रविवार, 15 मई 2022

बच्चों के भविष्य के लिए कम्युनिकेशन स्किल अत्यंत आवश्यक है : आशुतोष द्विवेदी, रंगमंच एवं फ़िल्म कलाकार, संवाद लेखक एवं सचिव विवेचना रंगमंडल




  इन दिनों संभागीय बाल विभिन्न शॉर्ट टर्म कोर्स संचालित कर रहा है मई और जून माह में संचालित होने वाले शॉर्ट टर्म कोर्सेज में कम्युनिकेशन स्किल एंकरिंग कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए मानसेवी प्रमुख प्रशिक्षक श्री आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि-" बाल भवन द्वारा उन कार्यों को किया जा रहा है जो बच्चों में जीवन उपयोगी विषयों पर केंद्रित है।

उनमें से एक है विचार संप्रेषण।

[  ] एंकरिंग साक्षात्कार संवाद संप्रेषण साहित्यिक सांस्कृतिक सामाजिक धार्मिक शासकीय अथवा संस्थागत कार्यक्रमों के संचालन की जानकारी हुई इस कार्यशाला में दी जावेगी।

[  ] इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों इस तथ्य की जानकारी देना है कि कोई भी विधा कैसे रोजगार उन्मुख हो सकती है

[  ] समाचार वाचन रेडियो जॉकी टेलीविजन इंटरव्यू सोशल मीडिया इंटरव्यू जैसे हुनर रोजगार उन्मुख हो सकते हैं।

[  ] वर्तमान में तकनीकी का उपयोग किया जा रहा है किंतु तकनीकों में मानवीय मौलिक कला की समावेशण बहुत आवश्यक है इस तथ्य से भी इस कार्यशाला में बच्चों को परिचित कराया जाएगा।

[  ] किसी भी कार्यक्रम के संचालन के लिए अध्ययन की आवश्यकता से इनकार नहीं किया जा सकता अध्ययन और अभिव्यक्ति का भी अंतर्संबंध बताया जावेगा।

[  ] बच्चों के लिए ऐसी कार्यशाला बाल भवन में पहली बार आयोजित कर बाल भवन में अपनी उपयोगिता सिद्ध की है।

[  ] अभिव्यक्ति में आरोह अवरोह शब्द चयन आदि रोज के वार्तालाप में आवश्यक है इन सब की बारीकियों का भी अध्ययन कराया जावेगा।

सोमवार, 2 मई 2022

लाडली उत्सव पर होंगी प्रतियोगिताएं

प्रतियोगिता विवरण
नि:बंध प्रतियोगिता :- 
आयु-वर्ग:- 10 वर्ष से 16 वर्ष 
विषय:- मध्यप्रदेश में बालिका सशक्तिकरण : विशेष सन्दर्भ लाडली लक्ष्मी योजना 
शब्द-सीमा :-  अधिकतम 500 शब्द 
अंतिम तिथि :- निबंध साफ़ अक्षरों में एक ओर लिखकर या टाईप  कराकर  09 मई      2022  कार्यालय संचालक संभागीय बाल भवन(महिला बाल विकास )727/A-2 कमला नेहरू नगर अग्रवाल कॉलोनी पार्श्वनाथ जैन मंदिर के बाजू में जबलपुर में जमा करना होगा . 
• चित्रकला प्रतियोगिता :- दिनांक 7 मई 2022 को बालिकाओं के लिए ”मेरी गुडिया मेरा सपना ”  संभागीय बाल भवन अग्रवाल कालोनी जबलपुर  में आयु-वर्ग:- 10 वर्ष से 16 वर्ष के लिए प्रात: 11:30 बजे से चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जावेगी . प्रतियोगिता स्थल पर ड्राइंग शीट विभाग द्वारा दी जाएगी, रंग/दफ्ती प्रतिभागियों को लाना होगा. 
• भाषण  प्रतियोगिता :- दिनांक 7 मई 2022 को बालिकाओं के लिए संभागीय बाल भवन अग्रवाल कालोनी जबलपुर  में आयु-वर्ग:- 10 वर्ष से 16 वर्ष के लिए अपरान्ह  2:00 बजे से “बेटी है तो कल है” विषय पर भाषण  प्रतियोगिता आयोजित की जावेगी .
• वाद-विवाद  प्रतियोगिता :- दिनांक 7 मई 2022 को बालिकाओं के लिए संभागीय बाल भवन अग्रवाल कालोनी जबलपुर  में  ”बेटियों के लिए केवल स्कूली शिक्षा अनिवार्य है विषय पर..?” विषयक  आयु-वर्ग:- 10 वर्ष से 16 वर्ष के लिए अपरान्ह  3 :00 बजे से वाद-विवाद  प्रतियोगिता  आयोजित की जावेगी .
 
गिरीश कुमार बिल्लोरे
सहायक संचालक
संभागीय बाल भवन जबलपुर

सोमवार, 25 अप्रैल 2022

1 मई से बाल भवन में प्रारंभ होंगे विशेष शिविर : गर्मी को देखते हुए बदला समय


 



1 मई से बाल भवन में प्रारंभ होंगे विशेष शिविर : गर्मी को देखते हुए बदला समय
  1 मई 2022 से 30 जून 2022 तक संभागीय बाल भवन प्रशिक्षण व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए बच्चों के प्रशिक्षण के लिए प्रातः 8:30 से कक्षाएं लगाई जाएंगी। यह कक्षाएं ग्रीष्मकालीन शिविर के रूप में संचालित की जाएंगी। संचालक संभागीय बाल भवन ने बताया कि इस अवधि में श्री अभिषेक नागराज एवं उनकी टीम द्वारा स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के मद्देनजर राष्ट्रीय एवं भावात्मक गीतों पर केंद्रित कार्यशाला में 10 गीत तैयार कराई जाएंगी तथा उनका प्रस्तुतीकरण भी कराया जावेगा। साथ ही धीर पाकुरिया के मार्गदर्शन में अभिनय समसामयिक नृत्य प्रशिक्षण कार्यक्रम भी सुनिश्चित कर लिया गया है। इसके अलावा श्रीमती सीमा चौरसिया के मार्गदर्शन में रोजगार उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम भी दिया जावेगा। साहित्य संवाद तथा संप्रेषण आदि विषयों पर भी विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे।
   संचालक द्वारा बताया गया कि शॉर्ट टर्म एवं मासिक प्रशिक्षण शिविर हेतु पंजीयन 19 अप्रैल से प्रारंभ कर दिया गया है। शिविर में सम्मिलित होने के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं लगेगा। केवल एक बार ₹60 पंजीयन शुल्क जमा करने पर बच्चों को साल भर नियमित प्रशिक्षण अथवा शिविरों में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त हो जाएगा। पंजीयन हेतु आवेदक अथवा अभिभावक अग्रवाल कॉलोनी पार्श्वनाथ जैन मंदिर के बाजू में संपर्क कर सकते हैं। पंजीयन शासकीय अवकाश को छोड़कर कार्यालयीन समय में दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ आधार कार्ड अथवा समग्र आईडी लाना होगा।
पात्रता:- पंजीयन हेतु 5 वर्ष से 16 वर्ष आयु वर्ग के बालक तथा 5 से 18 वर्ष आयु वर्ग की बालिकाएं पात्रता रखती हैं।

                         

      संभागीय बाल भवन में एंकरिंग वर्कशॉप  

 
    संभागीय बाल भवन जबलपुर में दिनांक 17 मई 2022 से 27 मई 2022 तक संप्रेषण कला एंकरिंग एवं भाषण कला पर कार्यशाला आयोजित है। कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों में संप्रेषण क्षमता को विकसित करना तथा उनमें प्रोफेशनल एंकरिंग, समाचार वाचन, कंटेंट रीडिंग एवं प्रस्तुतीकरण के तरीकों से परिचित कराना है। कार्यशाला में 5 वर्ष से 16 वर्ष के बालक तथा 5 वर्ष से 18 वर्ष तक की बालिकाएं भाग ले सकती हैं। इस हेतु सभी इच्छुक अभिभावकों एवं बच्चों से अनुरोध है कि वे अग्रवाल कॉलोनी पास स्थित कार्यालय संचालक संभागीय बाल भवन जबलपुर मैं कार्यालयीन समय में संपर्क पंजीयन करावें ।
Phone 7999380094 संपर्क किया जा सकता है
गिरीश बिल्लोरे
संचालक
संभागीय बाल भवन जबलपुर

      // महत्वपूर्ण सूचनाएं //

1.  प्रवेश हेतु आयु :-

बालकों के लिए –     5 से 16 वर्ष

बालिकाओं के लिए    5 से 18 वर्ष

2.  पंजीयन शुल्क मात्र रूपए  60 =00 वार्षिक जिसका भुगतान   प्रवेश हेतु निर्धारित जिसकी रसीद अवश्य प्राप्त करें.

3.   प्रशिक्षण समयावाधि

  अ. 1 मई से 30 जून तक प्रात :- 8:30 से 04:00 बजे तक   

  ब. 1 जुलाई से प्रात: 10:00 से 06:00 बजे तक

  स. अवकाश :- सभी शासकीय / स्थानीय अवकाश

  द. ग्रीष्म कालीन अवधि में शिविरों में केवल एक ही विधा का में प्रवेश मिलेगा  

    किन्तु जुलाई से अधिकतम 2 विधाओं में प्रशिक्षण दिया जावेगा .   

  ई. शिविरों का विवरण यहाँ देखें

 4. किसी भी स्थिति में संस्थान की मर्यादा भंग करने, अनावश्यक विवाद करने तथा अनाधिकृत प्रवेश, के लिए ज़िम्मेदार पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जावेगी.

 5. पता :-

 

कार्यालय संचालक संभागीय बाल भवन(महिला बाल विकास )

727/A-2 कमला नेहरू नगर अग्रवाल कॉलोनी पार्श्वनाथ जैन मंदिर के बाजू में जबलपुर फोन : 7999380094 ई मेल: balbhavanjbp@gmail.com

 

 

 

शनिवार, 23 अप्रैल 2022

1 मई 2022 से बाल भवन में प्रारंभ होंगे विशेष शिविर : गर्मी को देखते हुए बदला समय

 इशिता ने बाल भवन के बच्चों को ऑटोग्राफ दिए
  1 मई 2022 से 30 जून 2022 तक संभागीय बाल भवन प्रशिक्षण व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए बच्चों के प्रशिक्षण के लिए प्रातः 8:30 से कक्षाएं लगाई जाएंगी। यह कक्षाएं ग्रीष्मकालीन शिविर के रूप में संचालित की जाएंगी। संचालक संभागीय बाल भवन ने बताया कि इस अवधि में श्री अभिषेक नागराज एवं उनकी टीम द्वारा स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के मद्देनजर राष्ट्रीय एवं भावात्मक गीतों पर केंद्रित कार्यशाला में 10 गीत तैयार कराई जाएंगी तथा उनका प्रस्तुतीकरण भी कराया जावेगा। साथ ही धीर पाकुरिया के मार्गदर्शन में अभिनय समसामयिक नृत्य प्रशिक्षण कार्यक्रम भी सुनिश्चित कर लिया गया है। इसके अलावा श्रीमती सीमा चौरसिया के मार्गदर्शन में रोजगार उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम भी दिया जावेगा। साहित्य संवाद तथा संप्रेषण आदि विषयों पर भी विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे।
   संचालक द्वारा बताया गया कि शॉर्ट टर्म एवं मासिक प्रशिक्षण शिविर हेतु पंजीयन 19 अप्रैल से प्रारंभ कर दिया गया है। शिविर में सम्मिलित होने के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं लगेगा। केवल एक बार ₹60 पंजीयन शुल्क जमा करने पर बच्चों को साल भर नियमित प्रशिक्षण अथवा शिविरों में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त हो जाएगा। पंजीयन हेतु आवेदक अथवा अभिभावक अग्रवाल कॉलोनी पार्श्वनाथ जैन मंदिर के बाजू में संपर्क कर सकते हैं। पंजीयन शासकीय अवकाश को छोड़कर कार्यालयीन समय में दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ आधार कार्ड अथवा समग्र आईडी लाना होगा।
पात्रता:- पंजीयन हेतु 5 वर्ष से 16 वर्ष आयु वर्ग के बालक तथा 5 से 18 वर्ष आयु वर्ग की बालिकाएं पात्रता रखती हैं। 

बुधवार, 20 अप्रैल 2022

संभागीय बाल भवन जबलपुर ने किया अपनी पूर्व छात्रा का सम्मान

    महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित लाडो योजना की पूर्व ब्रांड एंबेसडर विभिन्न रियलिटी शो की विजेता संभागीय बाल भवन जबलपुर से संगीत का सफर शुरू करने वाली गायिका कुमारी इशिता विश्वकर्मा का स्वागत सम्मान संभागीय बाल भवन द्वारा किया गया। इस अवसर पर इशिता विश्वकर्मा द्वारा संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले  बाल कलाकारों से वार्ता की तथा उन्हें बताया कि संगीत साधना कोई आसान साधना नहीं है। बार-बार किए जाने वाले प्रयास ही सफलता की चाबी है। इस अवसर पर गिरीश बिल्लोरे  संचालक संभागीय बाल भवन ने बताया कि-" इशिता ने अपने प्रशिक्षण काल में राज्य शासन की योजनाओं के लिए एल्बम में कई गीत गाए हैं। इशिता हमेशा अपनी संस्था गुरु एवं अपने मार्गदर्शक के अलावा अपने साथियों के बीच सहज एवं समर्पित छात्रा के रूप में पहचानी जाती रही हैं। इशिता को मध्यप्रदेश शासन महिला बाल विकास द्वारा बाल विवाह रोकने चलाए जाने वाले लाडो अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में नियुक्त किया था। इशिता द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान स्वच्छता अभियान एवं महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित गीतों का गायन किया गया। इस अवसर पर इशिता की माता श्रीमती तेजल विश्वकर्मा ने कहा कि हम मध्यप्रदेश शासन एवं महिला बाल विकास विभाग के साथ-साथ संभागीय बाल भवन के प्रति कृतज्ञ हैं जिनके सहयोग एवं मार्गदर्शन से इशिता आज गायन के क्षेत्र में प्रतिष्ठित हो सकी है। इस अवसर पर इशिता की गुरु डॉक्टर शिप्रा सुल्लेरे, के साथ-साथ डॉ रेनू पांडे श्रीमती सुलभा बिल्लोरे श्रीमती विजय लक्ष्मी अईयर, श्रीमती मीना सोनी श्रीमती मोहिनी मोघे, श्री देवेंद्र यादव सोमनाथ सोनी ने इशिता एवं श्रीमती तेजल विश्वकर्मा को शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
  इस अवसर पर सुप्रसिद्ध लाडो बैंड के सदस्य बालिकाएं, नृत्य गुरु श्री धीर पाखुरिया, प्रसिद्ध कंपेयर अमित परनामी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही ।

शुक्रवार, 17 दिसंबर 2021

सेफ सिटी केंद्र प्रवर्तित योजना जबलपुर में क्रियान्वयन में तेजी


आयुक्त महिला बाल विकास एवं यू एन विमेन के संयुक्त तत्वावधान में सेफ सिटी परियोजना जबलपुर में लागू कर दी गई है। इस संबंध में होटल कल्चुरी में आयोजित स्टेकहोल्डर्स का उन्नमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला बाल विकास विभाग संचालनालय के संयुक्त संचालक श्री सुरेश तोमर ने कहा कि-" महिलाओं बेटियों के लिए शहर को सुरक्षित बनाने के लिए यूएन वूमेन की मदद से प्रदेश में 6 जिलों का चयन किया है । जबलपुर शहर को इस परियोजना में सम्मिलित किया है। कार्यक्रम के प्रभावी बनाने के लिए सामुदायिक समन्वय एवं सहयोग की जरूरत है ताकि सामाजिक सोच के साथ संपूर्ण परिवर्तन संभव हो सके।"
  संयुक्त संचालक श्रीमती शशि श्याम उईके ने कहा कि-" शहर को महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा अनुकूलित करने के लिए समन्वित एवं प्रभावी प्रयास करने के लिए अंतर विभागीय कन्वर्जेंस के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से प्रभावी कार्य करने की जरूरत है। कोविड-19 के उपरांत अब हम इस कार्य को और तेजी से करें इस हेतु माइक्रो प्लानिंग पूरी तरह से व्यवहारिक रूप से बनाई जाए।
  इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एम एल मेहरा कार्यक्रम की उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि हम लगभग 18 आवासीय क्षेत्रों में 60 ऐसे स्थान चिन्हित किया है जो महिला सुरक्षा के लिए अति संवेदनशील है।"
   तकनीकी सत्र को यूएन वीमेन राज्य कोऑर्डिनेटर श्रीमती पूजा सिंह जेंडर कांसेप्ट तथा जेंडर साम्य पर विस्तृत चर्चा की गई। जबकि श्रीमती कृति शर्मा ने अंतर विभागीय समन्वय लैंगिक विभेद हॉटस्पॉट चयन जैसे मुद्दों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम में स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य परियोजना अधिकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अधिवक्ता समूह एवं विभिन्न विभागों के प्रतिभागी उपस्थित थे।
  कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत मनीष सेठ सुश्री शिवानी मौर्या श्री वीकेश राय श्रीमती रीता पटेल आदि ने किया कार्यक्रम का संचालन संचालक बाल भवन गिरीश बिल्लोरे ने किया ।
सेफ सिटी कार्यक्रम क्या है....! 

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं एवं महिलाओं को शहर में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना है। जिससे वे किसी भी प्रकार की हिंसा के भय से मुक्त होकर जीवन जी सकें। प्रारंभ में यह योजना प्रायोगिक तौर पर भोपाल शहर के लिए प्रारंभ की गई थी। तदुपरांत अत्यंत आवश्यकता वाले क्षेत्र में यह योजना लागू करने का निर्णय मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया।
मध्यप्रदेश के छ: शहर में संचालित करने की मंजूरी दी। इसमें भोपाल, इन्दौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, छतरपुर और जबलपुर शामिल है।
कार्यक्रम में 5 करोड़ रूपये के व्यय की मंजूरी दी गई।
मंत्रि-परिषद की बैठक में महिला-बाल विकास विभाग के अंतर्गत निर्भया फंड से केन्द्र प्रवर्तित सेफ सिटी कार्यक्रम को वर्ष 2019-20 से वर्ष 2021-22 की अवधि में प्रभावी ढंग से लागू करने की कार्रवाई की गई ठीक * कोविड-19 के प्रभाव स्वरूप योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में विलंब हुआ किंतु 2020 में इस कार्यक्रम को लागू कर दिया गया है।

मंगलवार, 10 अगस्त 2021

वीरांगना अवंति बाई लोधी का बलिदान : प्रो. आनंद राणा इतिहासकार,

"प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में भारत का प्रथम बलिदान जबलपुर कमिश्नरी से वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी और वीरांगना फूलकुंवर का रहा 🙏🙏
आईये स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के आलोक में गर्व और नमन् करें..अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के मार्गदर्शन में  भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सन् 1857 की संपूर्ण भारत में किसी भी रियासत परिवार से प्रथम महिला शहादत(20 मार्च 1858) वीरांगना क्षत्राणी..रानी अवंतीबाई लोधी की रही है..तदुपरांत महा महारथी श्रीयुत शंकरशाह की वीरांगना सहधर्मचारिणी फूलकुंवर ने भी अंग्रेजों से युद्ध करते हुए प्राणोत्सर्ग किया। (क्योंकि झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की शहादत 18 जून 1858 को और बेगम हजरत महल 7 अप्रैल 1879 - यहाँ यह भी स्पष्ट कर दूँ कि कित्तूर रियासत (कर्नाटक) की रानी चेन्नमा पहली वीरांगना थीं जिन्होंने 1829 में शहादत दी थी, परंतु यहाँ बात प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सन् 1857 की हो रही (अवतरण दिवस 16 अगस्त सन् 1831)(कमिश्नरी जबलपुर, जिला मंडला, रियासत रामगढ़.. संस्थापक गोंड साम्राज्य के वीर सेनापति मोहन सिंह लोधी.. 681 गाँव, सीमायें अमरकंटक सुहागपुर कबीर चौंतरा , घुघरी, बिछिया, रामनगर तक ) .. ब्रिटिश काल में तहसील रामगढ़, सदर मुकाम रामगढ़ ) .. वीरांगना का गौरवमयी इतिहास प्रस्तुत करने के पूर्व मैं यहाँ स्पष्ट कर दूँ कि जिस तरह इतिहास लेखन के दौरान महारथी शंकरशाह और उनके सुपुत्र रघुनाथशाह के साथ अन्याय हुआ है.. उससे भी बड़ा अन्याय वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी और फूलकंवर के साथ हुआ.. इस षड्यंत्र में तथाकथित परजीवी और अंग्रेज़ों से भयाक्रांत बुद्धिजीवी इतिहासकार +अंग्रेजी पैटर्न और उनके स्रोतों को ब्रह्म वाक्य मानकर कैम्ब्रिज विचारधारा के इतिहासकार +मार्क्सवादी इतिहासकार और एक दल विशेष के इतिहासकार शामिल रहे हैं..जबकि रानी अवंतीबाई लोधी और फूलकंवर का कद और बलिदान किसी भी तरह से.. झाँसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई और अवध की बेगम हजरत महल की तुलना उन्नीस नहीं रहा है.. फिर भी राष्ट्रीय स्तर पर लिखे गए इतिहास में तथाकथित महान् इतिहासकारों ने उनके बारे एक पृष्ठ तो छोड़िये.. एक पंक्ति नहीं लिखी है.. और तो और एक उद्भट विद्वान और जाने-माने इतिहासकार राय बहादुर हीरालाल जी ने अपने गजेटियर "मंडला मयूख" में रानी अवंतीबाई लोधी के पलायन कर जाने का उल्लेख किया है क्योंकि वे अंग्रेजों के प्रभाव में थे.. Now what is reality? रानी अवंतीबाई लोधी ने अंग्रेजों से लगातार 9 माह संघर्ष किया है.. जिसमें 6 प्रमुख युद्ध लड़े(देवहारगढ़ के जंगलों 🌲🌲में छापामार युद्धों के अतिरिक्त) .. जिसमें 5 युद्धों में अंग्रेजों के धूल चटाई.. छठवें युद्ध में अपनी अंगरक्षिका गिरधाबाई के साथ स्वत:प्राणोत्सर्ग कर स्वतंत्रता संग्राम में पूर्णाहुति दी..
.डाॅ. आनंद सिंह राणा, इतिहास संकलन समिति महाकोशल प्रांत 💐 💐 💐

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