गुरुवार, 11 जून 2015

जबलपुर महिला सशक्तिकरण विभाग की सूक्ष्म समीक्षा की सम्भायुक्त श्री दीपक खांडेकर ने

संशोधित लाड़ली लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत वर्ष 2014-15 के लक्ष्य पूरे करने के लिए 30 जून की डेडलाइन निर्धारित की गई है । कमिश्नर श्री दीपक खाण्डेकर ने संभाग के समस्त महिला सशक्तिकरण अधिकारियों को आगाह किया है कि वे स्वीकृत प्रकरणों में राशि जमा करने तथा प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया तयशुदा डेडलाइन तक हर हाल में पूरी कर लें। ऐसा करने में असफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। श्री खाण्डेकर आज यहां जिला एवं विकासखण्ड स्तर के महिला सशक्तिकरण अधिकारियों एवं परियोजना अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। इस दौरान प्रभारी संयुक्त संचालक महिला सशक्तिकरण श्रीमती मनीषा लुम्बा भी मौजूद थीं। श्री खाण्डेकर ने ऑनलाइन एन्ट्री कम होने को लेकर ऐतराज जताया और निर्देश दिए कि एन्ट्रीज में आवश्यक संशोधन भी अविलम्ब किए जाएं। किसी प्रकार की त्रुटि किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगी। अधिकारियों को ऑनलाइन एन्ट्री शत-प्रतिशत होने की बाबत् प्रमाणीकरण प्रस्तुत करना होगा। कमिश्नर ने इस सम्बन्ध में भी जानकारी तलब की कि कितने प्रकरणों में अब तक राशि ड्रा कर निधि में जमा की जा चुकी है। बैठक में श्री खाण्डेकर ने वर्ष 2015-16 में लाड़ली लक्ष्मी योजना (संशोधित) की जिलेवार समीक्षा भी की । सिवनी जिले में स्वीकृत प्रकरणों की संख्या शून्य होने को लेकर कमिश्नर ने सम्बन्धित अधिकारी से जवाब तलब किया । उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि समस्त जानकारी पोर्टल पर होने के बावजूद सम्बन्धित अधिकारी इससे अनभिज्ञ हैं। इस स्थिति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्री खाण्डेकर ने सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि वे कम से कम पोर्टल पर मौजूद जानकारी के अवलोकन के काबिल कम्प्यूटर साक्षरता हासिल करें। उन्होंने कहा कि विभाग का पूरा रिपोर्टिंग सिस्टम ऑनलाइन कर दिया गया है। यह जरूरी है कि अधिकारी कम्प्यूटर-साक्षर बनें अन्यथा उनके लिए अपने दायित्वों को निभाना कठिन से कठिनतर होता जाएगा। श्री खाण्डेकर ने निर्देशित किया कि निधि में राशि जमा होने के पहले प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जाने चाहिए। राशि जमा होने के बाद ही प्रमाण पत्र जारी किए जाएं। कमिश्नर ने तीन जिलों के महिला सशक्तिकरण अधिकारियों को अपेक्षित जानकारी प्रस्तुत नहीं करने को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के निर्देश दिए। सम्बन्धित परियोजना अधिकारियों को भी नोटिस जारी किए जाएंगे। बैठक में विभाग द्वारा रोके गए बाल विवाहों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया गया। घरेलू हिंसा रोकने के लिए संचालित ऊषा किरण योजना के अन्तर्गत विभाग द्वारा की गई कार्यवाही की भी बैठक में समीक्षा हुई। श्री खाण्डेकर ने प्रस्तुत आंकड़ों में विसंगतियों को रेखांकित करते हुए कहा कि संभाग के विभिन्न जिलों के आंकड़ों में समरूपता नजर नहीं आती। ऊषा किरण योजना के तहत घरेलू हिंसा सम्बन्धी शिकायतों के बारे में विभाग को अधिक सक्रिय रवैया अपनाना होगा। इस दौरान जिले में स्थापित सेनेटरी नैपकिन मशीनों का समुचित उपयोग नहीं होने को लेकर कमिश्नर ने चिंता जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि लक्ष्य-समूह में जागरूकता लाने की दिशा में कदम उठाए जाएं। श्री खाण्डेकर ने खराब गुणवत्ता तथा अन्य कारकों की समीक्षा के निर्देश प्रभारी संयुक्त संचालक श्रीमती लुम्बा को दिए। बैठक में श्री खाण्डेकर ने शौर्य दलों के गठन की स्थिति की समीक्षा की और दल सदस्यों को प्रशिक्षण दिए जाने के बंदोबस्त करने के निर्देश दिए । फॉस्टर केयर एवं स्पॉन्सरशिप योजना की प्रगति का भी आकलन किया गया। श्री खाण्डेकर ने दत्तक ग्रहण योजना की प्रगति के बारे में भी समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए । अधिकारियों ने कमिश्नर के समक्ष उपरोक्त योजना के क्रियान्वयन में पेश आ रही दिक्कतों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। कमिश्नर ने स्थिति से विभागीय आयुक्त को अवगत कराने के निर्देश दिए। जिले में भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए किए गए प्रयासों की भी जानकारी प्रस्तुत की गई। इसके अलावा श्री खाण्डेकर ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में प्राप्त आवंटन और व्यय की भी समीक्षा की। बैठक में प्रभारी संयुक्त संचालक एवं संभागीय उपसंचालक  श्रीमती मनीषा लुम्बा, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारीगण तथा परियोजना अधिकारीगण मौजूद थे . 

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