी के कर कमलों से हुआ । मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने किया पोषण आहार प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा  लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत अर्पिता केवट एवं आर्वी चौधरी को प्रमाणपत्र प्रदान किये । 
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश शासन के ऊर्जा मंत्री एवं जबलपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह, वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया, सांसद श्री विवेक कृष्ण तन्खा, विधायक श्री संजय यादव एवं श्री विनय सक्सेना, पूर्व मंत्री श्री चन्द्र कुमार भनोत, पूर्व मंत्री सुश्री कौशल्या गोंटिया, नगर निगम के पार्षद, भारतीय औद्योगिक परिसंघ के श्री आशीष केशरवानी, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन, संभागायुक्त श्री राजेश बहुगुणा, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री व्ही किरण गोपाल, कलेक्टर श्री भरत यादव, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सिंह एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे । 
कार्यक्रम के प्रारंभ में संभागीय बाल भवन जबलपुर के बाल कलाकारों द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया ,
                    गीतकार श्रीआर.सी. त्रिपाठी(पूर्व डी पी ओ जबलपुर)  द्वारा लिखित तथा डॉ शिप्रा सुल्लेरे द्वारा संगीतबद्ध किए गए पोषण गीत की प्रस्तुति भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित थी । 
इस समूह गान को प्रभावी बनाने के लिए संगतकार-सोमनाथ सोनी
ढोलक-राजवर्धन पटेल
हारमोनियम वादक- शास्वत पंड्या
गायक स्वर-सजल सोनी उन्नति तिवारी, इशिता तिवारी, गर्व जैन, अरिहंत जैन, विभांशी जैन,मुस्कान बर्मन,अग्रति नामदेव, सिद्धि महावर, लकी सुफेले, प्रिंस पंजाबी, आरोही जैन, साक्षी साहू, शाम्भवी पंड्या, शास्वत पंड्या, विभांश जैन, रतनिका श्रीवास्तव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है । 
कार्यक्रम को सफलता पूर्वक संपन्न कराने में प्रमुख सचिव महिला बाल विकास से लेकर मैदानी अमले की भूमिका महत्वपूर्ण रही । 
प्रमुख सचिव महिला बाल विकास श्री अनुपम राजन जी के निर्देश एवम सतत मॉनीटरिंग में संयुक्त संचालक श्री एन एल कंडवाल संयुक्त संचालक श्री एनएस तोमर साथ जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एम एल मेहरा श्रीमती मनीषा लुंबा उपसंचालक सहायक संचालक श्री मनीष सेठ सहायक संचालक श्री पुनीत मरवाह श्री संजय अब्राहम सहायक संचालक बाल भवन गिरीश बिल्लौरे के नेतृत्व  में सीडीपीओ  श्री विकेश राय श्री रितेश दुबे श्रीमती रीता पटेल परियोजना अधिकारी श्री माधव सिंह यादव श्री प्रशांत पुरबिया डॉक्टर कांता देशमुख एवं मैदानी अमले का उल्लेखनीय योगदान रहा है . 


गुरुवार, 12 सितंबर 2019

नेत्रज्योति विहीन पर स्वर सामर्थ्य से युक्त हैं हम...!


*नेत्र दिव्यांग छात्राओं के लिए संकल्पित बालभवन जबलपुर*
हाल ही स्वच्छ भारत अभियान के लिए इस बार बालभवन ने एक जबरदस्त प्रयोग किया । इस प्रयोग में नेत्रहीन कन्या विद्यालय की 23 बालिकाओं को स्वच्छ भारत अभियान पर केंद्रित समूह गीत गायन का प्रशिक्षण दिया गया है ।
स्मरण हो विगत वर्ष संभागीय बाल भवन जबलपुर द्वारा नेत्र दिव्यांग बेटियों को संगीत सिखाने की मुहिम छेड़ रखी है इस संगीत कक्षा का शुभारंभ नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया जी ने किया था । और इस वर्ष हमने इन बेटियों को विधिवत एक प्रोफेशनल ग्रुप के रूप में तैयार भी कर दिया है ।
*संगीत प्रशिक्षण का संकल्प कैसे साकार हुआ*
भंवरताल स्थिति नेत्रहीन विद्यालय जो एक आवासीय संस्थान है में संगीत के उपकरणों की प्राथमिक ज़रूरत को
पूर्ण करने के उपरांत ही बालिकाओं को संगीत की विधिवत शिक्षा दी जा सकती थी अतः यह समस्या सहज ही मेरे 89 वर्षीय पिता श्री काशीनाथ जी बिल्लोरे एवं मेरे बड़े भाई श्री सतीश बिल्लोरे जी ने हाल कर दी । तदुपरांत बालभवन से जोड़कर प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया । बालिकाओं को संगीत सिखा कर उन्हें प्रोफेशनल स्तर पर खड़ा करने की कोशिश करने में डॉ शिप्रा सुल्लेरे का अद्भुत योगदान है इसके साथ ही तबला प्रशिक्षक श्री सोमनाथ सोनी भी नियमित रूप से वहां जाते हैं तथा प्रशिक्षण में सहयोग करते हैं ।
दिव्यांग बच्चों के लिए संगीत के अलावा और भी प्रशिक्षण कार्य कर सकते हैं । फिलहाल बालभवन के लिए जो सम्भव है वो किया जा रहा है ।
उनकी संगीत प्रतिभा को निखारने का संकल्प जारी है । हम इस गणतंत्र दिवस में उनके गायन को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करने के लिए सक्षम होंगे ऐसा हमें विश्वास है नेत्र दिव्यांग बालिकाओं इस बैंड को नगर निगम के प्रयोग के तौर पर विगत 7 सितंबर 2019 को होटल विजन महल में मावे संस्था द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय इन्वेस्टर मीट में प्रथम बार प्रस्तुत किया गया था । सितंबर 2019 के अंत तक पुनः प्रदर्शन किया जावेगा ।
नेत्र दिव्यांग बालिकाओं द्वारा समूहगान कार्यक्रम की परिकल्पना के लिए (सहायक आयुक्त नगर निगम जबलपुर ) श्रीमती एकता अग्रवाल जी एवं अपर आयुक्त (फाइनेंस, नगर निगम जबलपुर) श्री रोहित कौशल जी ने हनन प्रस्ताव दिया । प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाने के कोऑर्डिनेटर कुमारी शैलजा सुल्लेरे एवम श्री पूनम चंद मिश्र प्राचार्य, नेत्रहीन कन्या विद्यालय की असली भूमिका थी ।
बालिकाओं के प्रशिक्षण से प्रदर्शन तक डॉ शिप्रा सुल्लेरे का उल्लेखनीय योगदान अविस्मरणीय है ।
*गायिकाओं की सूची - मोना , नीलम, गुनिता, हर्षिता, शिवकुमारी, दसोदा, सीता बर्मन, ललित, महिमा,रोशनी, चन्द्रकला, सोनिया, शिवानी-1, प्रीति, सुरजना, सरिता, बिट्टू, वर्षा, सुमंती, गुड़िया, सिया कुमारी, अर्चना एवम शिवानी-2*
*मेंटर एवम संगीत सहयोग :- डॉ शिप्रा सुल्लेरे हारमोनियम , गिटार- श्रेया ठाकुर, तबला-मनीषा तिवारी,*

प्रेषक
गिरीश कुमार बिल्लोरे

सोमवार, 22 जुलाई 2019

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2019

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2019
      भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार हेतु नामांकन ऑनलाइन किए गए हैं। इनमें बाल शक्ति पुरस्कार के तहत नवीन अविष्कार, असाधारण शैक्षिक योग्यता कला, खेलकूद, सांस्कृतिक क्षेत्र, समाज सेवा, बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चे जिनकी आयु 31 अगस्त को 05 वर्ष से 18 वर्ष तक की हो को 26 जनवरी को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
      बाल कल्याण पुरस्कार-ऐसे व्यक्ति, व्यक्तियों, संस्थाओं को प्रदान किया जाएगा। जिनने बाल कल्याण के क्षेत्र में असाधारण कार्य किया हो। दोनों ही पुरस्कारों में एक-एक लाख रूपए की राशि एवं एक मैडल प्रदान किया जाएगा। बाल शक्ति पुरस्कार विजेताओं को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जाएगा।
विस्तृत जानकारी www.nca.wcd.nic.in  पर उपलब्ध है आवेदन ऑनलाइन ही प्रेषित करने होंगे । आवेदको की सुविधा हेतु जानकारी बालभवन जबलपुर में उपलब्ध कराई जावेगी । अथवा आवेदक 
कार्यालय संचालक संभागीय बालभवन जबलपुर 383 मेन रोड गढ़ाफाटक में आकर अथवा balbhavanjbp@gmail.com पर अपना मेल आईडी भेजकर प्राप्त कर सकते हैं। जबलपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तृत जानकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।
क्रमांक/1112/जुलाई-236/मनोज॥

गुरुवार, 13 जून 2019

बाल रंगकर्म की बुनियाद मज़बूत करता नाट्यलोक : श्रीमती आशालता बिल्लोरे





             2008 के बाद नाट्य लोक ने 09 जून 2019 को जानकी रमन कालेज जबलपुर में  एक बार फिर रानी अवंती बाई नाटक का प्रदर्शन  किया उसकी स्क्रिप्ट लिखी थी द्वारकेश्वर द्वारका गुप्त द्वारा । रानी अवंती बाई के बलिदान की इस कहानी को इस रोचक ढंग से लिखा और निर्देशित किया गया था नाटक के रूप में संजय गर्ग ने कि उस बलिदान को देखकर आंखें भर आना स्वभाविक सा हो गया था वैसे संजय गर्ग आदतन अपने नाटकों में ऐसा कुछ कर देते हैं जिससे की आंखें भर आना स्वाभाविक है ।
नाटक जो नाट्य लोक द्वारा तैयार कराए जाते हैं उनमें संगीत का लाइव सम्मिश्रण बेहद प्रभावी बना देता है इस नाटक में तो गोंडवाना की रियासत के उस दृश्य को भी लाया गया जिसमें लोक नृत्य का समावेश था । जिससे नाटक अत्यधिक प्रभावशाली बन पड़ा था महिमा गुप्ता की सोच उम्मीद से ज्यादा प्रभावी नजर आ रही है ।
डॉक्टर शिप्रा सुल्लेरे ने न केवल म्यूजिकपिट के जरिए लाइव म्यूजिक मिश्रित किया बल्कि विकल्प के तौर पर मुस्कान सोनी को भी प्रभावी विकल्प के रूप में सामने ला खड़ा किया है अन्य गाय कलाकार थे- सजल सोनी , नयन सोनी, श्रेया ठाकुर, मानसी सोनी, रंजना निषाद, सूर्यांश नेमा, राजवर्धन पटेल, श्रुति जैन, साक्षी गुप्ता, जबकि मांदर पर विनय शर्मा एवं तबले पर समीर सराठे ने संगत दी  ।
 रानी अवंती बाई की भूमिका में कुमारी पलक गुप्ता. बाल कलाकार ने अपनी बुलंद आवाज़ एवं चेहरे के भावों के उतार चढ़ाव से अभिनय कौशल स्पष्ट कर दिया .
कल्पना कीजिए आप मिर्जा गालिब पर बने सीरियल और फिल्म की जिसमें आपने महसूस किया होगा की नसीरुद्दीन शाह साहब की बेहतरीन अदाकारी और उस करैक्टर को निभाना पूरी इमानदारी से लोगों के दिलों दिमाग पर अब अगर मिर्जा गालिब है तो शाह साहब की तरह दिखने वाले ही है ।
दूसरा उल्लेख करना आवश्यक है बाल कलाकार  राज गुप्ता का जिसकी  अद्वितीय अभिनय क्षमता में गांधी फिल्म के ओम पुरी की क्षणिक भूमिका की याद ताज़ा हुई
   आपको याद होगा फिल्म गांधी में बहुत कम समय का रोल निभाया था ओम पुरी ने जब वह गांधी जी के सीने पर रोटी का हिस्सा पटकते हैं  और अपने हृदय परिवर्तन को अभिव्यक्त करते हैं बेमिसाल अभिनय था उनका , राज गुप्ता ने अपने अभिनय में उसी की पुनरावृति की है हो सकता है कि राज ने  गांधी  फिल्म ना देखी हो शायद ओम पुरी से परिचित भी ना होगा परंतु एक सफल निर्देशक के रूप में संजय जी ने ऐसे चरित्रों को निभाने के लिए श्रेष्ठ अभिनेता चुने थे । पूरे नाटक में कहीं भी सूनापन या एक लंबा बोझिल सा पॉज देखने को नहीं मिला । जिसे नाटक की सफलता इसलिए भी कहा जा सकता है क्योंकि सारे बच्चे प्रोफेशनल रेटिंग पर नजर आने लगे हैं । 2018 में गणपति बप्पा मोरिया और पोट्रेट और उसके पहले 2017 में  सुभद्रा कुमारी चौहान पर आधारित नाटक एवं श्रेया खंडेलवाल अभिनीत बॉबी खासी वाहवाही लूट चुके हैं.  । जबलपुरिया नाटक में देखा जाए तो कलाकारों का समर्पण बड़ी गहराई से नजर आता है उस पर  नाटक अगर बाल कलाकारों द्वारा मंचित हो तो उसमें गजब का आनंद महसूस करती हूं पर मेरी एक कमजोरी है कि नाटक मैं सह नहीं पाती भावपूर्ण दृश्यों में आंखें भीगना स्वभाविक सा है मेरे लिए । बहुतेरी बड़ी फिल्में देखी हैं भाव प्रणव फिल्में देखी है फिल्म आनंद ऐसी फिल्म थी जिसे जो भी जितने बार देखता है उतने बार कोरे भिगोकर ही सिनेमा घर से बाहर आना स्वाभाविक  है । निर्देशक संजय गर्ग ऐसे रंगकर्मी है जो हंसाने और रुलाने की क्षमता रखते हैं और यही वे सफल हो जाते हैं । 2019 में  2008 के  अवंती बाई नाटक  को याद किया तो दूसरी ओर शेष सभी कलाकार की मौजूदगी मन को खुश कर देने वाली थी जिनने बाल कलाकार के रूप में 2008 में नाटक को चर्चित किया था  । यहाँ संजय गर्ग के निर्देशन में जलियाँवाला बाग़ नरसंहार पर बने नाटक सरदार उधमसिंहको दविंदर सिंह ग्रोवर के असरदार ने प्रभावी बनाया है . तो कबीर पर बने संगीत-नाटक में डाक्टर शिप्रा सुल्लेरे की संगीत संयोजना बेजोड़ रही है. इतना ही नहीं इस नाटक में विनय शर्मा का कबीर बनाना असरदार रहा है.  
संस्कारधानी कमिटेड कलाकारों की कर्मभूमि है बच्चे अभी भी अपने संपूर्ण विकास के लिए बाल भवन और रंगकर्म के प्रतिष्ठानों से बाकायदा जुड़े हुए हैं । विवेचना रंगमंडल और बाल भवन का अंतरंग भाग यानी नाट्य लोक बच्चों को पर्याप्त अवसर देता है यहां बाल भवन के उद्देश्य की सहज ही पूर्ति हो जाती है ।
  बाल कलाकारों को सही दिशा देने से बालभवन की पूर्व छात्रा  मनीषा तिवारी  सह निर्देशक के रूप में काम करने लगी है  मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय में अक्षय सिंह ठाकुर विद्यार्थी के रूप में चुने गए तो यह भी बालभवन की बड़ी  उपलब्धि सी नजर आती है ।
     नाट्यलोक से जुड़े 40 बच्चों  बच्चों ने साबित कर दिया कि वे वाकई कमिटेड आर्टिस्ट है । 

मंगलवार, 4 जून 2019

फिलाटेली विरासत को संजोए रखने की कोशिश : डॉ धीरेंद्र पाठक



*मुस्कान किरार एवं बाल श्री विजेता बच्चों पर डाक तार विभाग के सहयोग से बाल भवन जारी करेगा विशेष डाक टिकट*
फिलाटेली अर्थात पुरानी स्टैंप का एकत्रीकरण का नाम इतिहास को और विरासत को समाज के रखने जैसा है । विश्व में ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं का संग्रह जैसे कॉइन कलेक्शन और डाक टिकट का संग्रह करने की रुचि कई लोगों में है । पुराने नोटों का भी ही किया जाता है आने वाले समय में जिनका उपयोग ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में प्रमाणिक के तौर पर किया जा सकता है । मैं बेहद प्रसन्न हूं कि बाल भवन के साथ मिलकर भारतीय डाक विभाग ने यह महत्वपूर्ण कार्य अपने हाथ में लिया है । विश्व पर्यावरण की परिपेक्ष में भी कई डाक टिकटों का जारी होना पाया गया है मैं सभी बच्चों को ईद की अग्रिम शुभकामनाएं और विश्व पर्यावरण दिवस की बधाइयां देता हूं...! इस आशय के विचार
संभागीय बाल भवन जबलपुर में भारतीय पोस्टल विभाग द्वारा फिलाटेली एवं भारत एवं विश्व का पोस्टल इतिहास, सामान्य एवं विशेष डाक टिकिटों की जानकारी हेतु दिनांक 4 जून 2019 को आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किये । कार्यक्रम की महत्व को रेखांकित करते हुए मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव पोस्टल डिपार्टमेंट ऑफ इंडिया श्री यूनुस अदीब ने कार्यक्रम की उपयोगिता डाक टिकट संग्रह की आवश्यकता एवं डाक विभाग की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर विस्तार से जानकारी बाल भवन के बच्चों को दी गई । 
इस अवसर पर सीनियर फिलाटेलिस्ट श्री अरविंद मलिक बैंक से सेवानिवृत्त अधिकारी द्वारा संग्रहित डाक टिकटों का प्रदर्शन किया गया जिसमें यातायात भारतीय इतिहास महान कवि एवं साहित्यकार आदि पर जारी डाक टिकट्स शामिल है। 
एशियन पदक विजेता कुमारी मुस्कान किरार बाल भवन की भूतपूर्व छात्रा के अभिभावक इस श्री वीरेंद्र किरार एवं माता श्रीमती माला किरार खास तौर पर मौजूद रहे संभागीय बाल भवन द्वारा शीघ्र ही मुस्कान किरार पर डाक विभाग के सहयोग से एक डाक टिकट जारी करने जा रहा है साथ ही विशेष उपलब्धियां पानी वाली जैसे बाल श्री विजेता बच्चों एवं अन्य राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि पाने वाले बच्चों के भी डाक टिकट पोस्टल विभाग के सहयोग से जारी किए जाएंगे । कार्यक्रम का संचालन कुमारी कल्याणी नेमा ने किया, अतिथियों का स्वागत श्रीमती विजय लक्ष्मी अय्यर श्रीमती मीना सोनी डॉक्टर शिप्रा सुल्लेरे डॉक्टर रेनू पांडे आदि ने किया । 
इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में चिट्ठी ख़त शीर्षक से लिखे गीतों का गायन कुमारी उन्नति तिवारी मास्टर राजवर्धन पटेल,सूर्यभान सिंह, समीर सराठे, आकर्ष जैन ने किया । समवेत स्वरों में 100 बच्चों ने पर्यावरण गीत की प्रस्तुति भी दी ।

मंगलवार, 19 मार्च 2019

मध्य प्रदेश के 09 बच्चों को मिलेगा बालश्री 2016 सम्मान

राष्ट्रीय बाल भवन नई दिल्ली द्वारा वर्ष 2016 के लिए बाल श्री पुरस्कारों की घोषणा कर दी है जिसमें देशभर के 80 बच्चों को सम्मानित किया जावेगा । सूची में मध्य प्रदेश से 9 बच्चों को शामिल किया गया है ।   बाल भवन जबलपुर की राजश्री चौधुरी  को रचनात्मक वैज्ञानिक इनोवेशन एवं मास्टर अंकुर विश्वकर्मा को मूर्तिकला के लिए सम्मानित किया जावेगा । जबलपुर बाल भवन से संबद्ध मंडला जिले की कुमारी अजीता रूपेश कोष्टा को अभिनय एवं संवाद नरसिंहपुर जिले की कुमारी सपना पटेल को सृजनात्मक लेखन के लिए बाल से सम्मान प्राप्त होगा । नेत्र दिव्यांग कुमारी तान्या शर्मा को गायन के लिए मास्टर हर्ष कुमार जैन को सृजनात्मक इनोवेशन के लिए मनोध्यान श्रीपाद वैद्य को भी इसी विधा में सम्मानित किया जाएगा । भोपाल के पारस  अग्रवाल सृजनात्मक लेखन तथा सागर की विधि अहिरवार को सृजनात्मक कला के लिए बालश्री सम्मान से सम्मानित किया जावेगा। 
  बालश्री वर्ष 2015 के लिए जबलपुर से सम्मानित कुमारी श्रेया खंडेलवाल संवाद एवं अभिनय तथा मास्टर अभय सौंधिया को भी वर्ष 2019 में आयोजित अलंकरण समारोह में  बालश्री अलंकरण दिए जाएंगे ।  मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र नई दिल्ली उत्तर प्रदेश तथा दक्षिण भारत के प्रदेशों तमिल नाडु केरल आदि के  बच्चे इन स्पर्धाओं में शामिल होते हैं । 
      बालश्री अलंकरण में बच्चों को एक ट्रॉफी 15000  के किसान विकास पत्र तथा प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है ।  वर्ष 2014 में जबलपुर से शुभम राज अहिरवार को यह सम्मान प्राप्त हुआ था । 
आइए मिलते हैं भोपाल की प्रतिभाशाली तान्या शर्मा से जो नेत्र दिव्यांग है :--
      भोपाल की कु. तान्या ( सुपुत्री - श्रीमती अर्चना सुनील  शर्मा ) विलक्षण प्रतिभा की धनी है ।उसमे इस वर्ष रिनेसा डिवाइन पब्लिक स्कूल भोपाल से 8th की परीक्षा में  94 % अंक प्राप्त किये है ।  उल्लेखनीय है कि तान्या की आँखों में समस्या होने से वह सामान्य रौशनी में न तो पढ़ सकती है न ही बिना सहारे के चल सकती है ।उसे पढ़ाई के वक्त और अधिक रौशनी देना होती है और परीक्षा में भी यही व्यवस्था करना पड़ती है । इतनी असहजता के बावजूद वह प्रतिभावान है । साथ ही वह गायन व वादन में भी असाधारण प्रतिभा की धनी है ।वह प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद से गायन में भी सन् 2014 -15 में  प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई है ।उसने कलकत्ता की हिन्दुस्तानी आर्ट एन्ड म्यूजिक सोसायटी से हारमोनियम में सन् 2015 -16 में सीनियर डिप्लोमा भी प्रथम श्रेणी में प्राप्त किया , चंडीगढ़ के प्राचीन कला केन्द्र से सन् 2014 -15 से भाव संगीत में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है ।विगत दिनों भोपाल में आयोजित गूँज -2 के आयोजन में भी तान्या ने अपनी प्रस्तुति दी थी । सन् 2015 में स्कूल में वाद - विवाद प्रतियोगिता में भी प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है । प्रतिभाशाली  तान्या की इस उपलब्धि पर हमे गर्व है ,हम तान्या बिटिया को जल्द ही आँखों की रौशनी अच्छी मिले यही ईश्वर से प्रार्थना करते है और उसकी  उज्ज्वल भविष्य की कामना करते है ।

बुधवार, 2 जनवरी 2019

बाल भवन को सुविधा संपन्न बनाया जाएगा : विनय सक्सेना




                                                                                       जबलपुर 01/01/2018
नव वर्ष स्वागत हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत आज संभागीय बाल भवन में त्तर उमध्य विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री विनय सक्सेना ने मुख्य आतिथि के रूप में कहा कि वे संभागीय बाल भवन के लिए हरसंभव किसी भी तरह की कमी ना हो हम ऐसे प्रयास करेंगे बाल भवन उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में अब शामिल हो गया है.  उन्होंने संचालक बाल भवन को निर्देशित किया कि बाल भवन के लिए अपेक्षित सामग्री एवं अन्य आवश्यकताओं का भी आँकलन कर विधिवत प्रस्ताव उन्हें सौंपा जाए ।अब भविष्य में मैं बच्चों से मिलने एवं उनकी कला साधना से परिचित होने अनौपचारिक रूप से आता रहूँगा . बच्चों  को सुविधा से वंचित न रखना सरकार  सर्वोच्च प्राथमिकता है .
संस्था की वार्षिक उपलब्धियों का विवरण संचालक संभागीय बालभवन गिरीश बिल्लोरे द्वारा प्रस्तुत किया गया .  

बाल भवन में इस अवसर पर निश्चय संस्था द्वारा सभा का क्षेत्र 40 कुर्सियां श्री आदित्य अग्रवाल ने भेंट स्वरूप प्रदान की जो श्री विनय सक्सेना के हाथों संचालक को सौंपी गई ।
कार्यक्रम अध्यक्ष श्री प्रोफेसर राजेंद्र ऋषि ने कहा कि- मैं चकित हूं कि नन्हे नन्हे बच्चों को इतने तल्लीन का से शिक्षित प्रशिक्षित किया जाता है और वह भी वार्षिक नाम मात्र के शुल्क पर पिछले 4 वर्षों में जबलपुर की जरूरत बन गया है बाल भवन . हम भी इस बाल भवन के लिए आवश्यकतानुसार जन सहभागिता करने के लिए तैयार है ।

डॉक्टर अभिजात कृष्ण त्रिपाठी {प्राचार्य श्रीजानकीरमण म.वि.}  ने अपने उदबोधन में कहा कि - बाल भवन में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है जानकी रमन महाविद्यालय एवं जबलपुर की सभी सक्रिय संस्थाएं मिलकर संभागी बाल भवन के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित करेगी जिसमें बाल भवन के बच्चे अपनी संपूर्ण प्रस्तुतियां दे सकेंगे उन्होंने विशेष रूप से उन्नति तिवारी का उल्लेख करते हुए कहा उन्नति तिवारी एक क्षमतावान बाल कलाकार है और इन्हें अवसर देना हमारा दायित्व है ।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार एवं कवि श्री गंगाचरण मिश्र ने कहा कि मैं बाल भवन की सतत उन्नति को देखकर आश्चर्यचकित हूं किसी शासकीय संस्थान में इतनी प्रतिभाओं को एक साथ देख कर कोई भी चकित रह जाएगा । बाल भवन को अतिथियों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया निश्चय संस्था द्वारा रुपए 14164 की थी कुर्सियां प्रदान की गई जबकि प्रोफेसर राजेंद्र ऋषि एवं श्री अभिमन्यु जैन द्वारा 1500 की राशि प्रदान की गई ।
एडवोकेट श्री संपूर्ण तिवारी ने कहा कि जबलपुर के लिए ही नहीं पूरे प्रदेश बाल भवन जबलपुर जैसी संस्थाएं अनिवार्य है इन संस्थाओं का उन्नयन तथा इन्हें अधिक सुविधा संपन्न बनाया जाना चाहिए ।
अतिथियों का स्वागत श्रीमती रेनू पांडे डॉ शिप्रा श्रीदेवी यादव श्री सोमनाथ सोनी में किया ।

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन में , आशिका ताम्रकार सरीना बरनार्ड उन्नति तिवारी मानसी सोनी शांभवी पंड्या राजवर्धन पटेल ईशा गुप्ता देव विश्वकर्मा ,आकर्ष जैन विशेष शर्मा एवं समीर सराठे ने गायन प्रस्तुत किया जबकि नाक के लोग के सीनियर कलाकारों श्री देवेंद्र सिंह ग्रोवर श्री विनय शर्मा श्री पराग तेलंग पूजा कनौजिया रविंद्र मुरहार श्री राहुल झारिया श्री शंकर भूमिया शैलेंद्र राजपूत ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अंतर्गत नुक्कड़ की प्रस्तुति की । नाटक के लेखक एवं निर्देशक श्री रविंद्र सिंह ग्रोवर थे ।

आयोजन में डॉक्टर शरद भाई पालन , श्री कौशल दुबे राष्ट्रीय कवि मनीष तिवारी श्रीमती माधुरी मिश्रा कवियत्री की उपस्थिति उल्लेखनीय रही है ।
इस अवसर पर कार्यालय सहयोगी कर्मचारी श्री टेकराम डेहरिया एवं श्री राजेंद्र श्रीवास्तव ने आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ।

 


Featured Post

पुरस्कार पाकर लाड़ली-लक्ष्मियों के खिले चेहरे

संभागीय बाल भवन जबलपुर में लाडली लक्ष्मी सप्ताह अंतर्गत आयोजित विभिन्न गतिविधियों लाडली लक्ष्मी हितग्राही बालिकाओं द्वारा बढ़ चढ...