वरिष्ट कलाकार श्री राजेंद्र कामले किलकारी में
दशावतार पेंटिंग में खो गये मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र कामले जी .. ऐनक के पीछे वाली आंखें स्थिर थीं.. अवाक भी हुए कुछ पल फ़िर बोले बच्चे कभी अमौलिक नहीं होते वे असली होते हैं और उनके रंग भी....... वाह क्या बात है !! |
दशावतार पेंटिंग में खो गये मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र कामले जी .. चस्मे के पीछे वाली आंखें स्थिर थीं.. अवाक भी हुए कुछ पल फ़िर बोले बच्चे कभी अमौलिक नहीं होते वे असली होते हैं और उनके रंग भी....... वाह क्या बात है !!
चाहा नेहरू की प्रतिमा का अनावरण किया
कैप्शन जोड़ें |
टाक-शो में खूब पूछा बच्चों ने
आप ने सिर्फ़ पेंटिंग क्यों सीखी...?
आप किससे प्रभावित हैं....?
आपको, आपके मम्मी-पापा ने पेंटिंग के लिये डांट डपट तो नहीं की..?
जैसे ही श्री कामले ने कहा नहीं... कभी नहीं तो .. अक्षिता झट बोल पड़ी- मेरी मम्मी को समझा दीजिये..
_________________________________________________________________
मुख्यअतिथि श्री कामले ने स्वच्छतारत गांधी जी के चित्र पर हस्ताक्षर करके "स्वच्छ भारत
आंदोलन" के प्रति समर्थन व्यक्त किया
कु. लक्षिता शुक्ला, कल्याणी नेमा एवं मास्टर स्वमेव सूर्यवंशी |
जबलपुर नगर के प्रतिष्ठित कलाकार श्री राजेंद्र कामले ने समारोह से विदा लेते समय सहायक संचालक से अपनी आत्मीयता दर्शाते हुए कहा मैं स्वयं बालभवन आकर बच्चों के साथ सीखूंगा भी सिखाऊंगा भी .... |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Thanking you For Visit