संदेश

बाल विकास भविष्य के आदर्श भारत की आधारशिला है : पूर्व महाप्रबंधक भारतीय रेल सेवा डॉ आलोक दवे

चित्र
          " बच्चों में सदाचार वृत्तियों का बीजारोपण करने का दायित्व माता-पिता का ही है । बदलते परिवेश में अब अधिक सजगता एवम सतर्कता की ज़रूरत है ।आज संचार माध्यमों के ज़रिए जो कुछ भी हासिल हो रहा है उससे बच्चों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को लेकर हर अभिभावकों में चिंता व्याप्त है । अब ज़रूरत है 5 से 10 वर्ष की आयु तक के बच्चों से सतत संवाद करते रहने की क्योंकि हर बच्चा अनमोल है" - तदाशय के विचार पूर्व महाप्रबंधक भारतीय रेल सेवा डॉ आलोक दवे ने बालभवन में आयोजित *बदलते सामाजिक परिवेश में अभिभावकों के दायित्व* विषय पर आयोजित आमंत्रित   अभिभावकों के सम्मेलन में बोल रहे थे । श्री दवे सेवा निवृत्ति के उपरांत सत्य साईं सेवा समिति में बालविकास की गतिविधियों के लिए मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रभारी भी हैं । सम्मेलन का शुभारंभ करते हुये संस्कार शिक्षा प्रशिक्षक (मानसेवी) डॉ. अपर्णा तिवारी , ने बालभवन में 2010 से संचालित संस्कार कक्षाओं का संक्षिप्त विवरण देते हुए सम्पूर्ण बाल विकास में बच्चों के लिए संस्कार शिक्षा की उपयोगिता एवम औच...

सुशील शुक्ला ने दी बाल भवन के बच्चों के लिए खेल सामग्री

चित्र
पंडित सुशील शुक्ला ने दी बाल भवन के बच्चों के लिए खेल सामग्री        माननीय सदस्य  जिला योजना समिति  एवं पार्षद श्री सुशील शुक्ला जो बालभवन सलाहकार एवं सहयोगी समिति के अध्यक्ष हैं द्वारा बालभवन के बच्चों के लिए लगभग रूपए  7000 /- की  खेल सामग्री प्रदान की गई.  संभागीय बालभवन में नाट्यगतिविधियों को बढ़ावा देने विगत दो वर्षों से   नाट्यलोक द्वारा बच्चों को नि:शुल्क रूप से श्री जानकी रमण महाविद्यालय में  प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसके फलस्वरूप बॉबी, मिला तेज़ से तेज़, लौट आओ गौरैया , प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने गणपति बप्पा मोरया, एवं पोट्रेट नाटकों का निर्माण एवं मंचन संस्कृति विभाग के सहयोग से श्री जानकी रमण म.वि. की रंगड्यौढ़ी पर किया जा चुका है. नाट्य-प्रशिक्षण में शामिल बच्चों  को  आहार हेतु डा संध्या जैन श्रुति श्री सतीश बिल्लोरे द्वारा व्यवस्था की गई  . साथ ही विवेचना रंग मंडल के श्री अरुण पांडे के सहयोग से नाट्य नवरात्र में बाल एवं महिला कवयत्री सम्मेलन सहित कई प्रस्तुतियां नाट्य नवरात्र के तहत ...

बाल नाट्य शिविर : व्यक्तित्व विकास का असाधारण टूल

चित्र
बाल नाट्य शिविर : व्यक्तित्व विकास का असाधारण टूल GIRISH BILLORE “MUKUL” आप हजारों रुपये फीस देकर व्यक्तित्व विकास के कुछ एक बिंदु उपलब्धी स्वरुप हासिल कर सकते हैं पर रंगकर्म के ज़रिये जितना ज़ल्द और सटीक लाभ मिलताहै उतना अनुमान हमने कभी न लगाया था था . इसके कई उदाहरण हैं   हमारे पास . यह निष्कर्ष तीन साल के प्रयोग के बाद लिख रहा हूँ नाट्यलोक  जबलपुर   Natya Lok Sanstha   में लगभग  20  सालों से सक्रीय रंगकर्मियों का समूह है. जो बालभवन जबलपुर के साथ वर्ष  2014  से सतत सक्रीय है. पर ऐसा नहीं कि वे हमारे साथ मेरे पदभार ग्रहण करने पर ही सक्रीय हुए बल्कि उनका सहयोग  2007  से ही बालभवन के बच्चों के लिए रहा है. उस दौर के बच्चों में   Akshay Thakur ,  Shalini Ahirwar   Tarun Thakur ,  Anshul Sahu   सहित न जाने कितने बच्चे अब प्रोफेशनल आर्टिस्ट की सूची में शुमार हो गए हैं. नाट्यलोक  संस्था के अलावा   VIVECHNA RANGMANDAL ,  Arun Pandey   जी ,  भाई संतोष रा...

संभागीय बाल भवन में नाद योग से ताल योग प्रदर्शन के साथ सम्पन्न हुआ योग संगीत दिवस

चित्र
संभागीय   बाल   भवन   जबलपुर   में   नेहरू युवा   केन्द्र   जबलपुर   एवं   बाल   भवन   के   संयुक्त तत्वावधान   में   आयोजित   योग   एवं   संगीत  दिवस विविध   गतिविधियों   के   साथ   सम्पन्न   हुआ   ।   जिसमें “ ओमकार   नाद   योग ”  सूर्य   नमस्कार   चित्रकला   तालबाद्य   जुगलबंदी   के   साथ   योग   चित्रों   का   रेखांकन किया   गया   ।   साथ   ही   योग   क्विज   एवं   संपूर्ण योगाभ्यास   प्रदर्शन   की   प्रस्तुति   भी   कार्यक्रम   काविशेष   आकर्षण   रहा   । कार्यक्रम   की   अध्यक्षता   श्रीमती   मनीषा लुम्बा   संभा .  उप   संचालक   महिला   बाल   विकास ने   की   तथा   मुख्य   अतिथि   के   रूप   में   सुशील  ...

*राजभवन में बालभवन की प्रतिभाओं की दस्तक*

चित्र
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजभवन कर्मचारियों के बच्चों के पाँच दिवसीय समर साइंस महोत्सव के समापन पर कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं और महोत्सव के आयोजन से बच्चों की प्रतिभा को उभारने और देश की रक्षा तथा राष्ट्र-भावना को विकसित करने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने मध्यप्रदेश को देश का सबसे पहला टीबी मुक्त प्रदेश बनाने में सहयोग का आव्हान करते हुए सभी नागरिकों से अपनी इच्छा से टीबी से ग्रस्त एक बच्चे को गोद लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे देश और प्रदेश के बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए सबको एकजुट होकर कार्य करना होगा। राज्यपाल ने प्रतियोगिता में विजेता बालक-बालिकाओं को पुरस्कार वितरित किये। महोत्सव मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद एवं जवाहर बाल भवन के सहयोग से 23 से 27 अप्रैल तक किया गया। परिषद की ओर से सभी बच्चों को टेलीस्कोप भेंट किये गये । राज्यपाल ने कहा कि विश्व के चीन , जापान जैसे विकासित देश के नागरिकों की तरह हमें अपने देश को स्वस्थ बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राजभवन के कर्मचारियों के बच्चों को ...

बालश्री प्रतिभागियों को प्रोत्साहन राशि

चित्र
 संभागीय बाल भवन महिला बाल विकास जबलपुरद्वारा राष्ट्रीय बालश्री एवार्ड हेतु 21 से 24 अप्रैल तक नई दिल्लीमें आयोजित अंतिम चयन शिविर में जबलपुर से 8, अनूपपुर से1, मंडला 2, नरसिंहपुर 1, सिंगरौली 1, सिवनी 2, कुल 15 बच्चेशामिल हुए  । राष्ट्रीय बाल भवन द्वारा प्रत्येक बच्चे के लिए प्रेषित5-5 हजार रूपए की राशि का वितरण 27 अप्रैल को शाम 4 बजेहोगा । इस मौके पर सुशील शुक्ला अध्यक्ष बाल भवन सलाहकारएवं सहयोगी समिति की अध्यक्षता एवं श्रीमती उपासनाउपाध्याय, डॉक्टर संध्या जैन श्रुति, मनीष शर्मा जिला कार्यक्रमअधिकारी महिला बाल विकास के आतिथ्य में आयोजित है ।  इस अवसर पर श्रीमती श्रद्धा शर्मा, पुनीत मारवाह सहायकसंचालक, एस.ए. सिद्दीकी, इरफान झांरवी, संजय गर्ग, अरूणकांत पाण्डेय विशेष रूप से मौजूद रहेंगे । प्रोत्साहन निधि पाने वाले बच्चों में जबलपुर से कुमारी वैशाली बरसैंया (साहित्य संवाद), अंकित बेन (संगीत-तबला),देवांशी जैन (साहित्य कहानी), बीनस खान (साहित्य लेखन), शिखा पटेल (कला हस्तकला), साक्षी साहू (संगीत गायन), अंकुरविश्वकर्मा (कला मूर्तिकला), राजश्री चौधुरी (विज्ञान मॉडल), मंडला ...

नई दिल्ली बालश्री राष्ट्रीय चयन शिविर संपन्न

चित्र
बालश्री 2018 के लिये नई दिल्ली में देश भर के बच्चे 20 अप्रैल 2018 से 23 अप्रैल 2018 तक अंतिम चयन शिविर में एकत्र हुए । संभागीय बालभवन जबलपुर ( Balbhavan Jabalpur) एवम नरसिंगपुर सिवनी मंडला अनूपपुर सिंगरौली जिलों से चयनित प्रतिभागी 15 बच्चे भी शामिल हुए । वरिष्ठ अनुदेशक डा शिप्रा सुल्लेरे   एवम श्री देवेंद्र यादव     के नेतृत्व में नई दिल्ली पहुंची टीम में शामिल बालकलाकारों ने बताया है कि उनकी विभिन्न राउंड में हुई कठिन परीक्षा से वे बेहद उत्साहित हैं । बच्चों को सफलता की उम्मीद है  .    सभी बच्चों को बालभवन जबलपुर में लगातार महीनों प्रशिक्षण दिया गया ।     मध्यप्रदेश का नाम रौशन करने के लिए बच्चों का देश के 700 से अधिक बच्चों के साथ कड़ा मुकाबला था । मध्यप्रदेश के सागर भोपाल इंदौर उज्जैन तथा जबलपुर संभागों से कला साहित्यिक संगीत विज्ञान आदि विधाओं की उपविधाओं क्रमशः गायन , वादन , अभिनय , नृत्य , विज्ञान मॉडल , विज्ञान प्रोजेक्ट , कहानी , क्रिएटिव लेखन , कविता संवाद   आदि   में दावेदारी प्रस्तुत की है ।   जबलपुर से सर्वाध...