वीरांगना अवंति बाई लोधी का बलिदान : प्रो. आनंद राणा इतिहासकार,
"प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में भारत का प्रथम बलिदान जबलपुर कमिश्नरी से वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी और वीरांगना फूलकुंवर का रहा 🙏🙏 आईये स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के आलोक में गर्व और नमन् करें..अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के मार्गदर्शन में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सन् 1857 की संपूर्ण भारत में किसी भी रियासत परिवार से प्रथम महिला शहादत(20 मार्च 1858) वीरांगना क्षत्राणी..रानी अवंतीबाई लोधी की रही है..तदुपरांत महा महारथी श्रीयुत शंकरशाह की वीरांगना सहधर्मचारिणी फूलकुंवर ने भी अंग्रेजों से युद्ध करते हुए प्राणोत्सर्ग किया। (क्योंकि झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की शहादत 18 जून 1858 को और बेगम हजरत महल 7 अप्रैल 1879 - यहाँ यह भी स्पष्ट कर दूँ कि कित्तूर रियासत (कर्नाटक) की रानी चेन्नमा पहली वीरांगना थीं जिन्होंने 1829 में शहादत दी थी, परंतु यहाँ बात प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सन् 1857 की हो रही (अवतरण दिवस 16 अगस्त सन् 1831)(कमिश्नरी जबलपुर, जिला मंडला, रियासत रामगढ़.. संस्थापक गोंड साम्राज्य के वीर सेनापति मोहन सिंह लोधी.. 681 गाँव, सीमायें अमरकंटक सुहागपुर ...