हिंदी दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी
संभागीय बालभवन एवं
नेहरू युवा केन्द्र भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से हिंदी दिवस का आयोजन दिनाँक 14 सितंबर
2018 को बालभवन जबलपुर में आयोजित किया गया । इस अवसर पर *हिंदी
में बाल साहित्य लेखन* विषय पर एक विचार गोष्ठी अतिथि माननीय मंत्री श्रीयुत शरद
जैन जी कहां थी बच्चों के समग्र विकास के लिए मातृभाषा एवं भारतीय भाषाओं की विकास
की आवश्यकता है सिर्फ रोटी की भाषा नहीं है हिंदी बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व के
विकास की भाषा है हिंदी के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं क्षेत्रीय भाषाओं के प्रति
हमारा सम्मान और निष्ठा जरूरी है .
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रुप में पंडित
सुशील शुक्ला सदस्य जिला योजना समिति एवं अध्यक्ष बाल भवन सलाहकार एवं सहयोग समिति
शुभ अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संपूर्ण विकास के लिए भाषा की
शुद्धता की आवश्यकता को नकारा नहीं जा सकता अतः आवश्यक है कि हम सतत रूप से भाषाई
विकास हिंदी के प्रति अपने स्नेह भाव को बनाए रखें श्री मनीष शर्मा जिला कार्यक्रम
अधिकारी ने कहा:- समस्त भाषाओं के प्रति
सम्मान के साथ साथ हिंदी भाषा के विकास तथा उसका तकनीकी में समावेश का आवश्यक है.
उन्होने बच्चों को बताया कि हिंदी का
विकास हमारी भावनाओं और संकल्प पर आधारित है हम अपने विकास के साथ-साथ अपनी
मातृभाषा को भुला कर सबसे बड़ी गलती करेंगे . ।
आयोजन में नगर के वरिष्ट कवि श्री मोहन शशि,ने कहा कि - बाल भवन एवं नेहरू युवा केंद्र का यह प्रयास निसंदेह अनुकरणीय है जो बच्चों के बीच इस तरह की गतिविधियां निरंतर आयोजित कर रहे हैं तथा सफल हो रहे हैं ऐसे प्रयास निरंतर जारी रहे । डॉक्टर संध्या जैन "श्रुति" ने कहा कि राज हिंदी भाषा ना केवल राजभाषा है बल्कि यह आत्मा की आवाज भी है जिसका विकास परिस्थितिवश उच्च गति पर नहीं पहुंच पाया जिस गति पर पहुंचाना चाहिए इसके लिए सतत प्रयासों को निरंतरता देनी आवश्यक है , इरफान झांस्वी भाषाई साहित्य और विकास के लिए हिंदी के प्रति एक सकारात्मक नजरिया जरूरी है,
इस अवसर पर बाल साहित्यकारों कु. वैशाली बरसैंया, देवांशी जैन, उन्नति तिवारी,नूतन श्रीवास्तव , प्रकृति राव आदि अपने-अपने विचार एवं कविताएं प्रस्तुत की उन्हें आयोजकों द्वारा पुरस्कार स्वरूप श्री मोहन शशि की कृति बेटे से बेटी भली भेंट की गई तथा अन्य पुरस्कार प्रदान किए गए ।
कार्यक्रम का संचालन कुमारी उन्नति तिवारी ने किया तथा आभार प्रदर्शन वरिष्ठ अनुदेशक श्रीमती रेनू पांडे द्वारा किया गया कार्यक्रम में अपनी अभिव्यक्ति देते हुए नेहरू युवा केंद्र के जिला समन्वयक श्री धीरज अग्रवाल ने नेहरू युवा केंद्र की गतिविधियों की चर्चा करते हुए
7-दिवसीय स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के संबंध में विस्तृत जानकारी दी इस अवसर पर श्री पंकज चौरसिया एवं हेमंत चंद्रोल ने अपने विचार व्यक्त किए ।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत श्री देवेंद्र यादव श्री सोमनाथ सोनी द्वारा किया गया कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्री अतुल पांडे लेखा अधिकारी नेहरू युवा केंद्र का विशेष योगदान रहा ।
आयोजन में नगर के वरिष्ट कवि श्री मोहन शशि,ने कहा कि - बाल भवन एवं नेहरू युवा केंद्र का यह प्रयास निसंदेह अनुकरणीय है जो बच्चों के बीच इस तरह की गतिविधियां निरंतर आयोजित कर रहे हैं तथा सफल हो रहे हैं ऐसे प्रयास निरंतर जारी रहे । डॉक्टर संध्या जैन "श्रुति" ने कहा कि राज हिंदी भाषा ना केवल राजभाषा है बल्कि यह आत्मा की आवाज भी है जिसका विकास परिस्थितिवश उच्च गति पर नहीं पहुंच पाया जिस गति पर पहुंचाना चाहिए इसके लिए सतत प्रयासों को निरंतरता देनी आवश्यक है , इरफान झांस्वी भाषाई साहित्य और विकास के लिए हिंदी के प्रति एक सकारात्मक नजरिया जरूरी है,
इस अवसर पर बाल साहित्यकारों कु. वैशाली बरसैंया, देवांशी जैन, उन्नति तिवारी,नूतन श्रीवास्तव , प्रकृति राव आदि अपने-अपने विचार एवं कविताएं प्रस्तुत की उन्हें आयोजकों द्वारा पुरस्कार स्वरूप श्री मोहन शशि की कृति बेटे से बेटी भली भेंट की गई तथा अन्य पुरस्कार प्रदान किए गए ।
कार्यक्रम का संचालन कुमारी उन्नति तिवारी ने किया तथा आभार प्रदर्शन वरिष्ठ अनुदेशक श्रीमती रेनू पांडे द्वारा किया गया कार्यक्रम में अपनी अभिव्यक्ति देते हुए नेहरू युवा केंद्र के जिला समन्वयक श्री धीरज अग्रवाल ने नेहरू युवा केंद्र की गतिविधियों की चर्चा करते हुए
7-दिवसीय स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के संबंध में विस्तृत जानकारी दी इस अवसर पर श्री पंकज चौरसिया एवं हेमंत चंद्रोल ने अपने विचार व्यक्त किए ।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत श्री देवेंद्र यादव श्री सोमनाथ सोनी द्वारा किया गया कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्री अतुल पांडे लेखा अधिकारी नेहरू युवा केंद्र का विशेष योगदान रहा ।
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