मंगलवार, 16 जनवरी 2018

ओडिसी नृत्यांगना पद्मश्री माधवी मुदगल की बालभवन में बाल साधकों से की मुलाक़ात


        संभागीय बालभवन जबलपुर एवं स्पिक-मैके जबलपुर चैप्टर द्वारा आज बाल भवन के बच्चों से वरिष्ठ ओडिसी नृत्यांगना श्रीमती माधवी मुदगल  {नई दिल्ली } की एक मुलाक़ात कराई गई . श्रीमती मुदगल वर्ष 1990 में भारत सरकार के पद्मश्री सम्मान से सम्मानित हो चुकीं है. 4 अक्टूबर 1951 में जन्मीं माधवी जी यद्यपि ओडिसी नृत्यांगना हैं परन्तु वे भरतनाट्यम , कत्थक पर भी समान अधिकार रखतीं हैं . 66 वर्ष की आयु में भी ओडिसी तथा अन्य शास्त्रीय नृत्य की प्रशिक्षण वर्तमान में भी देने वाली श्रीमती माधवी ने बाल साधकों को भारत के अन्य शास्त्रीय नृत्यों के  अंतर को सरल शब्दों में बताया . कार्यक्रम के शुभारम्भ में छोटी बालिकाओं  भक्ति, शर्मिष्ठा एवं श्रद्धा दासगुप्ता नें अतिथि कलाकारों का स्वागत किया. तदुपरांत श्रीमती माधवी द्वारा अपनी सह-नृत्यांगना शलाखा राय के साथ भगवान जगन्नाथ लीला की प्रस्तुति दी प्रस्तुति में गायन मणि कुंतला भौमिक सहयोग किया जबकि सितार पर यार मोहम्मद एवं पखावज पर जितेन्द्र स्वाइं का वादन प्रभावकारी रहा . देर शाम तक चली चर्चा में बच्चों को ज्ञात कराया गया कि – अन्य शास्त्रीय नृत्यों की तरह कथा एवं ताल नृत्य के  मूल घटक हैं . फर्क केवल यह है कि ओडिसी नृत्य त्रिभंग अर्थात शरीर के तीन हिस्सों से प्रस्तुत किया जाता है.
कार्यक्रम के आयोजन में श्री परिवेश चौधरी ,  डा शिप्रा सुल्लेरे एवं श्रीमती मीना सोनी का उल्लेखनीय योगदान रहा.





शुक्रवार, 12 जनवरी 2018

विवेकानंद विश्व प्रतिष्ठित भारत के प्रतिनिधि पुरुष : डा सलिल समाधिया


       
विवेकानंद ने भारत के निर्माता है  विश्व में प्रतिष्ठित भारत के प्रतिनिधि पुरुष हैं उनके जीवन से जब  भारत विवश था तब युग पुरुष विवेकानंद ने देश के लिए मार्ग प्रदर्शक का दायित्व निर्वहन किया . तदाशय के विचार युवा विचारक एवं योगाचार्य डा सलिल समाधिया ने संभागीय  बाल-भवन बिदामबाई कन्या विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित  कार्यक्रम में व्यक्त किये . कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन , अतिथि सत्कार , से हुआ. 


 अपने अध्यक्षीय भाषण में श्रीमती मनीषा लुम्बा ने बालभवन, एवं बिदामबाई स्कूल के संयुक्त आयोजन की सराहना करते हुए प्रेरक विचार व्यक्त किये. इस अवसर पर श्री राकेश अमलाथे द्वारा जरूरतमंद बालक बाबुल को बालभवन आने के लिए बस पास तथा श्रीमती विजय लक्ष्मी अय्यर द्वारा रिकरिंग जमा खाते की पासबुक प्रदान की . श्रीमती अय्यर प्रतिमाह शिक्षा सहायता हेतु निश्चित राशि जमा करेंगी . साथ ही बालक बाबुल को सुश्री शैलजा द्वारा विशेष कोचिंग का दायित्व स्वीकारा . निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्नेहा केवट , द्वितीय शीतल सौंधिया, तृतीय पल्लवी गुप्ता, विशेष पुरस्कार खुशबू, ज्योति एवं महक को , चित्रकला में प्रथम रति साहू श्रुद्धा दास गुप्ता शर्मिष्ठा दासगुप्ता को प्रथम तीन एवं श्रुति सेन एवं श्रेयांश मल्लाह को पुरस्कृत किया गया. सीनियर वर्ग में आदित्य सिंह ठाकुर, तपस्या साहू एवं अमृत जैन ने प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान अर्जित किये जबकि संध्या राजभर को विशेष पुरस्कार  दिया गया. इस अवसर पर शुभ बर्मन, भूमि, सर्मिश्था, श्रुद्धा, आरना, शाम्भवी पंडया, लकी सुकेले, प्रफुल श्रीवास, सानिध्य पचौरी, इशिता तिवारी, पियूष सेन, वंशिका चांदवानी, पायल श्रीवास, आशिका ताम्रकार आदि  को संगीत के लिए पुरुस्कृत किया गया .

कार्यक्रम के प्रारंभ में संचालक बालभवन, गिरीश बिल्लोरे , प्राचार्य बिदाम बाई श्रीमती शशि लडीया ने संयुक्त आयोजन पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में श्री अखिलेश मिश्रा, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी, श्रीमति अजय जैन सहायक संचालक, श्रीमती रीता पटेल परियोजना अधिकारी उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन कुमारी श्रेया खंडेलवाल एवं कुमारी पगति पाण्डेय ने किया , कार्यक्रम के प्रारम्भ में सरस्वती वंदना एवं युवा समूह गान बाल भवन के बच्चों द्वारा किया गया . कार्यक्रम में डा शिप्रा सुल्लेरे , श्री देवेन्द्र यादव, श्री इंद्र पांडे, श्रीमती मीना सोनी  श्री सोमनाथ सोनी, श्री टी आर डेहरिया, श्री राजेन्द्र श्रीवासत्व    का योगदान उल्लेखनीय रहा  

मंगलवार, 2 जनवरी 2018

“नुक्कड़-नाटक से प्रेरित होकर बच्चों, अतिथियों ने बालभवन परिसर को साफ़ किया ”

संभागीय बाल-भवन महिला सशक्तिकरण  (म बा वि ) जबलपुर द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण अंतर्गत वातावरण निर्माण हेतु नुक्कड़ एवं संगीत कार्यक्रमों का आयोजन श्री रोहित कौशल अतिरिक्त आयुक्त नगर पालिक निगम जबलपुर के मुख्यातिथ्य में  बालभवन परिसर में हुआ. आयोजन में बालभवन के बालकलाकारों मुस्कान सोनी, सुश्री रंजना निषाद, वैशाली बरसैंया आयुष रजक, हर्ष सौंधिया, सूर्यभान सिंह ठाकुर “राम जी ”,  उन्नति तिवारी, श्रुति जैन, श्रेया ठाकुर, आदि ने डा शिप्रा सुल्लेरे के संगीत निर्देशन में बालभवन  जबलपुर द्वारा निर्मित स्वच्छता एलबम के गीतों की प्रस्तुति की गई. तदुपरांत बालभवन, की सहयोगी संस्था नाट्यलोक  द्वारा श्री दविंदर सिंह ग्रोवर , विनय शर्मा, रविन्द्र मुर्हार , जीतेन्द्र सिंह राणा, पराग तेलंग, एवं मनीषा तिवारी अभिनीत स्वच्छता पर केन्द्रित प्रेरक लघु-नाटक  नाटक का प्रदर्शन किया.
 मुख्यअतिथि  कार्यक्रम में मुख्यअतिथि का सम्मान बुके देकर कुमारी,  श्रेया खंडेलवाल, ने तथा पेंटिंग भेंट कर  श्री मति विजय लक्ष्मी अय्यर, एवं मीना सोनी द्वारा किया गया . कार्यक्रम के आयोजन में श्री सोमनाथ सोनी, इन्द्र पांडे एवं श्री देवेन्द्र यादव, टी आर डेहरिया का सहयोग  उल्लेखनीय रहा.
श्री कौशल द्वारा  द्वारा लाडो-ब्रांड एम्बेसडर बाल फिल्म अभिनेत्री श्रेया खंडेलवाल, जिंगल के गायक कलाकारों क्रमश: मुस्कान सोनी, श्रद्धा बिल्लोरे, आयुष रजक, हर्ष सौंधिया, सुश्री रंजना निषाद, के साथ साथ नाट्य दल के कलाकारों को पदक देकर सम्मानित किया. वर्ष 2017 में एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली बाल नृत्यांगना कुमारी यशि तिवारी को सम्मानित किया.
नुक्कड़-नाटक से प्रेरित होकर बच्चों, अभिभावकों, एवं अतिथियों ने परिसर से 5-5 कागज, कचरा, पन्नी आदि एकत्र कर डस्टबीन में संग्रहीत किये . तथा प्रतिदिन ऐसा करने का संकल्प लिया

सोमवार, 11 दिसंबर 2017

किशोरियों के लिये आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र प्रारम्भ

शौर्या शक्ति आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र प्रारम्भ*श्री संजय अब्राहम परियोजना अधिकारी आईसीडीएस जबलपुर नगरीय क्रमांक 06 के अनुरोध पर *बालभवन जबलपुर* द्वारा वर्ष 2014 से संचालित शौर्या शक्ति आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र   ... आज दिनाँक 11 दिसम्बर 2017 से  विद्यापीठ स्कूल , सेक्टर घमापुर जबलपुर में प्रारंभ कराया । सेक्टर पर्यवेक्षक का इस हेतु विशेष योगदान रहा है पर्यवेक्षक किरण  ने बताया कि इस सत्र में 80 बालिकाओंं को लाभ मिलेगा
श्रीमती कल्पना रिछारिया ने जिला  कार्यक्रम अधिकारी मंडला द्वारा भी ऐसे प्रशिक्षणों के लिए परियोजना अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए

मंगलवार, 14 नवंबर 2017

मध्यप्रदेश के 12 बाल कलाकार दिल्ली में

आज से राष्ट्रीय बालभवन नई दिल्ली में तीन दिवसीय बालदिवस समारोह का प्रारम्भ हो गया है । जिसमें देश भर 1500 से अधिक बच्चे शामिल हुए हैं । मध्यप्रदेश से सागर जबलपुर एवम राज्य स्तरीय बालभवन से 18 सदस्यीय दल शामिल हुआ है । तीनों दिन लगातार बच्चे कला एवम बौद्धिक स्पर्धाओं में शामिल होंगे । राज्य स्तरीय बालभवन संचालक श्रीमती तृप्ति त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिवर्ष प्रदेश से उत्कृष्ट प्रदतुतियाँ दीं जातीं है । इस वर्ष भी सागर जबलपुर भोपाल से अधिकतम पुरुस्कार की उम्मीद है । बालभवन सागर के संचालक रोहित बड़कुल जबलपुर के संचालक गिरीश बिल्लोरे ने बच्चों की कड़ी मेहनत के कारण सफलता की उम्मीद जताई है
जबलपुर की तैयारी विशेष
राष्ट्रीय बाल सभा एवं एकीकरण शिविर में भाग लेने जबलपुर से 4 बच्चों सहित 6 सदस्यीय सांस्कृतिक दल को दिनांक 12 नवम्बर 17 को दिल्ली राष्ट्रीय बालभवन के लिए रवाना किया. ये बच्चे महाकौशल क्षेत्र की कला का प्रदर्शन करेंगें .
बुन्देली लोक नृत्य , लोक संगीत , गोंडी भित्ती चित्रकला , के अलावा बच्चे गिरीश बिल्लोरे द्वारा लिखे रानी दुर्गावती एवं दीवान आधारसिंह के बीच 16 वीं सदी की सामरिक परिस्थियों पर हुई चर्चा के विवरण एवं रानी दुर्गावती के बलिदान पर केन्द्रित विवरण का नाट्य रूपान्तारण, प्रस्तुत करेंगें. 
संभागीय बालभवन जबलपुर में इनको एक माह तक श्री इंद्र पाण्डेय, डा. शिप्रा सुल्लेरे, कुमारी रेशम ठाकुर , सुश्री रूचि केशरवानी, संजय गर्ग व मनीषा तिवारी ने विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है. बाल कलाकार 14 से 16 नवम्बर तक एकल एवं सामूहिक प्रस्तुतियों में शामिल होंगे.



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