सोमवार, 13 जुलाई 2015

कविता : बालभवन


बड़े रौनक भरे होते हैं मासूमों के चेहरे -
वो जब गीत गाते हैं या फिर ब्रश चलाते हैं
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चहल-कदमी, शरारत शोरगुल से भरा आँगन
नृत्यशाला में मस्ती भरा वो झूमता बचपन
कुछेक मिट्टी सने करबद्ध नमस्ते करते हैं मुझको –
कोई कहता है – नहीं आया ! वो बुखार है उसको ।
वो आते हैं लुभा लेते हैं मुसकुराते हैं –
जनम दिन पर साथ वो टॉफी के आते हैं ....
बड़े रौनक भरे होते हैं मासूमों के चेहरे -
वो जब गीत गाते हैं या फिर ब्रश चलाते हैं
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अंकित काँपता था सुना जब यहाँ आया
किसी को था पसंद पर किसी को न था वो भाया
उसके कांपते हाथों ने प्रतिमाएँ गढ़ीं थी –
कुछेक जर्जर मिलीं कुछ ले गया वो जो उसने गढ़ीं थीं
दिव्यचक्षु कुछ बालिकाएँ   सुर  साधने  आतीं –
ये भी कह जातीं हैं कैसे ! हम जीत पाते हैं ...
बड़े रौनक भरे होते हैं मासूमों के चेहरे -
वो जब गीत गाते हैं या फिर ब्रश चलाते हैं
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बुधवार, 1 जुलाई 2015

लाड़ली लक्ष्मी योजना के परिवर्तित स्वरूप ई लाडली हेतु संभाग स्तरीय प्रचार कार्यक्रम प्रारम्भ

एक जून 2015 से प्रारंभ ई-लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रचार प्रसार के लिए संभागीय उप संचालक महिला सशक्तिकरण श्रीमती मनीषा लुंबा  द्वारा आगामी तीन माह तक चलने वाले सघन प्रचारात्मक कार्यक्रम का शुभारंभ संभागीय बाल भवन जबलपुर में किया ।  कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों एवं आदिवासी बाहुल्य जिलों में योजना के नए एवं आंशिक रूप से परिवर्तित स्वरूप को जन जन तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों को तत्परता बरतने के निर्देश दिये ।
1.     कियोस्क से भी आवेदन दे सकेंगे अभिभावक  :-  “परिवर्तित योजना सहज सरल हो गई है कोई भी अभिभावक खण्ड स्तरीय सशक्तिकरण अधिकारी / बाल विकास परियोजना अधिकारी क कार्यालय में सीधे अथवा लोक सेवा केंद्र से / आन-लाइन आवेदन कर सकते हैं ।”
2.     मिलेगा एक मात्र प्रमाण पत्र :- “परिवर्तित स्वरूप को व्यापक प्रचार प्रसार हेतु लगातार संभाग भर में विविध कार्यक्रम किए जा रहे हैं,  ई-लाड़ली के अंतर्गत अब पोष्ट-आफिस से एन एस सी जारी नहीं होंगी । अब ई-लाड़ली के तहत पूर्व से  जारी की गईं  एन एस सी को बाल विकास परियोजना अधिकारी / खण्ड स्तरीय महिला सशक्तिकरण के कार्यालयों में जमा करना होगा । ताकि लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण पत्र जारी किया जावेगा ।‘’ 
प्रचार अभियान शुरुआत हेतु आयोजित कार्यक्रम में  समृद्धि असाटी , श्रेया ठाकुर, प्रिया सौंधिया, अमृता असाटी,ने बालिका जीवन पर केन्द्रित कोलाज गीत की प्रस्तुति सुश्री शिप्रा सुल्लेरे  के निर्देशन में किया गया ।
इस अवसर पर श्रीमती अजय जैन, सहायक-संचालक, संचालक संभागीय बालभवन की उपस्थिती उल्लेखनीय है । कार्यक्रम के आयोजन में श्री शरद बोरकर,श्री  नीलेश कश्यप,  श्री पीयूष खरे श्री इन्द्र पांडे, श्री सोमनाथ सोनी, श्री श्रीमती रेणु पाण्डे, की सहभागिता उल्लेखनीय रही ।

बुधवार, 24 जून 2015

ठाओ बारहा को जावे है जित रानी को चौरा

“ठाओ बारहा को जावे है जित रानी को चौरा ”
बाल भवन में रानी दुर्गावती बलिदान दिवस पर लोकरंग प्रस्तुति सम्पन्न ।



         जबलपुर/ वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर म.प्र. शासन के महिला सशक्तिकरएा संचालनालय द्वारा संचालित संभागीय बाल भवन गढ़ाफाटक जबलपुर   मुख्य अतिथि सहित्यकार, कवि श्री मोहन शशि जी साथ ही बाल भवन के संचालक गिरीश बिल्लोरे, आसुरिड संस्था से श्रीमती शिखा पाण्डेय.  व निदान संस्थान से श्री मनीष व्यास एवं श्रीमती अर्चना जोशी की उपस्थिती में रानी दुर्गावती बलिदान दिवस पर भावनात्मक स्मरण किया गया ।
          इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा : इस अवसर बच्चों को वीरांगना के आत्मोत्सर्ग की कहानी अवगत कराते हुए कहा कि- वीरांगना का आत्मोत्सर्ग हमें आज़ादी की कीमत से परिचित कराता है । कवि स्वर्गीय पूरणचंद्र श्रीवास्तव की पंक्तियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि – बलिदानी वीरांगना की समाधि पर जाने मात्र से मन भावातिरेक से भर जाता है । हमें सदा देश के लिए आत्मोत्सर्ग के लिए भी तत्पर रहना चाहिए ।
         बाल कलाकार कु. नीति शर्मा के मंच संचालन में बाल भवन के कलाकारों ने वीरांगना रानी दुर्गावती पर आधारित लोक गीतो को संगीत अनुदेशक सुश्री शिप्रा सुल्लेरे के निर्देशन में लोकनृत्य पंथी,करमा,बधाई,राई की प्रस्तुति लोकनृत्य कार्यशाला प्रशिक्षक श्री इन्द्र पाण्डेय व कु. अंकिता गिनारा के निर्देशन में की गई। साथ ही बाल भवन के चित्रकला छात्रों ने वीरांगना रानी दुर्गावती के चित्र प्रदर्शित किये। इस अवसर पर प्रतिभागीयों को मुख्य अतिथी श्री शशि ने पुरुस्कृत किया।

         कार्यक्रम में लोकगीतों को सार्थक रजक, सजल सोनी, करन द्विवेदी, हर्ष सोंधिया, देवकुमार, राम कोरी, और लोकनृत्यों में कु.वंशिका दुबे, आयुषि तिवारी, शिवानी विश्वकर्मा प्रियंका सानी, मिनी दयाल, प्रतीक्षा सोनी, अंजली रैकवार, हर्षिता गुप्ता, परिधि जैन, आशी जैन, आदि बाल कलाकारों ने प्रस्तुतिंया दी है । कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन श्री पीयूष खरे ने किया ।

मंगलवार, 23 जून 2015

वीरांगना रानी दुर्गावती स्मृति दिवस पर बालभवन का स्मृति आयोजन

          


           बालभवन जबलपुर द्वारा वीरांगना रानी दुर्गावती स्मृति दिवस पर निदान सोशल एवं मेडिकल वेलफ़ेयर सोसायटी जबलपुर एवं आसुरिड जबलपुर के सौजन्य से स्मृति आयोजन 24 जून 2015 को अपरान्ह 3:00 बजे से संभागीय बालभवन जबलपुर  साहित्यकार गीतकार श्रीयुत मोहन “शशि” के मुख्य आतिथ्य में श्री संतोष गोडबोले अध्यक्ष, ग्राहक-पंचायत की अध्यक्षता में  बालभवन जबलपुर में  आयोजित है ।
          इस अवसर पर सुश्री शिप्रा सुल्लेरे के संगीत निर्देशन में भावांजलि  लोकसंगीत एवं श्री इन्द्र पाण्डे के निर्देशन में  लोक नृत्यों से वीरांगना को श्रद्धांजलि अर्पित की जावेगी ।


रविवार, 21 जून 2015

वैज्ञानिक एवं चिकित्सकीय महत्व के कारण योग वैश्विक रूप से स्वीकारा : योगाचार्य सुश्री सुशीला पटेल

 प्रथम विश्व योग दिवस के अवसर पर संभागीय बाल भवन जबलपुर में  योग क्रियाएँ योगाचार्य सुश्री सुशीला पटेल के मुख्य आतिथ्य एवं मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ ।  कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए योगाचार्य सुश्री सुशीला पटेल ने योग के महत्व एवं भारतीय योग प्रणाली को  स्वास्थ्य एवं मानसिक शांति का मूल साधन बताते हुए कहा कि- “ योग के वैज्ञानिक एवं चिकित्सकीय  महत्व के कारण इसे वैश्विक रूप  से स्वीकारा गया है एवं  मान्यता प्राप्त हुई है जो हमारे लिए गौरव का कारण  है विषम पर्यावरण एवं प्रदूषित वायुमंडल में जीवन को बचाए रखने के संसाधन एवं तकनीकी के रूप में योग क्रियाओं को देखा जा रहा है ।”
                  योग प्रशिक्षक आचार्य  श्री देवेन्द्र यादव  के अनुसार – योग क्रियाओं की निरंतरताऔसत  स्वस्थ्य आयु  में वृद्धि होगी लोग स्वास्थ्य रहेंगे . कार्यक्रम के अंत में प्रमाण-पत्र एवं स्वल्पाहार वितरण किया गया .  
फोटो लिंक :-  




शनिवार, 13 जून 2015

जनसंपर्क कार्यालय जबलपुर द्वारा जारी महिला सशक्तिकरण विभाग के समाचार

सशक्तिकरण अधिकारियों का प्रशिक्षण 15 जून से
जबलपुर 13 जून 2015
                     जबलपुररीवा एवं शहडोल संभागों के खण्ड स्तरीय सशक्तिकरण अधिकारियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण 15 से 17 जून तक महात्मा गांधी राज्य ग्रामीण विकास संस्थान आधारताल जबलपुरमें आयोजित होगा । कमिश्नर श्री दीपक खाण्डेकर  15 जून को दोपहर 12.30 बजे  इस प्रशिक्षण  कार्यक्रम  का शुभारंभ करेंगे 
क्रमांक/310/जून-51/नीरज/।।

नि:शक्त बच्चों के अभिभावकों की बैठक 20 जून को
जबलपुर 13 जून 2015
                संचालक बाल भवन  गिरीष बिल्लोरे ने नि:शक्त बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिएसंसाधन और सहायक सुविधाओं के बारे में जानकारी और मार्गदर्शन देने के लिए 20 जून को प्रात: 11.30  बजे उनके अभिभावकों की बैठक बुलाई है । श्री बिल्लोरे ने नि:शक्त बच्चों के अभिभावकों से अनुरोध  किया है कि वे निर्धारित तिथि एवं समय पर अपने बच्चों के साथ गढ़ाफाटक जबलपुर स्थितबाल भवन में पहुंचकर बैठक में सम्मिलित हों ।

गुरुवार, 11 जून 2015

जबलपुर महिला सशक्तिकरण विभाग की सूक्ष्म समीक्षा की सम्भायुक्त श्री दीपक खांडेकर ने

संशोधित लाड़ली लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत वर्ष 2014-15 के लक्ष्य पूरे करने के लिए 30 जून की डेडलाइन निर्धारित की गई है । कमिश्नर श्री दीपक खाण्डेकर ने संभाग के समस्त महिला सशक्तिकरण अधिकारियों को आगाह किया है कि वे स्वीकृत प्रकरणों में राशि जमा करने तथा प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया तयशुदा डेडलाइन तक हर हाल में पूरी कर लें। ऐसा करने में असफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। श्री खाण्डेकर आज यहां जिला एवं विकासखण्ड स्तर के महिला सशक्तिकरण अधिकारियों एवं परियोजना अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। इस दौरान प्रभारी संयुक्त संचालक महिला सशक्तिकरण श्रीमती मनीषा लुम्बा भी मौजूद थीं। श्री खाण्डेकर ने ऑनलाइन एन्ट्री कम होने को लेकर ऐतराज जताया और निर्देश दिए कि एन्ट्रीज में आवश्यक संशोधन भी अविलम्ब किए जाएं। किसी प्रकार की त्रुटि किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगी। अधिकारियों को ऑनलाइन एन्ट्री शत-प्रतिशत होने की बाबत् प्रमाणीकरण प्रस्तुत करना होगा। कमिश्नर ने इस सम्बन्ध में भी जानकारी तलब की कि कितने प्रकरणों में अब तक राशि ड्रा कर निधि में जमा की जा चुकी है। बैठक में श्री खाण्डेकर ने वर्ष 2015-16 में लाड़ली लक्ष्मी योजना (संशोधित) की जिलेवार समीक्षा भी की । सिवनी जिले में स्वीकृत प्रकरणों की संख्या शून्य होने को लेकर कमिश्नर ने सम्बन्धित अधिकारी से जवाब तलब किया । उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि समस्त जानकारी पोर्टल पर होने के बावजूद सम्बन्धित अधिकारी इससे अनभिज्ञ हैं। इस स्थिति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्री खाण्डेकर ने सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि वे कम से कम पोर्टल पर मौजूद जानकारी के अवलोकन के काबिल कम्प्यूटर साक्षरता हासिल करें। उन्होंने कहा कि विभाग का पूरा रिपोर्टिंग सिस्टम ऑनलाइन कर दिया गया है। यह जरूरी है कि अधिकारी कम्प्यूटर-साक्षर बनें अन्यथा उनके लिए अपने दायित्वों को निभाना कठिन से कठिनतर होता जाएगा। श्री खाण्डेकर ने निर्देशित किया कि निधि में राशि जमा होने के पहले प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जाने चाहिए। राशि जमा होने के बाद ही प्रमाण पत्र जारी किए जाएं। कमिश्नर ने तीन जिलों के महिला सशक्तिकरण अधिकारियों को अपेक्षित जानकारी प्रस्तुत नहीं करने को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के निर्देश दिए। सम्बन्धित परियोजना अधिकारियों को भी नोटिस जारी किए जाएंगे। बैठक में विभाग द्वारा रोके गए बाल विवाहों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया गया। घरेलू हिंसा रोकने के लिए संचालित ऊषा किरण योजना के अन्तर्गत विभाग द्वारा की गई कार्यवाही की भी बैठक में समीक्षा हुई। श्री खाण्डेकर ने प्रस्तुत आंकड़ों में विसंगतियों को रेखांकित करते हुए कहा कि संभाग के विभिन्न जिलों के आंकड़ों में समरूपता नजर नहीं आती। ऊषा किरण योजना के तहत घरेलू हिंसा सम्बन्धी शिकायतों के बारे में विभाग को अधिक सक्रिय रवैया अपनाना होगा। इस दौरान जिले में स्थापित सेनेटरी नैपकिन मशीनों का समुचित उपयोग नहीं होने को लेकर कमिश्नर ने चिंता जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि लक्ष्य-समूह में जागरूकता लाने की दिशा में कदम उठाए जाएं। श्री खाण्डेकर ने खराब गुणवत्ता तथा अन्य कारकों की समीक्षा के निर्देश प्रभारी संयुक्त संचालक श्रीमती लुम्बा को दिए। बैठक में श्री खाण्डेकर ने शौर्य दलों के गठन की स्थिति की समीक्षा की और दल सदस्यों को प्रशिक्षण दिए जाने के बंदोबस्त करने के निर्देश दिए । फॉस्टर केयर एवं स्पॉन्सरशिप योजना की प्रगति का भी आकलन किया गया। श्री खाण्डेकर ने दत्तक ग्रहण योजना की प्रगति के बारे में भी समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए । अधिकारियों ने कमिश्नर के समक्ष उपरोक्त योजना के क्रियान्वयन में पेश आ रही दिक्कतों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। कमिश्नर ने स्थिति से विभागीय आयुक्त को अवगत कराने के निर्देश दिए। जिले में भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए किए गए प्रयासों की भी जानकारी प्रस्तुत की गई। इसके अलावा श्री खाण्डेकर ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में प्राप्त आवंटन और व्यय की भी समीक्षा की। बैठक में प्रभारी संयुक्त संचालक एवं संभागीय उपसंचालक  श्रीमती मनीषा लुम्बा, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारीगण तथा परियोजना अधिकारीगण मौजूद थे . 

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