“अर्धनारीश्वर ही महिला सशक्तिकरण का आध्यात्मिक प्रमाण है : दक्षिणा वैद्यनाथन ”


                                     
   संभागीय  बालभवन के बच्चों के लिए एक अदभूत रोमांचित करा देने वाला अनुभव  था जब अंतराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध भरतनाट्यम की नृत्यांगना सुश्री दक्षिणा वैद्यनाथन उनके बीच बालभवन में आईं तथा उन्हौने भरतनाट्यम की बारीकियों से बच्चों को परिचित कराया ।
                  स्पिक-मैके, जबलपुर चैप्टर के सौजन्य से बाल भवन जबलपुर में अंतराष्ट्रीय भरतनाट्यम नृत्यांगना सुश्री दक्षिणा वैद्यनाथन उपस्थित हुईं । जिन्हौने  भारतीय सांस्कृतिक आध्यात्मिक शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप का विश्लेषण सरलता से करते हुए  नृत्यांगना सुश्री दक्षिणा वैद्यनाथन ने कहा कि- “सम्पूर्ण ब्रह्मांड में अर्धनारीश्वर की व्याख्या कराते हुए महिला सशक्तिकरण की अवधारणा को स्पष्ट किया ” । विशिष्ठ अतिथि श्री इरफान “झांस्वी” की उपस्थिती आयोजित कार्यक्रम के शुभारंभ में अतिथिकलाकार दक्षिणा ने  नटराज एवं गणेश पूजन किया । अतिथि सम्मान के उपरांत मंचीय प्रस्तुति में सुश्री दक्षिणा ने अर्धनारीश्वर स्वरूप पर केन्द्रित नृत्य प्रस्तुत किया । तदुपरान्त बालभवन के बच्चों के साथ भरतनाट्यम की बारीकियों की जानकारी दी  तथा कृष्ण की बाललीला पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया गया । अतिथि कलाकार सुश्री दक्षिणा का स्वागत संचालक गिरीश बिल्लोरे द्वारा किया गया तथा संचालन श्री पीयूष खरे ने किया । इस अवसर पर सुश्री शिप्रा सुल्लेरे, लोक नृत्य-गुरु, इन्द्र पांडे, सुश्री अंकिता गिनारा , सोमनाथ सोनी, श्री देवेन्द्र यादव, एवं श्री टेकराम डेहरिया का सहयोग उल्लेखनीय रहा है ।    
                 नृत्यांगना सुश्री दक्षिणा वैद्यनाथन ने इंजीनियरिंग  की दादी श्रीमती सरोज वैद्यनाथन, एवं माँ श्रीमती रामा वैद्यनाथन की परंपरा को आगे ले जा रहीं हैं । आपने यू ए ई ,
ओमान, क़तर, कुवैत, मलेशिया, सिंगापूर, आस्ट्रेलिया, यूनाइटेड स्टेट आफ अमेरिका , में अपनी प्रस्तुतियाँ दीं है ।

                 

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