आज से राष्ट्रीय बालभवन नई दिल्ली में तीन
दिवसीय बालदिवस समारोह का प्रारम्भ हो गया है । जिसमें देश भर 1500 से अधिक बच्चे शामिल
हुए हैं । मध्यप्रदेश से सागर जबलपुर एवम राज्य स्तरीय बालभवन से 18 सदस्यीय दल शामिल हुआ
है । तीनों दिन लगातार बच्चे कला एवम बौद्धिक स्पर्धाओं में शामिल होंगे । राज्य
स्तरीय बालभवन संचालक श्रीमती तृप्ति त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिवर्ष प्रदेश से
उत्कृष्ट प्रदतुतियाँ दीं जातीं है । इस वर्ष भी सागर जबलपुर भोपाल से अधिकतम
पुरुस्कार की उम्मीद है । बालभवन सागर के संचालक रोहित बड़कुल जबलपुर के संचालक
गिरीश बिल्लोरे ने बच्चों की कड़ी मेहनत के कारण सफलता की उम्मीद जताई है
जबलपुर की तैयारी विशेष
राष्ट्रीय बाल सभा एवं एकीकरण शिविर में भाग
लेने जबलपुर से 4 बच्चों सहित 6 सदस्यीय सांस्कृतिक दल को दिनांक 12 नवम्बर 17 को दिल्ली राष्ट्रीय बालभवन के लिए रवाना किया.
ये बच्चे महाकौशल क्षेत्र की कला का प्रदर्शन करेंगें .
बुन्देली लोक नृत्य , लोक संगीत , गोंडी भित्ती चित्रकला , के अलावा बच्चे गिरीश
बिल्लोरे द्वारा लिखे रानी दुर्गावती एवं दीवान आधारसिंह के बीच 16 वीं सदी की सामरिक
परिस्थियों पर हुई चर्चा के विवरण एवं रानी दुर्गावती के बलिदान पर केन्द्रित विवरण का
नाट्य रूपान्तारण, प्रस्तुत करेंगें.
संभागीय बालभवन जबलपुर में इनको एक माह तक श्री
इंद्र पाण्डेय, डा. शिप्रा सुल्लेरे, कुमारी रेशम ठाकुर , सुश्री रूचि केशरवानी, संजय गर्ग व मनीषा
तिवारी ने विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है. बाल कलाकार 14 से 16 नवम्बर तक एकल एवं
सामूहिक प्रस्तुतियों में शामिल होंगे.