गुरुवार, 3 अगस्त 2017

Rakshabhandhan At Balbhavan Jabalpur



Children of Divisional Balbhavan are making Rakhi under the guidance of Ms. Rishm Thakur these days. The children's of balbhavan  will be   Celebrate  rakhi at Balbhavan Jabalpur campus on 5th of August 2017, the Director Balbhavan said that this program is being
organized with the aim of making children aware of the existence of trees and protecting human beings. . These photos are showing trees decorating ... Balbhavana employees

बुधवार, 26 जुलाई 2017

वृक्षों को राखी बांधेंगे बालभवन के बच्चे


               संभागीय बालभवन के बच्चों द्वारा इन दिनों सुश्री रेशम ठाकुर के मार्गदर्शन में राखियों का निर्माण किया जा रहा है. बच्चे ये राखियाँ बालभवन परिसर में लगे पेड़ों को दिनांक 5 अगस्त 2017 को बांधेंगे. संचालक बालभवन ने बताया कि – बच्चों को पेड़ों के जीवधारी होने का आभास कराने तथा मानवजाति के रक्षक होने का सन्देश देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम रक्षाबंधन पर्व के पूर्व आयोजित किया जा रहा है. संभागीय बालभवन में “पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ” का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. प्रत्येक पौधे की देखभाल 5-5  बच्चों के समूह द्वारा की जा रही है. वे प्रतिदिन अपने अपने पेड़ों की देखभाल स्वयमेव करतें हैं. इतना ही नहीं बच्चों ने पेड़ों के झमरू, छोटू , सरगम, हिन्दुस्तान, भारत, गजानन, घुँघरू, कीवी, चेरी, शिखा, नटवर, पप्पू  आदि नाम तक  रखें  है . श्री देवेन्द्र यादव के अनुसार बच्चे अपनी बाटल से पेड़ों में पानी देते हैं उनसे बात करते हैं  तथा उनके लिए बच्चों  थरे (सर्किल) भी बनाएं गएँ हैं   पेड़ों की देखभाल से 14 बाल समूह जुड़े हुए हैं . 

                   




मंगलवार, 4 जुलाई 2017

बच्चों ने लगाए पौधे रक्षा की कसम भी खाई

                                                       संभागीय बालभवन जबलपुर में बच्चों ने 17
फलदार वृक्ष आंवला जामुन मुनगे के पौधों का रोपण किया । 

प्रत्येक पौधे के लिए एक वरिष्ठ संरक्षक के रूप में अनुदेशकों  कर्मचारीयों  को नियुक्त किया गया जो  प्रत्येक पौधे की दैनिक देखभाल करेंगे . सहयोग  के लिए वृक्ष-मित्र टोलियों का गठन किया गया है.  15-15 बच्चों की टोलियाँ प्रतिदिन अपने अपने  पौधे की देखभाल और उनकी ग्रोथ का ध्यान रखेंगीं. माह भर में पौधे की ग्रोथ अनुसार बच्चों को पुरस्कार दिए जावेंगे. 


बुधवार, 21 जून 2017

संगीत एवं योग दिवस : योगासन एवं संगीत रागों की जुगलबंदी

संभागीय बालभवन में संगीत एवं योग दिवस का आयोजन किया गया संभागीय बालभवन में   योग और संगीत के कार्यक्रम में 30 योगासन एवम 20 से अधिक संगीत रागों की जुगलबंदी हुई ।
डॉ शिप्रा सुल्लेरे  की संगीत रचनाओं पर श्री देवेन्द्र यादव  ने योगाभ्यास कराया । इस प्रयोग में ओमकार उदघोष के अलावा संगीत और योग के अंतर्संबंधों की सरल व्याख्या करते हुए शरीर पर योग और संगीत के सकारात्मक प्रभाव के महत्व को डॉ शिप्रा सुल्लेरे ने सरलभाषा में समझाया ।
बालभवन द्वारा संगीत एवम योग दिवस आयोजित इस कार्यक्रम में 300 से अधिक बालकला साधक  मौजूद थे ।

सोमवार, 12 जून 2017

मातृभूमि के सच्चे बेटों की करना रक्षा हे भगवान !! : उन्नति तिवारी


देश के सैनिक
सूरज ऊगे सूरज डूबे  ,
हर क्षण मेहनत करते सैनिक .
इस देश की रक्षा की खातिर,
हर दर्द सहज हो सहते  सैनिक.

चाहे ठंड रहे , या  धूप रहे. 
या बादल गीली बात कहे ,
रुकते न कभी ये वीर सिपाही  ,
ऋतु  ऋतु के तीखे वार सहें .

देश प्रेम के  भाव भरे मन
नहीं है थकते उनके तनमन,
सियाचीन लद्दाख समंदर ,
इनके लिए खेल के आँगन  .

मां बाबा बेटी बेटों को 
छोड़ गाँव गलियाँ खेतों को
मातृभूमि की आन बचाने  
नापा करते परबत खेतों को   

सुखी नींद की वजह है सैनिक,
निर्भयता की वजह है सैनिक .
इनका कर्ज़ चुकाऊँ कैसे- 
देव तुल्य भारत के सैनिक 

सदा करें हम इन्हें सलाम,
सदा कहें जय वीर जवान.
मातृभूमि के सच्चे बेटों की
रक्षा करना हे भगवान !

            - #उन्नति_तिवारी

मंगलवार, 6 जून 2017

चार दिवसीय पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रमों का समापन


संभागीय बालभवन द्वारा दिनांक 3 जून 2017 से 6 जून 2017 तक पर्यावरण संरक्षण हेतु वातावरण निर्माण के लिए चित्रकला, संगीत, साहित्यिक शिविरों / कार्यशालाओं का  चार दिवसीय आयोजन संपन्न हुआ.
प्रथम दिवस :- दिनांक 3 जून 2017
·       पर्यावरण एवं साहित्य :-  दिनांक 3 जून 2017 से 5 जून 2017 तक डा संध्या शुक्ला “मृदुल” द्वारा गीत एवं कविता कार्यशाला
·        नाट्य – कार्यशाला  :- दिनांक 3 जून 2017 से 6 जून 2017 तक  , राजस्थान के खेजड़ली के 363 स्त्री-पुरूषों के बलिदान की कहानी के आधार पर नाटिका तैयार की जा रही है . जिसकी प्रस्तुति 6 जून को बालभवन परिसर में प्रात: 09 बजे होगी . इस कार्यशाला को बालभवन की पूर्व छात्रा कु. मनीषा तिवारी द्वारा संचालित की जा रही है.
·       हरीतिमा हस्तलिखित पत्रिका  :- दिनांक 3 जून 2017 से 5 जून 2017 तक  श्रीमती निशा गौर एवं कु. रेशम ठाकुर के निर्देशन में तैयार हस्त लिखित पुस्तिका हरीतिमा का निर्माण किया गया है जिसका विमोचन दिनांक 6 जून को माननीय मंत्री जी श्री शरद जैन जी, के कर कमलों से होगा.
·       संगीत रचना कार्यशाला :- दिनांक 3 जून 2017 से 4 जून 2017 तक संपन्न संगीत रचना कार्यशाला, डा शिप्रा सुल्लेरे के मार्गदर्शन में  सपन्न हुई

           द्वितीय  दिवस :- दिनांक 4 जून 2017
·      सभी कार्यशालाओ का द्वितीय दिवस
तृतीय  दिवस :- दिनांक 5 जून 2017
“बालभवन की सृजनात्मक गतिविधियाँ सराहनीय हैं : श्री शरद जैन ”
                  “संभागीय बालभवन की सृजनात्मक गतिविधियाँ न केवल सराहनीय हैं बल्कि इस संस्थान से शिक्षण संस्थाओं को सहयोग भी लेना चाहिए. मुझे यह जानकर प्रसन्नता होती है कि – बाल भवन के बच्चे राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तर पर संस्कारधानी का नाम रोशन कर रहे हैं. विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित वृक्षारोपण एवं  सांस्कृतिक कार्यक्रम नन्हें बच्चों के लिए  प्रेरक और आवश्यक है. मैं संभागीय बालभवन जबलपुर के विकास के लिए हर संभव मदद करूंगा .”
मुख्यअतिथि श्री शरद जैन ( राज्यमंत्री, मंत्री चिकित्सा शिक्षा ) ने तदाशय के विचार व्यक्त करते  हुए यह भी  कहा कि – “पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा न केवल राष्ट्रीय चिंता और चिंतन का मुद्दा है अपितु यह मुद्दा वैश्विक स्तर पर चिंता और चिंतन का विषय भी है बच्चों में जल संरक्षण वायु प्रदूषण से मुक्ति, स्वच्छता अभियानों के प्रति जन जागरूकता लाने की बेहद ज़रूरत है बालभवन न केवल कलात्मक बल्कि क्रियात्मक रूप से शिक्षित प्रशिक्षित किया जा रहा है . मैं बालभवन की सराहना किये बिना नहीं रह सकता”
इस अवसर पर पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं साहित्यकार श्री अनिल वैद्य ने बच्चों को तुलसी एवं नीम तथा फलदार वृक्षों के रोपण एवं संरक्षण के लिए प्रेरणाप्रद विचार व्यक्त किये .
समाज-सेवी श्री सत्येन्द्र शर्मा ने बालभवन के विकास और उसे अत्यधिक महत्वपूर्ण उपयोगी संस्थान बताते हुए बताया कि- अब बाल भवन में प्रतिवर्ष 1200  से अधिक बच्चे प्रवेश ले रहे हैं तथा बालभवन के लिए सामुदायिक सहयोग बेहद आवश्यक है.
बालभवन की उपलब्धियों एवं आयोजित कार्यक्रम की आवश्यकता पर संचालक गिरीश बिल्लोरे ने प्रकाश डाला .
कार्यक्रम में श्रीमती निशा गौर एवं कुमारी रेशम ठाकुर एवं रश्मि सिंह बघेल के मार्गदर्शन में निर्मित हरीतिमा नामक हस्तलिखित कृति का विमोचन  किया गया .
डा शिप्रा सुल्लेरे एवं श्री सोमनाथ सोनी के निर्देशन में बच्चों ने सामूहिक पर्यावरण गीतों का गायन किया . बालभवन भोपाल की नेत्र दिव्यांग छात्रा कुमारी तान्या शर्मा का गायन  विशेष आकर्षण का कारण रहा.
माननीय मुख्यअतिथि श्री शरद जैन जी ने कुमारी रेशम ठाकुर के निर्देशन में निर्मित चित्रकथा “खेजडली से टिहरी तक” का अवलोकन किया तथा परिसर में  पौधा  रोपित किया.
कार्यक्रम के आरम्भ में सरस्वती वन्दना , अतिथियों का स्वागत, श्रीमती विजयलक्ष्मी ऐय्यर , श्रीमती मीना सोनी डा शिप्रा सुल्लेरे, सोमनाथ सोनी, देवेन्द्र यादव द्वारा किया गया. कार्यक्रम का आकर्षक एवं प्रभावी  संचालन श्री आशुतोष तिवारी ने जबकी आभार प्रदर्शन श्री इन्द्र पांडे ने किया . कार्यक्रम के आयोजन में मनीषा तिवारी  श्री टेकराम डेहरिया का विशेष योगदान रहा .    

चतुर्थ  दिवस :- दिनांक 6 जून 2017
·     श्री सुनील खरे  उप संचालक पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड के सहयोग से पेंटिंग काम्पीटीशन का आयोजन तथा “खेजड़ली के वीर” नाटिका का प्रदर्शन कि या गया .





सोमवार, 5 जून 2017

“बालभवन की सृजनात्मक गतिविधियाँ सराहनीय हैं : श्री शरद जैन ”


                  “संभागीय बालभवन की सृजनात्मक गतिविधियाँ न केवल सराहनीय हैं बल्कि इस संस्थान से शिक्षण संस्थाओं को सहयोग भी लेना चाहिए. मुझे यह जानकर प्रसन्नता होती है कि – बाल भवन के बच्चे राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तर पर संस्कारधानी का नाम रोशन कर रहे हैं. विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित वृक्षारोपण एवं  सांस्कृतिक कार्यक्रम नन्हें बच्चों के लिए  प्रेरक और आवश्यक है. मैं संभागीय बालभवन जबलपुर के विकास के लिए हर संभव मदद करूंगा .”

मुख्यअतिथि श्री शरद जैन ( राज्यमंत्री, मंत्री चिकित्सा शिक्षा ) ने तदाशय के विचार व्यक्त करते  हुए यह भी  कहा कि – “पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा न केवल राष्ट्रीय चिंता और चिंतन का मुद्दा है अपितु यह मुद्दा वैश्विक स्तर पर चिंता और चिंतन का विषय भी है बच्चों में जल संरक्षण वायु प्रदूषण से मुक्ति, स्वच्छता अभियानों के प्रति जन जागरूकता लाने की बेहद ज़रूरत है बालभवन न केवल कलात्मक बल्कि क्रियात्मक रूप से शिक्षित प्रशिक्षित किया जा रहा है . मैं बालभवन की सराहना किये बिना नहीं रह सकता”

इस अवसर पर पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं साहित्यकार श्री अनिल वैद्य ने बच्चों को तुलसी एवं नीम तथा फलदार वृक्षों के रोपण एवं संरक्षण के लिए प्रेरणाप्रद विचार व्यक्त किये .
समाज-सेवी श्री सत्येन्द्र शर्मा ने बालभवन के विकास और उसे अत्यधिक महत्वपूर्ण उपयोगी संस्थान बताते हुए बताया कि- अब बाल भवन में प्रतिवर्ष 1200  से अधिक बच्चे प्रवेश ले रहे हैं तथा बालभवन के लिए सामुदायिक सहयोग बेहद आवश्यक है.
बालभवन की उपलब्धियों एवं आयोजित कार्यक्रम की आवश्यकता पर संचालक गिरीश बिल्लोरे ने प्रकाश डाला .
कार्यक्रम में श्रीमती निशा गौर एवं कुमारी रेशम ठाकुर एवं रश्मि सिंह बघेल के मार्गदर्शन में निर्मित हरीतिमा नामक हस्तलिखित कृति का विमोचन  किया गया .
डा शिप्रा सुल्लेरे एवं श्री सोमनाथ सोनी के निर्देशन में बच्चों ने सामूहिक पर्यावरण गीतों का गायन किया . बालभवन भोपाल की नेत्र दिव्यांग छात्रा कुमारी तान्या शर्मा का गायन  विशेष आकर्षण का कारण रहा.
माननीय मुख्यअतिथि श्री शरद जैन जी ने कुमारी रेशम ठाकुर के निर्देशन में निर्मित चित्रकथा “खेजडली से टिहरी तक” का अवलोकन किया तथा परिसर में  पौधा  रोपित किया.

कार्यक्रम के आरम्भ में सरस्वती वन्दना , अतिथियों का स्वागत, श्रीमती विजयलक्ष्मी ऐय्यर , श्रीमती मीना सोनी डा शिप्रा सुल्लेरे, सोमनाथ सोनी, देवेन्द्र यादव द्वारा किया गया. कार्यक्रम का आकर्षक एवं प्रभावी  संचालन श्री आशुतोष तिवारी ने तथा भार प्रदर्शन श्री इन्द्र पांडे ने किया . कार्यक्रम के आयोजन में मनीषा तिवारी  श्री टेकराम डेहरिया का विशेष योगदान रहा .     

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