मंगलवार, 2 जून 2020

मध्यप्रदेश के बाल भवनों मैं ऑनलाइन एडमिशन एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था प्रारंभ



कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन 1 से 4 तक एवं अनलॉक वन के दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभावित होने के कारण संभागीय बाल भवन द्वारा पंजीकृत बच्चों को ऑनलाइन प्रशिक्षण की सुविधा लॉक डाउन 1 से 4 तक उपलब्ध कराई गई किंतु भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा ज़ूम ऐप के संदर्भ में जारी एडवाइजरी के कारण ऑनलाइन प्रशिक्षण व्हाट्सएप के माध्यम से किया जा रहा था। किंतु इससे हम बहुत कम उपलब्धियां हासिल कर पा रहे थे। व्हाट्सएप के जरिए ऑनलाइन प्रशिक्षण एक बार में केवल चार विद्यार्थियों तक पहुंच सकता था किंतु फेसबुक के माध्यम से संख्या में बढ़ोतरी अवश्य हुई परंतु बच्चों को उसके संबंध में अत्यधिक ज्ञान ना होने के कारण भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सके फल स्वरूप गूगल मीट ऐप आने के बाद अब इस ऐप के जरिए एक साथ कई बच्चों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने की सुविधा उपलब्ध होगी। इस तरह के प्रयास प्रदेश के अन्य बाल भवनों द्वारा भी किए जा रहे हैं
 इस क्रम में जबलपुर  बाल भवन द्वारा और अधिक विस्तार देते हुए  समस्त संबद्ध ज़िलों  क्रमशः जबलपुर छिंदवाड़ा बालाघाट मंडला सिवनी कटनी नरसिंहपुर डिंडोरी उमरिया सिंगरौली के बच्चों को लाभान्वित करने का प्रयास किया गया है । 
सुविधा कैसे प्राप्त करें - 
 बालभवनों में प्रवेश हेतु संचालक जवाहर बाल भवन मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा ऑनलाइन प्रवेश सुविधा उपलब्ध करा दी गई है।
अभिभावकों को सूचित किया गया है कि पुत्र या पुत्री अगर किसी कला का ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहे तो वह ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। विभिन्न विधाओं में प्रवेश के लिए 5 वर्ष से 16 वर्ष आयु वर्ग के बालक बालिकाओं को ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करना है आवेदन के पूर्व ₹60 (वर्ष में एक बार ) की राशि का ऑनलाइन भुगतान कर प्राप्त रसीद ऑनलाइन आवेदन  पत्र में  दिए गए  ऑप्शन पर अपलोड करना है ।
आइडेंटिटी कार्ड प्राप्त करना- 
अपना आई कार्ड प्राप्त करने के लिए दो पासपोर्ट साइज फोटो संभागीय बाल भवन जबलपुर के पोस्टल एड्रेस सहायक संचालक संभागीय बाल भवन 383 जवाहर वार्ड गड़ा फाटक मेन रोड डाक के माध्यम से अथवा स्थानीय आवेदक रसीद की छाया प्रति भेज कर प्राप्त कर सकते हैं। कटनी नरसिंहपुर बालाघाट छिंदवाड़ा मंडला सिवनी डिंडोरी उमरिया शहडोल सिंगरौली के आवेदकों द्वारा दिए गए पते पर डाक से भेज दिए जाएंगे। ऑनलाइन पंजीयन उपरांत संभागीय बाल भवन  जबलपुर  प्रत्येक अभिभावक कृपया पत्राचार द्वारा समस्या अथवा सुझाव व्हाट्सएप नंबर 79990038 94 पर पंजीयन क्रमांक के साथ भी सकते हैं। साथ ही
सभी अभिभावक बाल भवन जबलपुर के फेसबुक खाते में भी अपनी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज सकते हैं ताकि उन्हें समय-समय पर अपडेट प्राप्त होता रहे। इसके अतिरिक्त आप balbhavanjbp@gmail.com मेल कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन प्रस्तुत करने के लिए कोई भी आवेदक प्रातः 10:30 से 5:30 के बीच सीधे बाल भवन जबलपुर के पते पर संपर्क कर सकते हैं। संपर्क हेतु कोविड-19 के संदर्भ में जारी शासकीय एवं कलेक्ट्रेट जबलपुर द्वारा जारी अनुदेशकों का पालन करना होगा। अभिभावक अपने बच्चों को फार्म भरने के लिए साथ में ना लाएं परिवार से केवल एक ही व्यक्ति को आने की अनुमति होगी। प्राथमिकता के आधार पर ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया का पालन किया जाए।
ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए परिवार में उपलब्ध स्मार्टफोन में
 #गूगल_मीट ऐप को डाउनलोड कीजिए तथा ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चों को एक लिंक प्रदान किया जाएगा। उस पर क्लिक करके मासिक प्रशिक्षण कैलेंडर अनुसार  निर्धारित समय के 10 मिनट पूर्व आपके व्हाट्सएप नंबर एवं Balbhavan Jabalpur फेसबुक हैंडल पर प्रकाशित की जाएगी। उस लिंक को क्लिक करके ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चों को ज्वाइन कराया जा सकेगा। 
बाल भवन जबलपुर तक पहुंचने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए ताकि आप व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हो सकें
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*संकट में सृजन के तहत राज्य स्तरीय बालश्री कला  प्रतियोगिता 06 मई से प्रारम्भ हो 20 जून 2020 तक आयोजित की जायेगी। जो बच्चे इस प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं,  वे नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर जवाहर बाल भवन में अपना *Online Registration*  करा सकते हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भी इसी लिंक पर क्लिक करें।
#बालभवन_भोपाल
राज्य स्तरीय बाल प्रतियोगिता 2000 
प्रतियोगिता से संबंधित जानकारी एवं नियम लिंक में दिये गये हैं। 
#1. प्रशासनिक कठिनाई के निराकरण हेतु
 *सजन सिंह कठैत -8959503202,*
#2. विधावार ऑनलाइन जानकारी हेतु 
*के जी त्रिवेदी- 9425011719,* 
#3. मीडिया संबंधी एवं ऑनलाइन पंजीयन हेतु - *अरविन्द शर्मा 9669333020* 
#4. वेबसाइट, पंजीयन एवं प्रतियोगिता हेतु वीडियो डाऊनलोड की जानकारी हेतु तरुण बामा 9303130173 

बुधवार, 13 मई 2020

बालगीत

हरिवंश राय बच्चन जी द्वारा रचित पीर बीर फत्ते बाल गीत
इक रहें ईर
एक रहेंन बीर
एक रहें फत्ते
एक रहें हम
ईर कहेंन चलो लकड़ी काट आई
बीर कहेंन चलो लकड़ी काट आई
फत्ते कहेंन चलो लकड़ी काट आई
हम कहें चलो, हमहू लकड़ी काट आई

ईर काटें ईर लकड़ी
बीर काटें बीर लकड़ी
फत्ते काटें तीन लकड़ी
हम काटा करिलिया 

ईर कहिन् चलो गुलेल बनाई
बीर कहिन् चलो गुलेल बनाई
फत्ते कहिन् चलो गुलेल बनाई
हम कहा चलो, हमहू गुलेल बनाई

ईर बनायेन ईर गुलेल
बीर बनायेन बीर गुलेल
फत्ते बनायेन तीन गुलेल
और हमार कट-कुट गयेयी

ईर कहेंन चलो चिड़िया मार आई
बीर कहेंन चलो चिड़िया मार आई
फत्ते कहेंन चलो चिड़िया मार आई
हम कहा चलो, हमहू चिड़िया मार आई

ईर मारेंन ईर चिड़िया
बीर मारेन बीर चिड़िया
हम मारा ....फुदकिया

ईर कहेंन चलो भूंजी पकाएं
बीर कहेंन चलो भूंजी पकाएं
फत्ते कहेंन चलो भूंजी पकाएं
हम कहा, हमहू भूंजी पकाएं

ईर भुन्जेंन ईर चिड़िया
बीर भुन्जेंन बीर चिड़िया
फत्ते भुन्जेंन तीन चिड़िया
हमार जल-जुल गयी 

ईर कहेन चलो राजा के सलाम करी आई
बीर कहेन चलो राजा के सलाम करी आई
फत्ते कहेन चलो राजा के सलाम करी आई
हम कहा हमहू चलो, राजा के सलाम करी आई 

ईर किहेंन ईर सलाम
बीर किहेंन बीर सलाम
फत्ते किहेंन तीन सलाम
और हम ....ठेंगुया दिखाए

ईर कहेंन चलो घोडा खरीद आयें
बीर कहेंन चलो घोडा खरीद आयें
फत्ते कहेंन चलो घोडा खरीद आयें
हम कहा चलो, हमहू घोडा खरीद आयें

ईर खरीदेंन तीन घोडा
बीर खरीदेंन तीन घोडा
फत्ते खरीदेंन तीन घोडा
और हम का ख़रीदे?.... गदहिया

ईर कहेंन घोड़े को पानी पिला आयें
बीर कहेंन घोड़े को पानी पिला आयें
फत्ते कहेंन घोड़े को पानी पिला आयें
हम कहे चलो, हमहू कहेंन घोड़े को पानी पिला आयें

ईर पिलायेंन ईर घाट
बीर पिलायेंन बीर घाट
फत्ते पिलायेंन तीन घाट
और हम पिलाया ....... धोबी घाट

ईर का बोले ...ही ही ही
बीर का का बोले ...ही ही ही
फत्ते का बोले ...ही ही ही
ओउर हम बोले .....
ही ..हा हा !!
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फुदक चिरैया उड़ गई भैया
   गीतकार गिरीश बिल्लौरे

फुदक चिरैया उड़ गई भैया
माँ कहती थी आ गौरैया
कनकी चांवल खा गौरैया उड़ गई भैया उड़ गई भैया ..!!
पंखे से टकराई थी तो काकी चुनका लाई थी !
दादी ने रुई के फाहे से
जल बूंदे टपकाई थी !!
होश में आई जब गौरैया उड़ गई भैया उड़ गई भैया ..!!
गेंहू चावल ज्वार बाजरा
पापड़- वापड़, अमकरियाँ ,
पलक झपकते चौंच में चुग्गा
भर लेतीं थीं जो चिड़ियाँ !!
चिकचिक हल्ला करतीं - आँगन आँगन गौरैया ...!!
जंगला साफ़ करो न साजन
चिड़िया का घर बना वहां ..!
जो तोड़ोगे घर इनका तुम
भटकेंगी ये कहाँ कहाँ ?
अंडे सेने दो इनको तुम – अपनी प्यारी गौरैया ...!!
हर जंगले में जाली लग गई
आँगन से चुग्गा भी गुम...!
बच्चे सब परदेश निकल गए-
घर में शेष रहे हम तुम ....!!
न तो घर में रौनक बाक़ी, न आंगन में गौरैया ...!!
 ..हा हा !!
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आमों वाला मौसम आया
          (Unnati Tiwari )

माँ कैरी की साग बना दो
मौसम आमों वाला आया ।
ख़टमिट्ठा सा पना पिला दो-
मौसम आमों वाला आया ।

पापा कहते हैं बचपन में उनके
बहुत दिनों की होती थी छुट्टी ।
हम शहरी बच्चों से बोलो
छुट्टी ने क्यों कि है कुट्टी ?
उस पर ये कोचिंग वोचिंग का
सर पे सबके बोझ लदाया ?
चलो ठीक है जाने भी दो 
माँ कैरी की साग बना दो !!
मौसम आमों वाला आया ।
ख़टमिट्ठा सा पना पिला दो ।।

अबकी बार मिली है छुट्टी
ऐसी भी छुट्टी क्या छुट्टी ?
लॉकडाउन, हम घर में बंद
फिरते रहते थे स्वच्छंद !
मोदी जी ने टीवी पर आकर
चौथा लॉक डाउन समझाया ।।
चलो ठीक है जाने भी दो
माँ कैरी की साग बना दो !!
मौसम आमों वाला आया ।
ख़टमिट्ठा सा पना पिला दो ।।

पैदल चलता दिख सभी को
मोदी जी ने ट्रेन चला दी ।
खुद पर निर्भर होने वाली
दुनियाभर को राह दिखा दी ।
पापा जी मुंबई से वापस आए
चाचा दिल्ली से लौट रहे हैं।
मम्मी चाची चलो उठो अब
आम झोर के लाया हूँ मैं -
हमको दिया तुम बना लो
माँ कैरी की साग बना दो !!
मौसम आमों वाला आया ।
ख़टमिट्ठा सा पना पिला दो ।।


गुरुवार, 26 सितंबर 2019

महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित पोषण सभा में पहुंचे माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथ जी

दिनांक 21 सितंबर 2019 को मध्य पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तरंग सभागार में आयोजित पोषण सभा में 👉 उपस्थित हुए जहां माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा महिला बाल विकास द्वारा लगाई गई पोषण व्यंजनों की प्रदर्शनी तथा श्री एन एस तोमर संयुक्त संचालक महिला बाल विकास के मार्गदर्शन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर केंद्रित प्रदर्शनों का अवलोकन किया , बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के संकल्प पत्र पर भी हस्ताक्षर किए गए  माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा इस अवसर पर कुमारी मुस्कान किरार आत्मजा श्रीमती माला किरार एवम श्री वीरेंद्र किरार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के ब्रांड एंबेसडर के रूप में तथा कुमारी उन्नति तिवारी आत्मजा श्रीमती शोभना श्री गौरी शंकर तिवारी को पॉक्सो ब्रांड एंबेसडर के रूप में क्राउन पहनाकर सम्मानित किया गया । क्रम के अंतर्गत ई सी ई केंद्रों के कार्यों से संबंधित सारेगामा गायन प्रतियोगिता में सम्पूर्ण देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली और लाडो अभियान की पूर्व ब्रांड एम्बेसेडर इशिता विश्वकर्मा को भी सम्मानित किया । 
वृत्तचित्र का विमोचन ईसीई गतिविधियों पर केंद्रित वृतचित्र ( निर्देशक एवं निर्माण सीडीपीओ श्री गौरीशंकर लववंशी ) विमोचन भी इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी के कर कमलों से हुआ । मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने किया पोषण आहार प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा  लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत अर्पिता केवट एवं आर्वी चौधरी को प्रमाणपत्र प्रदान किये । 
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश शासन के ऊर्जा मंत्री एवं जबलपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह, वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया, सांसद श्री विवेक कृष्ण तन्खा, विधायक श्री संजय यादव एवं श्री विनय सक्सेना, पूर्व मंत्री श्री चन्द्र कुमार भनोत, पूर्व मंत्री सुश्री कौशल्या गोंटिया, नगर निगम के पार्षद, भारतीय औद्योगिक परिसंघ के श्री आशीष केशरवानी, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन, संभागायुक्त श्री राजेश बहुगुणा, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री व्ही किरण गोपाल, कलेक्टर श्री भरत यादव, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सिंह एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे । 
कार्यक्रम के प्रारंभ में संभागीय बाल भवन जबलपुर के बाल कलाकारों द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया ,
                    गीतकार श्रीआर.सी. त्रिपाठी(पूर्व डी पी ओ जबलपुर)  द्वारा लिखित तथा डॉ शिप्रा सुल्लेरे द्वारा संगीतबद्ध किए गए पोषण गीत की प्रस्तुति भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित थी । 
इस समूह गान को प्रभावी बनाने के लिए संगतकार-सोमनाथ सोनी
ढोलक-राजवर्धन पटेल
हारमोनियम वादक- शास्वत पंड्या
गायक स्वर-सजल सोनी उन्नति तिवारी, इशिता तिवारी, गर्व जैन, अरिहंत जैन, विभांशी जैन,मुस्कान बर्मन,अग्रति नामदेव, सिद्धि महावर, लकी सुफेले, प्रिंस पंजाबी, आरोही जैन, साक्षी साहू, शाम्भवी पंड्या, शास्वत पंड्या, विभांश जैन, रतनिका श्रीवास्तव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है । 
कार्यक्रम को सफलता पूर्वक संपन्न कराने में प्रमुख सचिव महिला बाल विकास से लेकर मैदानी अमले की भूमिका महत्वपूर्ण रही । 
प्रमुख सचिव महिला बाल विकास श्री अनुपम राजन जी के निर्देश एवम सतत मॉनीटरिंग में संयुक्त संचालक श्री एन एल कंडवाल संयुक्त संचालक श्री एनएस तोमर साथ जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एम एल मेहरा श्रीमती मनीषा लुंबा उपसंचालक सहायक संचालक श्री मनीष सेठ सहायक संचालक श्री पुनीत मरवाह श्री संजय अब्राहम सहायक संचालक बाल भवन गिरीश बिल्लौरे के नेतृत्व  में सीडीपीओ  श्री विकेश राय श्री रितेश दुबे श्रीमती रीता पटेल परियोजना अधिकारी श्री माधव सिंह यादव श्री प्रशांत पुरबिया डॉक्टर कांता देशमुख एवं मैदानी अमले का उल्लेखनीय योगदान रहा है . 


गुरुवार, 12 सितंबर 2019

नेत्रज्योति विहीन पर स्वर सामर्थ्य से युक्त हैं हम...!


*नेत्र दिव्यांग छात्राओं के लिए संकल्पित बालभवन जबलपुर*
हाल ही स्वच्छ भारत अभियान के लिए इस बार बालभवन ने एक जबरदस्त प्रयोग किया । इस प्रयोग में नेत्रहीन कन्या विद्यालय की 23 बालिकाओं को स्वच्छ भारत अभियान पर केंद्रित समूह गीत गायन का प्रशिक्षण दिया गया है ।
स्मरण हो विगत वर्ष संभागीय बाल भवन जबलपुर द्वारा नेत्र दिव्यांग बेटियों को संगीत सिखाने की मुहिम छेड़ रखी है इस संगीत कक्षा का शुभारंभ नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया जी ने किया था । और इस वर्ष हमने इन बेटियों को विधिवत एक प्रोफेशनल ग्रुप के रूप में तैयार भी कर दिया है ।
*संगीत प्रशिक्षण का संकल्प कैसे साकार हुआ*
भंवरताल स्थिति नेत्रहीन विद्यालय जो एक आवासीय संस्थान है में संगीत के उपकरणों की प्राथमिक ज़रूरत को
पूर्ण करने के उपरांत ही बालिकाओं को संगीत की विधिवत शिक्षा दी जा सकती थी अतः यह समस्या सहज ही मेरे 89 वर्षीय पिता श्री काशीनाथ जी बिल्लोरे एवं मेरे बड़े भाई श्री सतीश बिल्लोरे जी ने हाल कर दी । तदुपरांत बालभवन से जोड़कर प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया । बालिकाओं को संगीत सिखा कर उन्हें प्रोफेशनल स्तर पर खड़ा करने की कोशिश करने में डॉ शिप्रा सुल्लेरे का अद्भुत योगदान है इसके साथ ही तबला प्रशिक्षक श्री सोमनाथ सोनी भी नियमित रूप से वहां जाते हैं तथा प्रशिक्षण में सहयोग करते हैं ।
दिव्यांग बच्चों के लिए संगीत के अलावा और भी प्रशिक्षण कार्य कर सकते हैं । फिलहाल बालभवन के लिए जो सम्भव है वो किया जा रहा है ।
उनकी संगीत प्रतिभा को निखारने का संकल्प जारी है । हम इस गणतंत्र दिवस में उनके गायन को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करने के लिए सक्षम होंगे ऐसा हमें विश्वास है नेत्र दिव्यांग बालिकाओं इस बैंड को नगर निगम के प्रयोग के तौर पर विगत 7 सितंबर 2019 को होटल विजन महल में मावे संस्था द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय इन्वेस्टर मीट में प्रथम बार प्रस्तुत किया गया था । सितंबर 2019 के अंत तक पुनः प्रदर्शन किया जावेगा ।
नेत्र दिव्यांग बालिकाओं द्वारा समूहगान कार्यक्रम की परिकल्पना के लिए (सहायक आयुक्त नगर निगम जबलपुर ) श्रीमती एकता अग्रवाल जी एवं अपर आयुक्त (फाइनेंस, नगर निगम जबलपुर) श्री रोहित कौशल जी ने हनन प्रस्ताव दिया । प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाने के कोऑर्डिनेटर कुमारी शैलजा सुल्लेरे एवम श्री पूनम चंद मिश्र प्राचार्य, नेत्रहीन कन्या विद्यालय की असली भूमिका थी ।
बालिकाओं के प्रशिक्षण से प्रदर्शन तक डॉ शिप्रा सुल्लेरे का उल्लेखनीय योगदान अविस्मरणीय है ।
*गायिकाओं की सूची - मोना , नीलम, गुनिता, हर्षिता, शिवकुमारी, दसोदा, सीता बर्मन, ललित, महिमा,रोशनी, चन्द्रकला, सोनिया, शिवानी-1, प्रीति, सुरजना, सरिता, बिट्टू, वर्षा, सुमंती, गुड़िया, सिया कुमारी, अर्चना एवम शिवानी-2*
*मेंटर एवम संगीत सहयोग :- डॉ शिप्रा सुल्लेरे हारमोनियम , गिटार- श्रेया ठाकुर, तबला-मनीषा तिवारी,*

प्रेषक
गिरीश कुमार बिल्लोरे

सोमवार, 22 जुलाई 2019

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2019

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2019
      भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार हेतु नामांकन ऑनलाइन किए गए हैं। इनमें बाल शक्ति पुरस्कार के तहत नवीन अविष्कार, असाधारण शैक्षिक योग्यता कला, खेलकूद, सांस्कृतिक क्षेत्र, समाज सेवा, बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चे जिनकी आयु 31 अगस्त को 05 वर्ष से 18 वर्ष तक की हो को 26 जनवरी को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
      बाल कल्याण पुरस्कार-ऐसे व्यक्ति, व्यक्तियों, संस्थाओं को प्रदान किया जाएगा। जिनने बाल कल्याण के क्षेत्र में असाधारण कार्य किया हो। दोनों ही पुरस्कारों में एक-एक लाख रूपए की राशि एवं एक मैडल प्रदान किया जाएगा। बाल शक्ति पुरस्कार विजेताओं को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जाएगा।
विस्तृत जानकारी www.nca.wcd.nic.in  पर उपलब्ध है आवेदन ऑनलाइन ही प्रेषित करने होंगे । आवेदको की सुविधा हेतु जानकारी बालभवन जबलपुर में उपलब्ध कराई जावेगी । अथवा आवेदक 
कार्यालय संचालक संभागीय बालभवन जबलपुर 383 मेन रोड गढ़ाफाटक में आकर अथवा balbhavanjbp@gmail.com पर अपना मेल आईडी भेजकर प्राप्त कर सकते हैं। जबलपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तृत जानकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।
क्रमांक/1112/जुलाई-236/मनोज॥

गुरुवार, 13 जून 2019

बाल रंगकर्म की बुनियाद मज़बूत करता नाट्यलोक : श्रीमती आशालता बिल्लोरे





             2008 के बाद नाट्य लोक ने 09 जून 2019 को जानकी रमन कालेज जबलपुर में  एक बार फिर रानी अवंती बाई नाटक का प्रदर्शन  किया उसकी स्क्रिप्ट लिखी थी द्वारकेश्वर द्वारका गुप्त द्वारा । रानी अवंती बाई के बलिदान की इस कहानी को इस रोचक ढंग से लिखा और निर्देशित किया गया था नाटक के रूप में संजय गर्ग ने कि उस बलिदान को देखकर आंखें भर आना स्वभाविक सा हो गया था वैसे संजय गर्ग आदतन अपने नाटकों में ऐसा कुछ कर देते हैं जिससे की आंखें भर आना स्वाभाविक है ।
नाटक जो नाट्य लोक द्वारा तैयार कराए जाते हैं उनमें संगीत का लाइव सम्मिश्रण बेहद प्रभावी बना देता है इस नाटक में तो गोंडवाना की रियासत के उस दृश्य को भी लाया गया जिसमें लोक नृत्य का समावेश था । जिससे नाटक अत्यधिक प्रभावशाली बन पड़ा था महिमा गुप्ता की सोच उम्मीद से ज्यादा प्रभावी नजर आ रही है ।
डॉक्टर शिप्रा सुल्लेरे ने न केवल म्यूजिकपिट के जरिए लाइव म्यूजिक मिश्रित किया बल्कि विकल्प के तौर पर मुस्कान सोनी को भी प्रभावी विकल्प के रूप में सामने ला खड़ा किया है अन्य गाय कलाकार थे- सजल सोनी , नयन सोनी, श्रेया ठाकुर, मानसी सोनी, रंजना निषाद, सूर्यांश नेमा, राजवर्धन पटेल, श्रुति जैन, साक्षी गुप्ता, जबकि मांदर पर विनय शर्मा एवं तबले पर समीर सराठे ने संगत दी  ।
 रानी अवंती बाई की भूमिका में कुमारी पलक गुप्ता. बाल कलाकार ने अपनी बुलंद आवाज़ एवं चेहरे के भावों के उतार चढ़ाव से अभिनय कौशल स्पष्ट कर दिया .
कल्पना कीजिए आप मिर्जा गालिब पर बने सीरियल और फिल्म की जिसमें आपने महसूस किया होगा की नसीरुद्दीन शाह साहब की बेहतरीन अदाकारी और उस करैक्टर को निभाना पूरी इमानदारी से लोगों के दिलों दिमाग पर अब अगर मिर्जा गालिब है तो शाह साहब की तरह दिखने वाले ही है ।
दूसरा उल्लेख करना आवश्यक है बाल कलाकार  राज गुप्ता का जिसकी  अद्वितीय अभिनय क्षमता में गांधी फिल्म के ओम पुरी की क्षणिक भूमिका की याद ताज़ा हुई
   आपको याद होगा फिल्म गांधी में बहुत कम समय का रोल निभाया था ओम पुरी ने जब वह गांधी जी के सीने पर रोटी का हिस्सा पटकते हैं  और अपने हृदय परिवर्तन को अभिव्यक्त करते हैं बेमिसाल अभिनय था उनका , राज गुप्ता ने अपने अभिनय में उसी की पुनरावृति की है हो सकता है कि राज ने  गांधी  फिल्म ना देखी हो शायद ओम पुरी से परिचित भी ना होगा परंतु एक सफल निर्देशक के रूप में संजय जी ने ऐसे चरित्रों को निभाने के लिए श्रेष्ठ अभिनेता चुने थे । पूरे नाटक में कहीं भी सूनापन या एक लंबा बोझिल सा पॉज देखने को नहीं मिला । जिसे नाटक की सफलता इसलिए भी कहा जा सकता है क्योंकि सारे बच्चे प्रोफेशनल रेटिंग पर नजर आने लगे हैं । 2018 में गणपति बप्पा मोरिया और पोट्रेट और उसके पहले 2017 में  सुभद्रा कुमारी चौहान पर आधारित नाटक एवं श्रेया खंडेलवाल अभिनीत बॉबी खासी वाहवाही लूट चुके हैं.  । जबलपुरिया नाटक में देखा जाए तो कलाकारों का समर्पण बड़ी गहराई से नजर आता है उस पर  नाटक अगर बाल कलाकारों द्वारा मंचित हो तो उसमें गजब का आनंद महसूस करती हूं पर मेरी एक कमजोरी है कि नाटक मैं सह नहीं पाती भावपूर्ण दृश्यों में आंखें भीगना स्वभाविक सा है मेरे लिए । बहुतेरी बड़ी फिल्में देखी हैं भाव प्रणव फिल्में देखी है फिल्म आनंद ऐसी फिल्म थी जिसे जो भी जितने बार देखता है उतने बार कोरे भिगोकर ही सिनेमा घर से बाहर आना स्वाभाविक  है । निर्देशक संजय गर्ग ऐसे रंगकर्मी है जो हंसाने और रुलाने की क्षमता रखते हैं और यही वे सफल हो जाते हैं । 2019 में  2008 के  अवंती बाई नाटक  को याद किया तो दूसरी ओर शेष सभी कलाकार की मौजूदगी मन को खुश कर देने वाली थी जिनने बाल कलाकार के रूप में 2008 में नाटक को चर्चित किया था  । यहाँ संजय गर्ग के निर्देशन में जलियाँवाला बाग़ नरसंहार पर बने नाटक सरदार उधमसिंहको दविंदर सिंह ग्रोवर के असरदार ने प्रभावी बनाया है . तो कबीर पर बने संगीत-नाटक में डाक्टर शिप्रा सुल्लेरे की संगीत संयोजना बेजोड़ रही है. इतना ही नहीं इस नाटक में विनय शर्मा का कबीर बनाना असरदार रहा है.  
संस्कारधानी कमिटेड कलाकारों की कर्मभूमि है बच्चे अभी भी अपने संपूर्ण विकास के लिए बाल भवन और रंगकर्म के प्रतिष्ठानों से बाकायदा जुड़े हुए हैं । विवेचना रंगमंडल और बाल भवन का अंतरंग भाग यानी नाट्य लोक बच्चों को पर्याप्त अवसर देता है यहां बाल भवन के उद्देश्य की सहज ही पूर्ति हो जाती है ।
  बाल कलाकारों को सही दिशा देने से बालभवन की पूर्व छात्रा  मनीषा तिवारी  सह निर्देशक के रूप में काम करने लगी है  मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय में अक्षय सिंह ठाकुर विद्यार्थी के रूप में चुने गए तो यह भी बालभवन की बड़ी  उपलब्धि सी नजर आती है ।
     नाट्यलोक से जुड़े 40 बच्चों  बच्चों ने साबित कर दिया कि वे वाकई कमिटेड आर्टिस्ट है । 

मंगलवार, 4 जून 2019

फिलाटेली विरासत को संजोए रखने की कोशिश : डॉ धीरेंद्र पाठक



*मुस्कान किरार एवं बाल श्री विजेता बच्चों पर डाक तार विभाग के सहयोग से बाल भवन जारी करेगा विशेष डाक टिकट*
फिलाटेली अर्थात पुरानी स्टैंप का एकत्रीकरण का नाम इतिहास को और विरासत को समाज के रखने जैसा है । विश्व में ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं का संग्रह जैसे कॉइन कलेक्शन और डाक टिकट का संग्रह करने की रुचि कई लोगों में है । पुराने नोटों का भी ही किया जाता है आने वाले समय में जिनका उपयोग ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में प्रमाणिक के तौर पर किया जा सकता है । मैं बेहद प्रसन्न हूं कि बाल भवन के साथ मिलकर भारतीय डाक विभाग ने यह महत्वपूर्ण कार्य अपने हाथ में लिया है । विश्व पर्यावरण की परिपेक्ष में भी कई डाक टिकटों का जारी होना पाया गया है मैं सभी बच्चों को ईद की अग्रिम शुभकामनाएं और विश्व पर्यावरण दिवस की बधाइयां देता हूं...! इस आशय के विचार
संभागीय बाल भवन जबलपुर में भारतीय पोस्टल विभाग द्वारा फिलाटेली एवं भारत एवं विश्व का पोस्टल इतिहास, सामान्य एवं विशेष डाक टिकिटों की जानकारी हेतु दिनांक 4 जून 2019 को आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किये । कार्यक्रम की महत्व को रेखांकित करते हुए मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव पोस्टल डिपार्टमेंट ऑफ इंडिया श्री यूनुस अदीब ने कार्यक्रम की उपयोगिता डाक टिकट संग्रह की आवश्यकता एवं डाक विभाग की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर विस्तार से जानकारी बाल भवन के बच्चों को दी गई । 
इस अवसर पर सीनियर फिलाटेलिस्ट श्री अरविंद मलिक बैंक से सेवानिवृत्त अधिकारी द्वारा संग्रहित डाक टिकटों का प्रदर्शन किया गया जिसमें यातायात भारतीय इतिहास महान कवि एवं साहित्यकार आदि पर जारी डाक टिकट्स शामिल है। 
एशियन पदक विजेता कुमारी मुस्कान किरार बाल भवन की भूतपूर्व छात्रा के अभिभावक इस श्री वीरेंद्र किरार एवं माता श्रीमती माला किरार खास तौर पर मौजूद रहे संभागीय बाल भवन द्वारा शीघ्र ही मुस्कान किरार पर डाक विभाग के सहयोग से एक डाक टिकट जारी करने जा रहा है साथ ही विशेष उपलब्धियां पानी वाली जैसे बाल श्री विजेता बच्चों एवं अन्य राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि पाने वाले बच्चों के भी डाक टिकट पोस्टल विभाग के सहयोग से जारी किए जाएंगे । कार्यक्रम का संचालन कुमारी कल्याणी नेमा ने किया, अतिथियों का स्वागत श्रीमती विजय लक्ष्मी अय्यर श्रीमती मीना सोनी डॉक्टर शिप्रा सुल्लेरे डॉक्टर रेनू पांडे आदि ने किया । 
इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में चिट्ठी ख़त शीर्षक से लिखे गीतों का गायन कुमारी उन्नति तिवारी मास्टर राजवर्धन पटेल,सूर्यभान सिंह, समीर सराठे, आकर्ष जैन ने किया । समवेत स्वरों में 100 बच्चों ने पर्यावरण गीत की प्रस्तुति भी दी ।

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