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“राष्ट्रीय बालश्री 2016 के लिये नृत्य के लिये चयन 11 एवम 12 अगस्त एवम वैज्ञानिक नव प्रवर्तन 20- से 21 अगस्त 16 को ”

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सम्भागीय बालभवन जबलपुर   राष्ट्रीय बालश्री चयन हेतु आंतरिक चयन प्रक्रिया के तहत सृजनात्मक प्रदर्शनकारी कला के अंतर्गत न्रुत्य प्रतिस्पर्द्धा दिनांक 11 से 12 अगस्त 16 तक प्रतिदिन प्रात: 10:30  सम्भागीय बालभवन परिसर में आयोजित है . जिसमें लोकनृत्य (बुंदेली , छत्तीसगढी , राजस्थानी , बिहू ,   अन्य प्रदेशों के लोक नृत्य ) , शास्त्रीयनृत्य ( कथक , कुचिपुडी , भरतनाट्यम आदि )  उपशास्त्रीय के बाल कलाकार ( आयु 10 वर्ष से 16 वर्ष है )  भाग ले सकेंगे.                          इसी तरह दिनांक 20- से 21 अगस्त 16  तक   वैज्ञानिक नवप्रवर्तन के लिये चार श्रेणियों क्रमश: माडल निर्माण , वैज्ञानिक प्रोजेक्ट वर्क , वैज्ञानिक समस्याओं का समाधान , वैज्ञानिक नवप्रवर्तन , (इनोवेशन ) , स्पर्धाएं प्रतिदिन प्रात: 10:30  सम्भागीय बालभवन परिसर में आयोजित होंगी .               ...

अपना बचपन मत छिनने दो : प्रोफेसर सत्यदेव त्रिपाठी

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रंगकर्म के मामले में संस्कारधानी सदा से सामर्थ्यवान एवम सक्षम रही है . बालभवन जैसी संस्थाओं  को इस दिशा में काम करते देख मैं अभिभूत हूँ. एक प्रश्न के उत्तर में श्री त्रिपाठी ने कहा :- “ फिल्में आकर्षित अवश्य करतीं  हैं किंतु हम रंगकर्म को महत्वपूर्ण मानते हैं ” तदाशय के विचार प्रोफेसर श्री सत्यदेव त्रिपाठी ,   नाट्य-समीक्षक ने बालभवन जबलपुर में आयोजित टाक-शो में व्यक्त किये.                         विगत चार दशकों से रंगकर्म के क्षेत्र में प्रोफेसर सत्यदेव त्रिपाठी ने बाल्यकाल में प्राप्त प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि- “ गोवा यूनिवर्सिटी में पदस्थी के दौरान मैंने अपने बच्चे   को पणजी के   बालभवन में थियेटर का प्रशिक्षण दिलवाया मेरा बेटा अब मुम्बई में फिल्म में काम कर रहा है ” फिल्मों एवम समसामयिक परिस्थितियों के कारण नाटक में काफी बदलाव आए हैं. बच्चे भी नाटक की ओर आकृष्ट हुए हैं. किंतु करियर एवम स्कूली शिक्षा के अत्यधिक दबाव ...

बालभवन जबलपुर : टाक शो दिनांक 31 जुलाई 16 को

           रंगकर्म समीक्षक विचार , लेखक प्रोफेसर श्रीयुत सत्यदेव त्रिपाठी ,   मुम्बई फिल्म समीक्षक एवम भारतीय सिनेमा के सौ साल के इतिहास के लेखक श्रीयुत प्रहलाद अग्रवाल सतना ,  द्वारा बालभवन में  आयोजित टाक शो दिनांक 31  जुलाई 16 को  अपरान्ह 02:00 में बाल कलाकारों के सवालों के ज़वाब देंगें  . इस अवसर पर बालश्री 2015 के 09 प्रांतीय विजेताओं राष्ट्रीय बालभवन  45 हज़ार रुपयों की राशि अतिथियों द्वारा प्रदान की जावेगी .    

“राष्ट्रीय बालश्री 2016 के लिये गायन एवम अभिनय में कठिन हुआ निर्णय लेना”

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                    सम्भागीय बालभवन जबलपुर द्वारा 23 जुलाई 16 से राष्ट्रीय बालश्री चयन हेतु आंतरिक चयन प्रक्रिया प्रारम्भ होकर 21 अगस्त 2016 तक जारी रहेगी . इस क्रम में दिनांक 28 एवम 29  जुलाई को बालभवन में गायन एवम अभिनय में अंध मूक बधिर विद्यालय , राजकुमारी बाई बाल निकेतन के प्रतिभागियों सहित बाल भवन के बच्चों ने भाग लिया . उदघाटन सत्र   श्री विनय शर्मा , श्री संतोष सिंह राजपूत , सुश्री  शमिष्ठा घोष , अमित चक्रवर्ती , नृत्य गुरु श्री इंद्र पाण्डे   की उपस्थिति में सपन्न हुई . आज़ से प्रारम्भ प्रतियोगता में 45 बच्चों ने भाग लिया . प्रतियोगिता के प्रथम राउण्ड में बच्चों ने च्वाइस  के गीत एवम अभिनय का प्रदर्शन किया तथा द्वितीय राउण्ड में निर्णायकों की च्वाइस पर अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं गई. इस क्रम में नाट्क एवम गायन के लिये   अंतिम चयन दिनांक 29 जुलाई 16 को  होगा.            ...

बालश्री 2016 के लिये वादन एवम सृजनात्मक लेखन के परिणाम घोषित

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विजेता चेहरे          बालभवन में आयोजित राष्ट्रीय बालश्री 2016 चयन हेतु प्रक्रिया के तहत वादन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मास्टर अंकित बेन , द्वितीय स्थान मास्टर विश्वेश व्यास  तृतीय स्थान सिद्धांत कोठिया ने अर्जित किया .                        लेखन कविता विधा के लिये प्रथम उन्नति तिवारी , द्वितीय देवांशी जैन , तृतीय वीनश  खान , संवाद में प्रथम- वैशाली बरसैंया , द्वितिय सृष्टि गुप्ता , तृतीय श्रीया गुप्ता , गद्य- प्रथम – बीनश खान , द्वितीय – निधि पूर्णिमा , तृतीय – सृष्टि गुप्ता , कहानी  – प्रथम – सुनीता केवट , द्वितीय- वैशाली बरसैंया ,   तृतीय - मुस्कान सौंधिया , स्थान पर रहीं . प्रथम स्थान अर्जितकरने वाले प्रतिभागी राज्य-स्तरीय शिविर के लिये  चयनित किये गये हैं.            निर्णायक के रूप में श्री  अनुराग त्रिवेदी , कुमारी प्रगति पांडे , ...

सीमित साधनों में असीमित कोशिश कर रहा है बालभवन : श्री सुशील शुक्ला

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आज सम्पन्न रचनात्मक   लेखन में कविता, कहानी, गद्य, नाट्य-सम्वाद, तथा वादन में – तबला, हारमोनियम, सितार, गिटार, सिंथेसाइज़र, बांसुरी, ढोल, मृदंग, सेक्सोफोन, की प्रस्तुतियां . दी गईं         संस्कारधानी के बच्चों को बच्चों के लिये देश के लिये स्थापित   प्रतिष्ठित बालश्री सम्मान अर्जन के लिये बच्चों    को प्रोत्साहित   करना गौरव की बात है. बालभवन जैसी   संस्था अपने सीमित साधनों   में असीमित कोशिश में कार्य कर रही है. मैं व्यक्तिगत रूप से बेहद प्रभावित हूँ . तदाशय   के   विचार     श्री सुशील शुक्ला सदस्य जिला योजना समिति ने बालभवन में आयोजित राष्ट्रीय बालश्री 2016 चयन हेतु प्रक्रिया के उदघाटन सत्र में व्यक्त किये. प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी संचालक बालभवन ने दी जबकि अतिथियों का स्वागत श्री मति विजयलक्षमी अय्यर एवम श्रीमति मीना सोनी ने किया .   इस अवसर पर नेत्र दिव्यांग बालिकाओं   अंजली लोधी एवम भावना विश्वकर्मा ने प्रस्तुत की . कार्यक्रम के संयोजन में श्रीअमित जाट की भूमि...