रविवार, 31 जुलाई 2016

अपना बचपन मत छिनने दो : प्रोफेसर सत्यदेव त्रिपाठी




रंगकर्म के मामले में संस्कारधानी सदा से सामर्थ्यवान एवम सक्षम रही है . बालभवन जैसी संस्थाओं  को इस दिशा में काम करते देख मैं अभिभूत हूँ. एक प्रश्न के उत्तर में श्री त्रिपाठी ने कहा :- फिल्में आकर्षित अवश्य करतीं  हैं किंतु हम रंगकर्म को महत्वपूर्ण मानते हैंतदाशय के विचार प्रोफेसर श्री सत्यदेव त्रिपाठी, नाट्य-समीक्षक ने बालभवन जबलपुर में आयोजित टाक-शो में व्यक्त किये.
                        विगत चार दशकों से रंगकर्म के क्षेत्र में प्रोफेसर सत्यदेव त्रिपाठी ने बाल्यकाल में प्राप्त प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि- गोवा यूनिवर्सिटी में पदस्थी के दौरान मैंने अपने बच्चे  को पणजी के  बालभवन में थियेटर का प्रशिक्षण दिलवाया मेरा बेटा अब मुम्बई में फिल्म में काम कर रहा है
फिल्मों एवम समसामयिक परिस्थितियों के कारण नाटक में काफी बदलाव आए हैं. बच्चे भी नाटक की ओर आकृष्ट हुए हैं. किंतु करियर एवम स्कूली शिक्षा के अत्यधिक दबाव बच्चों को समय का अभाव देखा जा रहा है.
हिंदी फिल्म समीक्षक एवम विश्लेशक श्री प्रहलाद अग्रवाल ने बच्चोंसे बातचीत करते हुए उनको बाल सुलभ अवस्था में रहकर आगे सदा सीखते रहने की सलाह दी. कार्यक्रम का शुभारँभ सरस्वती पूजन एवम बच्चों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ. सम्भागीय बालभवन जबलपुर  के बारे में विस्तार से संचालक द्वारा अतिथियों को जानकारी दी गई . इस अवसर पर लाडो की ब्राड एम्बेसडर इशिता विश्वकर्मा ने माँ नयन सोनी एवं आयुष रजक के साथ शुभम जैन का लिखा लाडो गीत प्रस्तुत किया .   
कार्यक्रम में कु.   मनु कौशल ,तबला, श्रेया खंडेलवालअभिनय  , प्रवीन उद्दे    गायन , विशेष श्रेणी नेत्र दिव्यांग , आकाश कोहली  पेंटिंग , विशेष श्रेणी, [बालग्रह] ,  सृष्टि गुप्ता          संवाद-लेखन, अभय सौंधिया    मूर्तिकला. कुमारी माया पटेल कविता-लेखनविशेष-श्रेणी नेत्र दिव्यांग, कुमारी अपूर्वा गुप्ता विज्ञान-माडल  सौम्य नागवंशी विज्ञान माडल विशेष श्रेणी, अस्थि दिव्यांग को 5-5 हज़ार रुपये की राशि उपहार स्वरूप प्रदान की गई . बालभवन की ओर से  अतिथियों को कुमारी तान्या बडकुल एवम बालश्री विजेता शुभमराजअहिरवार द्वारा  बनाई गई पेंटिंग्स भेंट की गई .  कार्यक्रम में श्री नितिन अग्रवाल  एवम श्री उपाध्याय जी  विशेश रूप से उपस्थित रहे .
श्रीमति रेणु  पाण्डे, सुश्री शिप्रासुल्लेरे ,श्री इंद्र पाण्डेय ,श्री देवंद्र यादव   श्रीमति विजय लक्ष्मी अय्यर,श्री अमित जाट, श्री  सोमनाथ सोनी ,  श्री टेकराम डेहरिया   के अतिरिक्त मुस्कान सोनी , कुमारी मनीषा तिवारी , श्री शुभम जैन का सहयोग उल्लेखनीय रहा   

शनिवार, 30 जुलाई 2016

बालभवन जबलपुर : टाक शो दिनांक 31 जुलाई 16 को

           रंगकर्म समीक्षक विचार, लेखक प्रोफेसर श्रीयुत सत्यदेव त्रिपाठी,  मुम्बई फिल्म समीक्षक एवम भारतीय सिनेमा के सौ साल के इतिहास के लेखक श्रीयुत प्रहलाद अग्रवाल सतना ,  द्वारा बालभवन में  आयोजित टाक शो दिनांक 31  जुलाई 16 को  अपरान्ह 02:00 में बाल कलाकारों के सवालों के ज़वाब देंगें  . इस अवसर पर बालश्री 2015 के 09 प्रांतीय विजेताओं राष्ट्रीय बालभवन  45 हज़ार रुपयों की राशि अतिथियों द्वारा प्रदान की जावेगी .    


गुरुवार, 28 जुलाई 2016

“राष्ट्रीय बालश्री 2016 के लिये गायन एवम अभिनय में कठिन हुआ निर्णय लेना”


                    सम्भागीय बालभवन जबलपुर द्वारा 23 जुलाई 16 से राष्ट्रीय बालश्री चयन हेतु आंतरिक चयन प्रक्रिया प्रारम्भ होकर 21 अगस्त 2016 तक जारी रहेगी . इस क्रम में दिनांक 28 एवम 29  जुलाई को बालभवन में गायन एवम अभिनय में अंध मूक बधिर विद्यालय, राजकुमारी बाई बाल निकेतन के प्रतिभागियों सहित बाल भवन के बच्चों ने भाग लिया . उदघाटन सत्र   श्री विनय शर्मा, श्री संतोष सिंह राजपूत , सुश्री  शमिष्ठा घोष , अमित चक्रवर्ती, नृत्य गुरु श्री इंद्र पाण्डे   की उपस्थिति में सपन्न हुई . आज़ से प्रारम्भ प्रतियोगता में 45 बच्चों ने भाग लिया . प्रतियोगिता के प्रथम राउण्ड में बच्चों ने च्वाइस  के गीत एवम अभिनय का प्रदर्शन किया तथा द्वितीय राउण्ड में निर्णायकों की च्वाइस पर अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं गई. इस क्रम में नाट्क एवम गायन के लिये   अंतिम चयन दिनांक 29 जुलाई 16 को  होगा.    

                                
    उदघाटन सत्र के प्रारम्भ में अतिथियों दीप प्रज़्ज़्वलन किया तदुपरांत राष्ट्रीय बालश्री सम्मान के विषय में संचालक बालभवन ने  विस्तार से जानकारी दी .अतिथियों का स्वागत श्रीमति मीना सोनी श्रीमति रेणु पाण्डे, श्री अमित जाट आदि ने किया जबकि आभार प्रदर्शन श्रीमति विजयलक्ष्मी अय्यर ने किया . प्रतियोगिताके आयोजन में  संगीत निर्देशक सुश्री शिप्रा सुल्लेरे , तबला प्रशिक्षक श्री सोमनाथ सोनी मुस्कान  सोनी नाट्य प्रशिक्षक अभिनेता श्री अक्षय सिंह ठाकुर, नुक्कड नाटक प्रशिक्षक कुमारी मनीषा तिवारी  शुभम जैन, ,  श्रीमति सीता ठाकुर एवम टी आर डेहरिया का योगदान उल्लेखनीय रहा .   दिनांक 30 से 31 जुलाई 16 तक कला प्रतिस्पर्द्धा आयोजित की  जावेंगी ,जिसमें ग्राफिक्स, चित्रकला, मूर्तिकला,शिल्पकला आदि विधाओं से  राज्य स्तरीय शिविर हेतु  बच्चों का चयन किया जावेगा .  

रविवार, 24 जुलाई 2016

बालश्री 2016 के लिये वादन एवम सृजनात्मक लेखन के परिणाम घोषित



विजेता चेहरे 
        बालभवन में आयोजित राष्ट्रीय बालश्री 2016 चयन हेतु प्रक्रिया के तहत वादन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मास्टर अंकित बेन, द्वितीय स्थान मास्टर विश्वेश व्यास  तृतीय स्थान सिद्धांत कोठिया ने अर्जित किया .              
         लेखन कविता विधा के लिये प्रथम उन्नति तिवारी ,द्वितीय देवांशी जैन, तृतीय वीनश  खान, संवाद में प्रथम- वैशाली बरसैंया, द्वितिय सृष्टि गुप्ता, तृतीय श्रीया गुप्ता , गद्य- प्रथमबीनश खान, द्वितीय – निधि पूर्णिमा, तृतीय – सृष्टि गुप्ता , कहानी  – प्रथम – सुनीता केवट, द्वितीय- वैशाली बरसैंया,  तृतीय - मुस्कान सौंधिया, स्थान पर रहीं .
प्रथम स्थान अर्जितकरने वाले प्रतिभागी राज्य-स्तरीय शिविर के लिये  चयनित किये गये हैं.           
निर्णायक के रूप में श्री  अनुराग त्रिवेदी, कुमारी प्रगति पांडे,  वादन निर्णायक के रूप में श्री शरद नामदेव, श्री विनोद  कायंदे उपस्थित रहे .

कार्यक्रम में श्रीमति रेणु पाण्डे, सुश्री शिप्रा सुल्लेरे,श्री सोमनाथ सोनी, नृत्य-गुरु श्री इंद्र पांडे, श्री देवेन्द्र यादव  के अतिरिक्त श्री अक्षय ठाकुर का सहयोग उल्लेखनीय रहा   .  

शनिवार, 23 जुलाई 2016

सीमित साधनों में असीमित कोशिश कर रहा है बालभवन : श्री सुशील शुक्ला



आज सम्पन्न रचनात्मक  लेखन में कविता, कहानी, गद्य, नाट्य-सम्वाद, तथा वादन में – तबला, हारमोनियम, सितार, गिटार, सिंथेसाइज़र, बांसुरी, ढोल, मृदंग, सेक्सोफोन, की प्रस्तुतियां . दी गईं        

संस्कारधानी के बच्चों को बच्चों के लिये देश के लिये स्थापित  प्रतिष्ठित बालश्री सम्मान अर्जन के लिये बच्चों   को प्रोत्साहित  करना गौरव की बात है. बालभवन जैसी  संस्था अपने सीमित साधनों  में असीमित कोशिश में कार्य कर रही है. मैं व्यक्तिगत रूप से बेहद प्रभावित हूँ . तदाशय  के  विचार   श्री सुशील शुक्ला सदस्य जिला योजना समिति ने बालभवन में आयोजित राष्ट्रीय बालश्री 2016 चयन हेतु प्रक्रिया के उदघाटन सत्र में व्यक्त किये.

प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी संचालक बालभवन ने दी जबकि अतिथियों का स्वागत श्री मति विजयलक्षमी अय्यर एवम श्रीमति मीना सोनी ने किया .  इस अवसर पर नेत्र दिव्यांग बालिकाओं  अंजली लोधी एवम भावना विश्वकर्मा ने प्रस्तुत की . कार्यक्रम के संयोजन में श्रीअमित जाट की भूमिका महत्वपूर्ण रही . लेखन के   निर्णायक के रूप में श्री  अनुराग त्रिवेदी, कुमारी प्रगति पांडे,  वादन निर्णायक के रूप में श्री शरद नामदेव, श्री विनोद  कायंदे उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में श्रीमति रेणु पाण्डे, सुश्री शिप्रा सुल्लेरे,श्री सोमनाथ सोनी, नृत्य-गुरु श्री इंद्र पांडे, श्री देवेन्द्र यादव  के अतिरिक्त कुमारी महिमा गुप्ता  श्री शुभम जैन का सहयोग उल्लेखनीय रहा   . 

शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

“राष्ट्रीय बालश्री चयन हेतु प्रक्रिया 23 जुलाई 16 से प्रारम्भ”

      

                    सम्भागीय बालभवन जबलपुर द्वारा 23 जुलाई 16 से राष्ट्रीय बालश्री चयन हेतु आंतरिक चयन प्रक्रिया प्रारम्भ होकर 21 अगस्त 2016 तक चलेगी . दिनांक 23 एवम 24  जुलाई 16 को रचनात्मक लेखन एवम वादन के लिये चयन प्रक्रिया संपन्न  होगी .

                        उदघाटन सत्र श्री सुशील शुक्ला सदस्य जिला योजना समिति के आतिथ्य  एवम श्रीमति मनीषा लुम्बा सम्भागीय उपसंचालक महिला सशक्तिकरण  की अध्यक्षता में सम्भागीय बालभवन में प्रात:  10:30 बजे से आयोजित है. 

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