वरिष्ट कलाकार श्री राजेंद्र कामले किलकारी में
दशावतार पेंटिंग में खो गये मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र कामले जी .. ऐनक के पीछे वाली आंखें स्थिर थीं.. अवाक भी हुए कुछ पल फ़िर बोले बच्चे कभी अमौलिक नहीं होते वे असली होते हैं और उनके रंग भी....... वाह क्या बात है !! बाल दिवस बच्चों का दिन मस्ती मज़ा और एक दूसरे से भोलेपन से मिलने वाला दिन पूरे एक हफ़्ते की गई मेहनत के रिज़ल्ट वाला दिन ठीक दो बज़े शहीद स्मारक भवन में आ गए हमारे प्रथम सत्र यानी प्रदर्शनी एवम मूर्ति के अनावरणकर्ता मुख्यअतिथि श्री राजेंद्र कामले जी. गैलरी में सजी चित्र प्रदर्शनी का प्रवेशद्वार फ़ीता काटकर खोला दशावतार पेंटिंग में खो गये मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र कामले जी .. चस्मे के पीछे वाली आंखें स्थिर थीं.. अवाक भी हुए कुछ पल फ़िर बोले बच्चे कभी अमौलिक नहीं होते वे असली होते हैं और उनके रंग भी....... वाह क्या बात है !! चाहा नेहरू की प्रतिमा का अनावरण किया कैप्शन जोड़ें महान पुरुषों की चर्चा करते हुए नेहरूजी की प्रतिमा में अच्कन पर चस्पा लाल ग़ुलाब को अपलक निहारते ब...