मंगलवार, 3 जनवरी 2017

“बेटी पढाओ : बेटी बचाओ” का सूत्रपात किया था सावित्री बाई फुले ने : संजय गर्ग




3 जनवरी 1831 को आज से 186 साल पहले महिला शिक्षा के लिए बालिका स्कूल खोलने वाली महिला  सावित्री बाई फुले का जन्म श्री खन्दोजी नेवसे और माता का नाम लक्ष्मी देवी के घर हुआ था. ये वो दौर था जब बेटियों और महिलाओं को शिक्षा दीक्षा से दूर रखा जाता था . सावित्री बाई फुले ने उसी दौर में समाज के घोर निराशाजनक व्यवहार के बीच 1848 में बालिकाओं के लिए  स्कूल खोल कर “बेटी पढाओ : बेटी बचाओ” का सूत्रपात किया था !”
-                    तदाशय के विचार बाबी नाटक के निर्देशक एवं रंगकर्मी श्री संजय गर्ग ने    बालभवन में आयोजित बालसभा में किया. आज की विशेष बालसभा स्व. सावित्री बाई फुले के जीवन पर केन्द्रित थी. बालसभा के प्रारम्भ में बाल-अभिनेत्री श्रेया खंडेलवाल ने स्व. सावित्री जी की जीवनी प्रस्तुत की. तदुपरांत बच्चों से उनके जीवन पर आधारित प्रश्नोत्तरी का सिलसिला देर तक चला .  इस अवसर पर अतिथि  रंगकर्मी  श्री दविंदर सिंह ने बालभवन द्वारा बालसभाओं के आयोजन को आज के समय के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण निरूपित करते हुए कहा-“बाल सभाओं के ज़रिये विषयों को समझाने और समझाने के प्रक्रिया बच्चों को सृजनशील बनाती हैं. आज़कल विद्यालयों में भी बालसभाओं का आयोजन लगभग बंद सा हो गया है.”
-                    बालसभा के आयोजन संयोजन सीनियर छात्रा कु. साक्षी गुप्ता ने किया जबकि आभार प्रदर्शन कुमारी पलक गुप्ता ने किया .

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thanking you For Visit

Featured Post

पुरस्कार पाकर लाड़ली-लक्ष्मियों के खिले चेहरे

संभागीय बाल भवन जबलपुर में लाडली लक्ष्मी सप्ताह अंतर्गत आयोजित विभिन्न गतिविधियों लाडली लक्ष्मी हितग्राही बालिकाओं द्वारा बढ़ चढ...