सेफ सिटी केंद्र प्रवर्तित योजना जबलपुर में क्रियान्वयन में तेजी
आयुक्त महिला बाल विकास एवं यू एन विमेन के संयुक्त तत्वावधान में सेफ सिटी परियोजना जबलपुर में लागू कर दी गई है। इस संबंध में होटल कल्चुरी में आयोजित स्टेकहोल्डर्स का उन्नमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला बाल विकास विभाग संचालनालय के संयुक्त संचालक श्री सुरेश तोमर ने कहा कि-" महिलाओं बेटियों के लिए शहर को सुरक्षित बनाने के लिए यूएन वूमेन की मदद से प्रदेश में 6 जिलों का चयन किया है । जबलपुर शहर को इस परियोजना में सम्मिलित किया है। कार्यक्रम के प्रभावी बनाने के लिए सामुदायिक समन्वय एवं सहयोग की जरूरत है ताकि सामाजिक सोच के साथ संपूर्ण परिवर्तन संभव हो सके।"
संयुक्त संचालक श्रीमती शशि श्याम उईके ने कहा कि-" शहर को महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा अनुकूलित करने के लिए समन्वित एवं प्रभावी प्रयास करने के लिए अंतर विभागीय कन्वर्जेंस के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से प्रभावी कार्य करने की जरूरत है। कोविड-19 के उपरांत अब हम इस कार्य को और तेजी से करें इस हेतु माइक्रो प्लानिंग पूरी तरह से व्यवहारिक रूप से बनाई जाए।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एम एल मेहरा कार्यक्रम की उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि हम लगभग 18 आवासीय क्षेत्रों में 60 ऐसे स्थान चिन्हित किया है जो महिला सुरक्षा के लिए अति संवेदनशील है।"
तकनीकी सत्र को यूएन वीमेन राज्य कोऑर्डिनेटर श्रीमती पूजा सिंह जेंडर कांसेप्ट तथा जेंडर साम्य पर विस्तृत चर्चा की गई। जबकि श्रीमती कृति शर्मा ने अंतर विभागीय समन्वय लैंगिक विभेद हॉटस्पॉट चयन जैसे मुद्दों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम में स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य परियोजना अधिकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अधिवक्ता समूह एवं विभिन्न विभागों के प्रतिभागी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत मनीष सेठ सुश्री शिवानी मौर्या श्री वीकेश राय श्रीमती रीता पटेल आदि ने किया कार्यक्रम का संचालन संचालक बाल भवन गिरीश बिल्लोरे ने किया ।
सेफ सिटी कार्यक्रम क्या है....!
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं एवं महिलाओं को शहर में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना है। जिससे वे किसी भी प्रकार की हिंसा के भय से मुक्त होकर जीवन जी सकें। प्रारंभ में यह योजना प्रायोगिक तौर पर भोपाल शहर के लिए प्रारंभ की गई थी। तदुपरांत अत्यंत आवश्यकता वाले क्षेत्र में यह योजना लागू करने का निर्णय मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया।
मध्यप्रदेश के छ: शहर में संचालित करने की मंजूरी दी। इसमें भोपाल, इन्दौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, छतरपुर और जबलपुर शामिल है।
कार्यक्रम में 5 करोड़ रूपये के व्यय की मंजूरी दी गई।
मंत्रि-परिषद की बैठक में महिला-बाल विकास विभाग के अंतर्गत निर्भया फंड से केन्द्र प्रवर्तित सेफ सिटी कार्यक्रम को वर्ष 2019-20 से वर्ष 2021-22 की अवधि में प्रभावी ढंग से लागू करने की कार्रवाई की गई ठीक * कोविड-19 के प्रभाव स्वरूप योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में विलंब हुआ किंतु 2020 में इस कार्यक्रम को लागू कर दिया गया है।
संयुक्त संचालक श्रीमती शशि श्याम उईके ने कहा कि-" शहर को महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा अनुकूलित करने के लिए समन्वित एवं प्रभावी प्रयास करने के लिए अंतर विभागीय कन्वर्जेंस के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से प्रभावी कार्य करने की जरूरत है। कोविड-19 के उपरांत अब हम इस कार्य को और तेजी से करें इस हेतु माइक्रो प्लानिंग पूरी तरह से व्यवहारिक रूप से बनाई जाए।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एम एल मेहरा कार्यक्रम की उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि हम लगभग 18 आवासीय क्षेत्रों में 60 ऐसे स्थान चिन्हित किया है जो महिला सुरक्षा के लिए अति संवेदनशील है।"
तकनीकी सत्र को यूएन वीमेन राज्य कोऑर्डिनेटर श्रीमती पूजा सिंह जेंडर कांसेप्ट तथा जेंडर साम्य पर विस्तृत चर्चा की गई। जबकि श्रीमती कृति शर्मा ने अंतर विभागीय समन्वय लैंगिक विभेद हॉटस्पॉट चयन जैसे मुद्दों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम में स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य परियोजना अधिकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अधिवक्ता समूह एवं विभिन्न विभागों के प्रतिभागी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत मनीष सेठ सुश्री शिवानी मौर्या श्री वीकेश राय श्रीमती रीता पटेल आदि ने किया कार्यक्रम का संचालन संचालक बाल भवन गिरीश बिल्लोरे ने किया ।
सेफ सिटी कार्यक्रम क्या है....!
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं एवं महिलाओं को शहर में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना है। जिससे वे किसी भी प्रकार की हिंसा के भय से मुक्त होकर जीवन जी सकें। प्रारंभ में यह योजना प्रायोगिक तौर पर भोपाल शहर के लिए प्रारंभ की गई थी। तदुपरांत अत्यंत आवश्यकता वाले क्षेत्र में यह योजना लागू करने का निर्णय मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया।
मध्यप्रदेश के छ: शहर में संचालित करने की मंजूरी दी। इसमें भोपाल, इन्दौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, छतरपुर और जबलपुर शामिल है।
कार्यक्रम में 5 करोड़ रूपये के व्यय की मंजूरी दी गई।
मंत्रि-परिषद की बैठक में महिला-बाल विकास विभाग के अंतर्गत निर्भया फंड से केन्द्र प्रवर्तित सेफ सिटी कार्यक्रम को वर्ष 2019-20 से वर्ष 2021-22 की अवधि में प्रभावी ढंग से लागू करने की कार्रवाई की गई ठीक * कोविड-19 के प्रभाव स्वरूप योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में विलंब हुआ किंतु 2020 में इस कार्यक्रम को लागू कर दिया गया है।
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